Maiya Samman Yojana: दुमका में मंईयां सम्मान योजना की लिस्ट से काटे गए कई महिलाओं के नाम, सामने आई ये बड़ी वजह
दुमका जिला के जरमुंडी प्रखंड अंतर्गत नोनीहाट पंचायत में मंईयां सम्मान योजना में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। इसमें कई ऐसी महिलाओं के नाम लिस्ट में जोड़ गए थे जो नोनीहाट के निवासी नहीं है। अब लिस्ट जारी करते हुए ऐसी महिलाओं का नाम लाभार्थियों की सूची से हटाया गया है। सरकारी कर्मचारियों द्वारा ऐसी गड़बड़ी कई सवाल खड़े कर रही है।

संवाद सहयोगी, नोनीहाट (दुमका)। Maiya Samman Yojana: जरमुंडी प्रखंड के नोनीहाट पंचायत अंतर्गत मंईयां सम्मान योजना के तहत बड़ा घोटाला किया गया है जरमुंडी प्रखंड कार्यालय से मंईयां सम्मान योजना के ऐसे लाभुकों की सूची जारी की गई है, जिनका नाम लाभार्थियों की सूची से हटाया गया है। सूची में नोनीहाट पंचायत में दर्जनों ऐसे लोगों को जोड़ा गया था, जो नोनीहाट के निवासी नहीं है।
सूची में जोड़े गए गलत नाम
- मालूम हो कि लाभुकों के नाम की एंट्री प्रखंड प्रशासन द्वारा अधिकृत लोगों के माध्यम से की गई थी, ऐसे में सरकारी कर्मचारियों द्वारा ऐसी गड़बड़ी अनेक सवाल खड़े कर रही है।
- सवाल है कि इस गड़बड़ी के वजह से सरकार के लाखों रुपये बर्बाद हो गए। वहीं कई पात्र महिलाओं को भी इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया।
जांच में सामने आ सकता है बड़ा आंकड़ा
जब एक पंचायत में यह हाल है तो पूरे झारखंड में क्या हुआ होगा, इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस विकट समस्या के लिए जिम्मेदार कौन होगा यह तय करना लाजमी है।
इस संदर्भ में एक और समस्या है कि झारखंड निवासी महिला को भी इस योजना के तहत लाभ दिया जाना है।अगर वह महिला झारखंड निवासी से विवाहित हो मतलब पति और पत्नी झारखंड के निवासी हो और राशन कार्ड में नाम भी अंकित हो।
उपरोक्त आलोक में अपेक्षित महिला जो आवेदनकारी है उसका नाम राशन कार्ड मे अंकित करने के लिए बीते कई महीनो से प्रतीक्षा सूची में विभाग की ओर से दर्शाया जा रहा है। लिहाजा मंईयां सम्मान योजना इच्छुक महिलाओं के लिए लाभ के नाम पर एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।
महिलाओं के लिए बनी परेशानी
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई ये योजना कई महिलाओं के लिए परेशानी की वजह बन गई है। हाल ही में हेमंत सरकार द्वारा इस योजना के तीन महीने की राशि जारी की गई है। प्रदेश की कई महिलाओं के खाते में योजना के 7500 रुपये आए हैं तो वहीं कई महिलाओं के खाते में पैसे नहीं आए हैं।
जिन महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना के 7500 रुपये नहीं मिले हैं, वे हर दिन कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर है। महिलाओं पैसे खर्च करके कई किलोमीटर दूर केवल यह जानने के लिए जाती हैं कि आखिर उनके खाते में पैसे क्यों नहीं आए हैं। फिर भी उन्हें कोई सही जबाव नहीं मिल पा रहा।
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