Digital Arrest: 'हेलो मैं कस्टम ऑफिसर बोल रहा हूं...', पार्सल के नाम पर शिक्षक को किया डिजिटल अरेस्ट
Cyber Fraud in Dumka डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से साइबर फ्रॉड के द्वारा लोगों को भरोसे में रखकर फिर झांसे में लिया जाता है। उसके बाद उससे किसी तरह की धमकी या इमोशनल बातें करके वित्तीय लेनदेन की गुप्त जानकारी ली जाती है। ऐसा ही मामला दुमका के बासुकीनाथ से आया है जहां एक शिक्षक को पार्सल के नाम पर ठगी की कोशिश की गई।

संवाद सहयोगी, बासुकीनाथ (दुमका)। Fake Officer Cyber Fraud: बासुकीनाथ जरमुंडी थाना अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलगुमा के शिक्षक को दिल्ली एयरपोर्ट से कस्टम अधिकारी बनकर एक साइबर अपराधी ने डिजिटल अरेस्ट कर लिया। साइबर अपराधी उनसे पैसा ठगने का असफल प्रयास किया। मनोज ने जरमुंडी थाना में शिकायत कर बताया कि 17 दिसंबर को मैं विद्यालय में कार्य कर रहा था।
पार्सल के नाम पर ठगी की कोशिश
इस दौरान मेरे मोबाइल नंबर पर 119936 43565 से एक मिस कॉल आया। थोड़ी देर बाद पुन: 19900 564 620 से दूसरा कॉल आया तो रिसीव किया। फोन करने वाले ने कहा कि मैं एक कस्टम अधिकारी सुमित मिश्रा 062/ 054lh आरसी के न्यू दिल्ली एयरपोर्ट से बोल रहा हूं। आपके द्वारा एक पार्सल भेजा गया था। जिसमें 16 पासपोर्ट, 58 एटीएम कार्ड तथा 140 एमडीएमए पकड़े हैं, जो आपके मोबाइल नंबर एवं आधार नंबर से भेजा गया है।
शिक्षक बोले- मैंने कोई पार्सल नहीं भेजा
शिक्षक ने कहा कि उनके द्वारा कोई पार्सल नहीं भेजा है। एमडीएमए क्या होता है, मुझे नहीं पता तब उन्होंने कहा कि आपको दिल्ली पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करानी है। तब तक मैं आपको कोर्ट नहीं जाने दूंगा। मुझे दो घंटे में थाने को रिपोर्ट करनी है। दिल्ली पुलिस की वर्दी में एक आदमी ने उन्हें एक व्हाट्सएप नंबर से जोड़ा। इसके बाद वीडियो काल करके रिपोर्ट दर्ज कराई।
आधार कार्ड व्हाट्सएप पर स्क्रीन शेयर भी करवा लिया
फिर उसने कई सवाल करने के बाद आधार कार्ड व्हाट्सएप पर स्क्रीन शेयर भी करवा लिया है। वो सभी व्हाट्सएप नंबर 7727970960 से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कथित रूप से छापेमारी के दौरान प्राप्त नोट के बंडल, पुलिस की गिरफ्त में आये एक व्यक्ति की फोटो आदि प्रेषित कर मनोज यादव को भयभीत करने का प्रयास किया।
ठग बोला- आपको सुप्रीम कोर्ट से बेल कराना होगा
ठग ने कहा कि आप संजय सिंह के मामले में फंस चुके हैं, आपको सर्वोच्च न्यायालय से बेल कराना पड़ेगा। फिर उसने शिक्षक से उनका बैंक डिटेल मांगा। कहा कि मेरे फोन पर बैलेंस निकाल कर भेजो। मेरे खाते में ज्यादा पैसा नहीं होने पर धमकाया कि 90 हजार वेतन के बावजूद भी खाता में पैसा नहीं रखे हैं।
कहीं और रखे हैं क्या। इसके बाद शिक्षक को शक हुआ कि यह कोई फर्जी कस्टम और पुलिस अधिकारी है। इसके बाद फोन काट दिया। मनोज यादव ने इस संदर्भ में जरमुंडी थाना में लिखित शिकायत दर्ज कर मामले की जांच की मांग की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
साइबर फ्रॉड से बचने के तरीके
- सुरक्षित पासवर्ड: अपने ऑनलाइन अकाउंट्स के लिए मजबूत और अद्वितीय पासवर्ड का उपयोग करें।
- दो-कारक प्रमाणीकरण: दो-कारक प्रमाणीकरण का उपयोग करें, जिससे आपके अकाउंट को अतिरिक्त सुरक्षा मिले।
- वीडियो कॉल पर सावधान: वीडियो कॉल पर अनजान लोगों से बात न करें और न ही किसी तरह की वित्तीय जानकारी साझा करें।
- संदिग्ध ईमेल और लिंक से बचें: संदिग्ध ईमेल और लिंक पर क्लिक न करें, क्योंकि वे मैलवेयर या फ़िशिंग हमलों का कारण बन सकते हैं।
- अपने डिवाइस को अपडेट रखें: अपने डिवाइस को नियमित रूप से अपडेट रखें, ताकि आपको नवीनतम सुरक्षा पैच मिलें।
- सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क का उपयोग न करें: सार्वजनिक वाई-फ़ाई नेटवर्क का उपयोग न करें, क्योंकि वे सुरक्षित नहीं हो सकते हैं।
- अपने बैंक खाते की जानकारी सुरक्षित रखें: अपने बैंक खाते की जानकारी सुरक्षित रखें, और कभी भी अपने खाते की जानकारी किसी भी व्यक्ति या वेबसाइट के साथ साझा न करें।
- साइबर फ्रॉड की रिपोर्ट करें: यदि आपको लगता है कि आपके साथ साइबर फ्रॉड हुआ है, तो तुरंत अपने बैंक और स्थानीय पुलिस स्टेशन को सूचित करें।
- सुरक्षित वेबसाइटों का उपयोग करें: सुरक्षित वेबसाइटों का उपयोग करें, जो HTTPS प्रोटोकॉल का उपयोग करती हैं और जिनके पास सुरक्षित प्रमाण पत्र हैं।
- अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें: अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें, और कभी भी अपने डिवाइस को अनजान व्यक्तियों के साथ साझा न करें।
- साइबर सुरक्षा जागरूकता: साइबर सुरक्षा जागरूकता को बढ़ावा दें, और अपने परिवार और मित्रों को साइबर फ्रॉड के बारे में जागरूक करें।
ये भी पढ़ें
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।