'मनी लॉन्ड्रिंग में फंसोगे..', WhatsApp पर वीडियो कॉल में दिखाई वर्दी की धौंस, युवक को घर में 'कैदी' बनाकर की ठगी
बिहार की राजधानी पटना में एक युवक को डिजिटल अरेस्ट करने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार युवक को व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल किया गया था। कॉल करने वाले ने खुद को पुलिस कर्मी बताया। इसके बाद मनी लॉन्ड्रिंग मामले में युवक का नाम आने और वर्दी की धौंस दिखाकर मोटी रकम यूपीआई से ट्रांसफर करा ली गई।

जागरण संवाददाता, पटना। कुम्हार निवासी 30 वर्षीय युवक सुबह तैयार होकर घर से निकल रहा था तभी उसके मोबाइल पर अंजान नंबर से फोन आया। खुद का नाम बताते हुए बोला कि आपके नंबर से एक बैंक खाता लिंक है।
मनी लॉन्ड्रिंग में इस खाते और नंबर का इस्तेमाल हो रहा था और मुंबई में केस दर्ज किया गया है। यह सुनकर युवक दंग रह गया।
केस दर्ज करने के बाद उनके सभी मोबाइल नंबर बंद होने की बात कही और फिर सार्वजनिक अपमान, आपराधिक कार्रवाई का डर दिखाकर दबाव बनाया।
फोन पर पीड़ित की आवाज बदलते ही ठग समझ चुका था कि 'शिकार' अब जाल में फंस गया है। कुछ देर बाद युवक के मोबाइल पर वीडियो कॉल आया और खुद को पुलिसकर्मी बताकर ठग ने उन्हें दो घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा।
फिर उनसे यूपीआई के माध्यम से 40 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। पीड़ित की शिकायत पर साइबर थाने की पुलिस केस दर्ज कर छानबीन में जुटी है।
बैंक खाता और एटीएम कार्ड का हवाला देकर डराया
- वीडियो कॉल पर ठग ने पुलिस की वर्दी पहनकर बात की। कहा कि वह एसपी के पास हैं और आपको गिरफ्तार किया जाएगा।
- क्योंकि मनी लॉन्ड्रिंग के एक केस की जांच की जा रही है, इससे जुड़े आरोपित ने बताया है कि वह जो भी ट्रांजेक्शन करता है उसमें आपको मुनाफा देता है। उस आदमी ने आपका नाम बताया है।
- साथ ही कैनरा बैंक का आपके नाम का बैंक खाता और एटीएम कार्ड है, जो जब्त है। पीड़ित के परिवार में कौन-कौन हैं? कौन क्या करता है और कौन लोग घर में मौजूद हैं?
- इसके बारे में पूछा। बोला, पुलिस स्टेशन से बात हो रही है। कोई आदमी या आवाज नहीं आनी चाहिए। बातचीत के दौरान एक जगह रहें।
सहानुभूति का दिखावा, बचने का दिखाया रास्ता
इतना सुनकर पीड़ित युवक डर गया। फिर ठग फोन अपने दूसरे साथी के पास ले गया, बोला वही केस होने पर अरेस्ट या निष्कासित करते हैं। अच्छे से बात करिएगा। जैसे ही दूसरे ठग के पास फोन गया, वह भी वर्दी पहने हुए था।
इस दूसरे शख्स ने भी कहा कि आपको मुंबई थाना नहीं आना पड़े इसके लिए हम कोर्ट से मेल पर अप्रूवल ले रहे हैं।
फिर दस मिनट बाद बोला कि कोर्ट से बताया गया है कि जो अकाउंट नंबर दिया जा रहा है, उसमें कम से कम 40 हजार रखना है। नहीं तो गिरफ्तार किया जाएगा।
व्हाट्सएप पर कुछ पेपर भेजे। साथ में एक यूपीआई नंबर भेजते हुए बताया कि पैसे भेजने पर आसानी से बच जाएंगे।
यह भी पढ़ें
Cyber Crime: अनपढ़ से CA तक.. साइबर ठगों का नेटवर्क, प्राइवेट कंपनी की आड़ में ट्रांसफर करा रहे ठगी की रकम
Digital Arrest: साइबर क्राइम में जामताड़ा से आगे निकला नवादा, एक कॉल पर अकाउंट खाली कर देते हैं ठग
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।