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    Digital Arrest: साइबर क्राइम में जामताड़ा से आगे निकला नवादा, एक कॉल पर अकाउंट खाली कर देते हैं ठग

    Updated: Mon, 16 Dec 2024 02:54 PM (IST)

    बिहार के नवादा जिले के पकरीबरावां पुलिस अनुमंडल में साइबर अपराध की घटनाएं बढ़ गई हैं। यहां के कई गांवों के युवा साइबर अपराध से जुड़े हुए हैं। हाल के दिनों में कई राज्यों की पुलिस ने यहां आकर साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है लेकिन पुलिसिया कार्रवाई के बाद भी ठगी का धंधा कम नहीं हो रहा है। फरवरी से दिसंबर तक 220 साइबर ठग गिरफ्तार हो चुके हैं।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    राजेश प्रसाद, नवादा। पूरे देश में साइबर क्राइम का मामला आता है, तो संबंधित राज्यों की पुलिस सीधा झारखंड के जामताड़ा पहुंचती है। देशभर में साइबर अपराधों के लिए फेमस जामताड़ा की राह पर अब बिहार के नवादा जिला के पकरीबरावां पुलिस अनुमंडल में साइबर बदमाशों की घटनाएं काफी बढ़ गई है।

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    अनुमंडल के कई गांव ऐसे हैं, जहां के युवा साइबर अपराध से जुड़े हुए हैं। हाल के दिनों में कई राज्यों की पुलिस भी यहां पहुंच चुकी है, और साइबर ठग से जुड़े मास्टरमाइंड को भी पकड़ा है।

    पुलिसिया कार्रवाई के बाद भी ठग का धंधा नहीं कम रहा है। पुलिस डायरी में दर्ज साइबर अपराध के मामले साफ बता रही है, कि पकरीबरावां अनुमंडल में साइबर बदमाशों की तूती बोलती है। फरवरी से लेकर दिसबंर अबतक का 220 साइबर ठग के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है। ज्यादा तर मामले में दूसरे राज्यों से पुलिस पहुंचती है।

    साइबर बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली से लेकर हैदराबाद झारखंड और दूसरे राज्यों की पुलिस भी पहुंचती है। लगातार हो रही कार्रवाई के बाद भी यह धंधा बंद नहीं हो रहा है, और चरम पर पहुंच गया है। ऐसे में पुलिस के समक्ष भी साइबर बदमाशों से पार लगाना बड़ी चुनौती बन गई है।

    एक हैलो में कंगाल करते हैं ठग

    साइबर बदमाश इस कदर शातिर है कि एक हेलो काल से खाते का पूरा रकम उड़ा लेते हैं। इस धंधे में ज्यादातर पकरीबरावां, काशीचक व वारिसलीगंज थाना क्षेत्र गांव के लोग शामिल हैं। ऐसे पुलिस अनुमंडल क्षेत्र के कई गांव में भी यह धंधा चल रहा है। इसके लिए सिरदर्द बना हुआ है।

    पकरीबरावां थाना क्षेत्र के तलपोस, कोनन्दपुर, उसरी, हथियारी, बौढाना, पोकसी, केशौरी वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के सोरहीपुर, कंधा, भवानीबीघा, भेड़िया, फतहा, बलबापर, चकवाय, अपसढ़, बाघी, गोसपुर, धनबीघा, जलालपुर, आजमपुर, कोचगांव, पैंगरी, बरनावा, मुर्गियाचक, सौर, बेलदारिया, गोडापर, दरियापुर, शेखपुरवा, मकनपुर, चंडीपुर, गोपालपुर समेत थाना क्षेत्र के अधिकांश गांवों में गिरोह अपना पांव पसार चुका है।

    गिरोह में 12 वर्ष से लेकर 40 वर्ष के युवक, युवतियां इसे रोजगार के रूप में अपना कैरियर बना ठगी के नेटवर्क से जुड़ रहे है। इनको लेकर कई तरीके से प्रशिक्षण दिया जाता है।

    माह-गिरफ्तार हो चुके साइबर ठगों की संख्या

    • फरवरी-39
    • मार्च-14
    • अप्रेल-19
    • मई-15
    • जून  -21
    • जुलाई-17
    • अगस्त-17
    • सितंबर-15
    • अक्टूबर-19
    • नंबवर-22
    • दिसंबर-12

    4.06 करोड़ की साइबर ठगी में थावे की युवती गिरफ्तार

    वहीं, गोपालगंज जिले की थावे पुलिस और महाराष्ट्र की पुणे पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी करते हुए साइबर अपराध के मामले में आरोपित युवती को थावे थाना क्षेत्र के लोहरपट्टी गांव से गिरफ्तार कर लिया।

    गिरफ्तार युवती थावे थाना क्षेत्र के लोहरपट्टी गांव निवासी स्व. मुस्तकीम की बेटी सानिया उर्फ गुड़िया सिद्दीकी बताई जा रही है।

    पुलिस ने यह संयुक्त कार्रवाई 4,06,17,316 रुपये की साइबर ठगी के मामले में की है। सानिया अपने घर में कम ही रहती थी। वह दो दिन पहले ही घर आई थी।

    थानाध्यक्ष धीरज कुमार ने बताया कि गिरफ्तार युवती के विरुद्ध महाराष्ट्र के पुणे साइबर थाना में 4.06 करोड़ रुपये की साइबर ठगी का मामला दर्ज है। इसमें फरार चल रही थी।

    गिरफ्तार युवती को महाराष्ट्र पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया। छापेमारी के दौरान थानाध्यक्ष धीरज कुमार और एसआइ शशि सपना सहित महाराष्ट्र पुलिस बल मौजूद थे।

    इसी साल चार फरवरी को साइबर ठगी की घटना की सूचना पुणे सिटी साइबर थाना को दी गई थी। प्राथमिकी सागर जयंती बोरा ने कराई थी।

    लालच देकर ठगी करने वाले तीन साइबर ठग गिरफ्तार

    बिहारशरीफ में साइबर थाना पुलिस ने अस्थावां थाना पुलिस के सहयोग से उगावा गांव में छापेमारी कर एक बड़ी कंपनी में प्लेबाय सेक्स जॉब की नौकरी, मनपसंद लड़कियों से सेक्स और शादी कराने, एंबुलेंस ड्राइवर में भर्ती समेत अन्य तरह का लालच देकर बेरोजगार और भोले-भाले लोगों को ठगने वाले तीन साइबर ठगों को पुलिस ने पांच मोबाइल और सिम कार्ड के साथ गिरफ्तार किया है।

    साइबर थाना इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि इंडियन जिगोलो क्लब प्राइवेट लिमिटेड नाम से फर्जी साइट बनाकर प्ले बाय की नौकरी का झांसा देते थे।

    इस साइड से जुड़ने वाले बेरोजगार युवक को रजिस्ट्रेशन और होटल में लड़कियों से मिलाने के नाम पर पैसे की ठगी की जाती थी। इसके अलावा अन्य तरह का भी लालच देकर यह लोगों से ठगी कर रहा था।

    भारत सरकार के साइबर पोर्टल प्रहार और तकनीकी इनपुट के आधार पर उगावा गांव से मुन्ना प्रसाद के पुत्र रूपेश कुमार, अलखदेव देव प्रसाद के पुत्र राजेश कुमार और मनय पासवान के पुत्र सूरज कुमार पासवान को पांच मोबाइल और तीन सिम कार्ड के साथ गिरफ्तार किया गया है।

    छापेमारी टीम में सर्किल इंस्पेक्टर साकेत कुमार, थानाध्यक्ष लालमणि दुबे, धर्मेश कुमार, दरोगा रितु रंजन के अलावा पुलिस वालों के जवान शामिल थे। 

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