जासं, धनबाद। अगलगी की घटना के बाद आरसी हाजरा मेमोरियल अस्पताल में सन्नाटा पसरा हुआ है। अस्पताल के मुख्य गेट को बंद कर दिया गया है। किसी भी प्रकार के बाहरी व्यक्ति को परिसर में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। हमेशा मरीजों से भरा रहने वाला अस्पताल सोमवार को वीरान दिखा। एक-दो लोग ही अस्पताल परिसर में दिखे। घटना के बाद डा. प्रेमा के मायके बेंगलुरु से कई लोग धनबाद आए हैं। घटना के बाद स्वजनों के बीच तरह-तरह की बातें हो रही हैं। कोई इसे हादसा तो कोई इसे साजिश कह रहा है। 

बंगाल में प्रवाहित होंगी अस्थियां

डा. विकास व प्रेमा हाजरा की अस्थियां बंगाल में प्रवाहित की जाएंगी। इसको लेकर घर के सदस्य तैयारी कर रहे हैं। रविवार को चिकित्सक दंपत्ति व उनके भांजे सोहम का बस्ताकोला मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया था। दूसरी और पाटलिपुत्र नर्सिंग होम में भर्ती सुनील मंडल की स्थिति नाजुक बनी हुई है।

आइएमए लाइसेंस को लेकर करेगा विरोध

निजी अस्पतालों को लाइसेंस समय पर निर्गत नहीं करने समेत अन्य विषयों को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जल्द ही राज्यस्तरीय बैठक करेगा। जिला सचिव डा. सुशील कुमार ने बताया कि रांची में होने वाली इस बैठक में राज्य के तमाम सदस्य गण मौजूद रहेंगे। उन्होंने बताया कि डा. विकास इंडियन मेडिकल एसोसिएशन धनबाद के उपाध्यक्ष के पद पर थे। बैठक के बाद चिकित्सकों को होने वाली समस्याओं से सरकार और विभाग को अवगत कराया जाएगा। अगर मांगे नहीं मानी जाएगी, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

अस्पताल के सीसीटीवी में नहीं मिला फुटेज

हाजरा अस्पताल में आगजनी के दौरान चिकित्सक दंपत्ति समेत पांच की मौत का राज अब भी अनसुलझा हुआ है। फोरेंसिक टीम ने अस्पताल से जो डीवीआर जब्त की थी, वह डीवीआर पूरी तरह जलकर खाक हो गया है। डीवीआर जलने के साथ ही अस्पताल का फुटेज भी खत्म हो गया। इधर, फायर विभाग की टीम भी आग लगने के कारणों की जांच कर रही है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आग कैसे लगी।

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Edited By: Arijita Sen