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    New Education Policy: ग्रेजुएशन कर रहे स्टूडेंट ध्यान दें, 3 साल में ही पढ़ाई छोड़ी तो नहीं मिलेगी ऑनर्स डिग्री

    Updated: Tue, 01 Apr 2025 03:00 PM (IST)

    नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक स्तर की पढ़ाई में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। अब छात्रों को ऑनर्स डिग्री प्राप्त करने के लिए चार साल का पाठ्यक्रम पूरा करना होगा। यदि कोई छात्र बीच में पढ़ाई छोड़ता है तो उसे सामान्य स्नातक डिग्री ही मिलेगी। यहां हम आपको नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक स्तर की पढ़ाई से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे।

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    बीबीएमकेयू में तीन साल पर स्नातक छोड़ा तो नहीं मिलेगी ऑनर्स डिग्री।

    जागरण संवाददाता, धनबाद। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत इस साल चौथे वर्ष यानी सेमेस्टर सात की पढ़ाई शुरू होगी। सेमेस्टर छह में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को यह ध्यान देना होगा कि यदि वे इस सेमेस्टर में अपनी पढ़ाई छोड़ते हैं तो उन्हें ऑनर्स की डिग्री नहीं मिलेगी, बल्कि सामान्य स्नातक डिग्री से ही काम चलाना होगा।

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    वहीं, सेमेस्टर सात के प्रमुख तीन विषयों में नामांकन लेने के लिए 7.5 सीजीपीए अंक लाना अनिवार्य होगा। इधर, सेमेस्टर सात की पढ़ाई को लेकर बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय धनबाद (Binod Bihari Mahto Koyalanchal University, Dhanbad) में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) (New Education Policy, NEP) कमेटी की बैठक तो हुई, लेकिन अब तक कॉलेजों के लिए जरूरी कार्यशाला का आयोजन नहीं हो पाया है।

    तीन वर्ष में स्नातक छोड़ने को देना होगा आवेदन

    एनईपी (NEP) के प्रविधानों के अनुसार ऑनर्स की डिग्री प्राप्त करने के लिए चार साल का पाठ्यक्रम पूरा करना होगा।

    ऐसा नहीं करने वाले विद्यार्थी अपने कॉलेज के माध्यम से आवेदन देकर अपनी सामान्य स्नातक (Graduation) की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। इसके बाद वे उच्च शिक्षा के लिए नामांकन ले सकते हैं।

    जब चाहे छोड़ सकते हैं स्नातक

    • नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (New Education Policy) के तहत विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखा गया है। इसमें चार सालों में आठ समेस्टर की पढ़ाई करनी है। यदि किसी कारणवश वे बीच में पढ़ाई छोड़ते हैं तो उन्हें डिप्लोमा अथवा डिग्री का प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
    • यदि कोई विद्यार्थी पहले या दूसरे साल में ही पढ़ाई छोड़ता है तो उसे डिप्लोमा का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। ऐसे विद्यार्थियों को बाद में भी तीन अथवा चार वर्षीय डिग्री कार्यक्रम में नामांकन कराने का मौका मिलेगा। वहीं] तीन साल का पाठ्यक्रम पूरा करने वाले विद्यार्थियों को डिग्री दी जाएगी।
    • इसके बाद चौथे वर्ष में जाने वाले विद्यार्थी आठवां सेमेस्टर खत्म होने के बाद ऑनर्स की डिग्री प्राप्त करने के पात्र माने जाएंगे। नई शिक्षा नीति के तहत उन्हें परीक्षा परिणाम आने के बाद ऑनर्स की डिग्री दी जाएगी।

    नहीं हुई कार्यशाला

    एनईपी (New Education Policy) को लेकर विश्वविद्यालय स्तर से कालेजों के लिए कार्यशाला आयोजित की जानी है, लेकिन बैठक के बाद से यह कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा सका है।

    ऐसे में चौथे साल की स्नातक पढ़ाई को लेकर धनबाद (Dhanbad News) और बोकारो (Bokaro News) जिले के कॉलेजों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

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