झरिया विधायक रागिनी के कार्यालय में भगोड़े देवर ने की फायरिंग, जांच में जुटी पुलिस
झरिया विधायक रागिनी के कार्यालय पर देवर शशि सिंह ने की फायरिंग की। इस मामले में रागिनी ने पूर्व विधायक पूर्णिमा के देवर एकलव्य और हर्ष पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। झरिया विधायक के कार्यालय के पास ताबड़तोड़ 5 राउंड फायरिंग का दावा किया गया है। कांग्रेस नेता सुरेश सिंह की हत्या के मामले में शशि फरार है और उस पर इनाम भी घोषित है।
संवाद सहयोगी, धनसार। कांग्रेस नेता सुरेश सिंह की हत्या के मामले में 13 साल से फरार शशि सिंह ने साथी रतीश सिंह के साथ मिल शनिवार सुबह कतरास मोड़ में भाजपा विधायक रागिनी सिंह के कार्यालय पर फायरिंग की।
इस घटना के बाद झरिया में सिंह मेंशन और रघुकुल समर्थकों में फिर तनाव बढ़ गया है। विधायक का आरोप है कि कांग्रेस की पूर्व विधायक पूर्णिमा सिंह, उनके देवर एकलव्य सिंह और हर्ष सिंह उनकी हत्या का षड्यंत्र करते रहे हैं।
हत्या की साजिश रचने का आरोप
विधायक ने कहा शनिवार को हमारी हत्या के षड्यंत्र के तहत ही एकलव्य व हर्ष सिंह ने ही शशि सिंह को भेजा था। रागिनी ने एक सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया है। उसमें दिख रहा है कि दो युवक कार्यालय के अंदर आए। इसके बाद बाहर निकल गए। एक के हाथ में रुमाल था, आरोप है कि इसके नीचे पिस्टल थी।
जांच में जुटी पुलिस
सूचना पाकर झरिया थाना प्रभारी शशिरंजन कुमार कतरास मोड़ कार्यालय पहुंचे व छानबीन की। स्थानीय लोगों ने बताया कि कतरास मोड़ में विधायक के कार्यालय के सामने एक पुराना घर है। यहीं पर शनिवार की सुबह करीब सात बजे दो वाहन से चार लोग उतरे थे। उसमें से दो लोग कार्यालय में घुसे थे। एक के हाथ में रुमाल से ढकी पिस्टल थी।
झरिया विधायक के साथ सीसीटीवी फुटेज देखते झरिया थाना प्रभारी शशि रंजन कुमार
कार्यालय में वे किसी की तलाश कर रहे थे, नहीं मिलने पर वहां से निकले। कार्यालय के विपरीत दिशा में मौजूद बंद घर के पास गए। उसके बाद फायरिंग करने लगे। बंद घर के दरवाजे व दीवार पर गोली के निशान बन गए। इसके बाद सभी चले गए।
वहीं थानेदार का कहना है कि लिखित शिकायत हुई है। जांच कर रिपोर्ट वरीय अधिकारियों को देंगे। हमारे कार्यालय की होती रेकी, प्रशासन को दे चुके हैंष रागिनी सिंह का कहना है कि हर्ष और एकलव्य ने हत्या की साजिश की है। चुनाव जीतने के बाद से कुछ लोग मेरे कार्यालय के आसपास रेकी कर रहे हैं। इसकी सूचना हमने पूर्व में ही जिला प्रशासन को दे दी थी।
ठंड के कारण विलंब से पहुंची कार्यालय
रागिनी ने बताया कि सुबह सात बजे मुझे कतरास मोड़ झरिया अपने कार्यालय में आना था। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम था, इसकी सूचना बहुत लोगों को थी। ठंड की वजह से मुझे घर से निकलने में विलंब हो गया, अन्यथा न जाने क्या होता। सुबह आठ बजे पता चला कि कार्यालय में दो अपराधी आए थे। कार्यालय पहुंच सीसीटीवी फुटेज देखे।
मोबाइल में सीसीटीवी फुटेज दिखाती झरिया विधायक
पहचाना कि उनमें से एक पृथ्वी मेंशन सरायढेला निवासी शशि सिंह है, जो हमारे चचिया ससुर रामधीर सिंह का पुत्र है। शशि हत्या के आरोप में फरार है, सरकार ने 50 हजार का इनाम घोषित किया है।
दूसरा रतीश सिंह है, जो गोरखपुरी कैंप, बोर्रागढ़ का रहने वाला है। ये दोनों चेक करने आए थे कि हम कार्यालय में हैं या नहीं। फिर बाहर जाकर फायरिंग की। ये पहले से घात लगाए थे।
विरोधी राजनीति में हार गए, इसलिए क्षति पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। चुनाव में भी अपराधी तत्व खुलेआम घूम रहे थे। धनबाद में खुद प्रशासन सुरक्षित नहीं है। बाघमारा की घटना उदाहरण है।
पुलिस पर ही अपराधी हमले कर अधिकारी को घायल कर चुके हैं। बावजूद हम डरने वाले नहीं है। लड़ना है तो सामने आकर लड़ो, पीछे से वार न करो।
शशि सिंह से तो हम दसियों साल से नहीं मिले। सिंह मेंशन की तरह हम हत्या की राजनीति नहीं करते। रागिनी सिंह के पति तो खुद ही भाई की हत्या में जेल में हैं। पुलिस प्रशासन इस मामले की गहराई से जांच करे, सच्चाई सामने आ जाएगी।
हर्ष सिंह, देवर, पूर्व विधायक पूर्णिमा सिंह
विधायक रागिनी सिंह ने जो आरोप लगाए हैं, उसकी जांच चल रही है। प्रारंभिक जांच में कोई खोखा बरामद नहीं हुआ है। न ही कोई फायरिंग के सीधे तौर पर सबूत मिले हैं। पूरी जांच के बाद ही कोई निष्कर्ष निकल पाएगा।
अजीत कुमार, पुलिस अधीक्षक नगर, धनबाद
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