Jharkhand News: BJP में शामिल होते ही एक्शन में आए रघुवर दास, कहा- 5 महीने में अगर...
मुख्यमंत्री रहते सीएनटी में छेड़छाड़ के आरोप को रघुवर दास ने बताया दुष्प्रचार। उन्होंने कहा कि सिर्फ सरकारी जमीन के अधिग्रहण को ग्रामसभा के जरिए करने की बात कही गई। रघुवर दास ने कहा कि भाजपा आदिवासियों को समग्र समाज का हिस्सा मानती है। उनका विकास पहली प्राथमिकता है। इसके साथ ही उन्होंने राज्य सरकार को भी 5 महीने का अल्टीमेटम देते हुए आंदोलन की चेतावनी दी।

राज्य ब्यूरो, जागरण.रांची। भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रदेश कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। एक सवाल के जवाब में रघुवर दास ने कहा कि सीएनटी एक्ट में उनकी सरकार में कोई छेड़छाड़ नहीं हुई थी। सिर्फ सरकारी योजनाओं के लिए जमीन के अधिग्रहण को ग्रामसभा के जरिए किए जाने की बात कही गई थी।
विरोधियों ने किया दुष्प्रचार
रघुवर दास ने कहा कि जमीन के नेचर में कोई छेड़छाड़ नहीं हुई थी, लेकिन विरोधियों ने उनके नाम पर दुष्प्रचार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने उन्हें बहुत सम्मान दिया। प्रदेश अध्यक्ष, मंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल बनाया। ऐसे में पार्टी से फिर जुड़कर वो कार्यकर्ता भाव से काम करेंगे।
झारखंड की अस्मिता पर हो रहे हमले को रोकना लक्ष्य
रघुवर दास ने कहा कि उनका एक ही मिशन है कि झारखंड की अस्मिता पर हो रहे हमले को रोका जाए। आज मतांतरण के लिए भोले-भाले लोगों को बहकाया जा रहा है।
घुसपैठ बड़े पैमाने पर हो रहा है। हमारी सरकार ने पीएफआइ संगठन पर बैन लगाया था। अब संताल परगना में फिर से पीएफआइ की गतिविधियां बढ़ गई हैं। सत्तारुढ़ दल उन्हें संरक्षण दे रहा है।
5 महीने के इंतजार के बाद करेंगे आंदोलन
प्रेस वार्ता में रघुवर दास ने कहा कि उन्हें कार्यकर्ता रहना पसंद है, लेकिन झारखंड में भाजपा को फिट और फाइटिंग वाली पार्टी बनाना है। अगर राज्य सरकार अपने वादे पूरे नहीं करती है तो कार्यकर्ता अगले पांच महीने की प्रतीक्षा के बाद आंदोलन करेंगे। राज्य सरकार के जनादेश का अपमान करने नहीं किया जाएगा।
लाट साहब नहीं, जनता का गवर्नर बना
- ओडिशा में राज्यपाल के अपने कार्यकाल को रघुवर दास ने सेवा का अवसर बताया।
- उन्होंने कहा कि, ओडिशा के राजभवन में वो लाट साहब की हैसियत से नहीं बैठे, बल्कि जनता का गवर्नर बनकर काम किया।
- केंद्र सरकार की योजना जिलों में सही से चले इसके लिए काम किया। लोगों के सुख-दुख में साथ रहे।
शुक्रवार को ज्वाइन की भाजपा
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास (Raghubar Das) ने एक बार फिर शुक्रवार को भाजपा की सदस्यता ली। उन्होंने 23 अक्टूबर 2023 को ओडिशा का राज्यपाल बनाए जाने के बाद भाजपा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था।
झारखंड में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में हार के बाद रघुवर दास की वापसी बीजेपी के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है।
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