Jharkhand: 'हेमंत की गेंद पर आउट हो चुके खिलाड़ी को लेकर आई भाजपा', रघुवर दास पर JMM का कटाक्ष
भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को फिर से पार्टी में शामिल कर लिया है। इस पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने तंज कसते हुए कहा है कि भाजपा उस खिलाड़ी को फिर से बल्लेबाजी कराने के लिए लेकर आई है जिसे वर्ष 2019 में हेमंत सोरेन ने आउट कर दिया था। उन्होंने चंपई अर्जुन मुंडा और मधु कोड़ा की गैरमौजूदगी पर भी सवाल उठाए।

राज्य ब्यूरो, रांची। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा दोबारा भाजपा की सदस्यता लेने पर सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने व्यंग्य करते हुए कहा है कि भाजपा उस खिलाड़ी को फिर से बल्लेबाजी कराने के लिए लेकर आई है, जिसे वर्ष 2019 में हेमंत सोरेन ने आउट कर दिया था। इसके बाद इलाज के लिए इन्हें ओडिशा भेजा गया।
उन्होंने कहा, रघुवर दास खुद कहते रहे कि वहां वे भाजपा कार्यकर्ता के रूप में अपनी सेवा दे रहे थे। ऐसी बातें राज्यपाल को नियुक्त करने वालीं राष्ट्रपति के पास भी जरूर पहुंची होगी। संवैधानिक पद पर बैठा राज्यपाल सार्वजनिक रूप से ऐसी बातें करे तो यह लोकतंत्र और संविधान के लिए बड़ी विचित्र स्थिति है।
'क्यों नहीं आए चंपई, अर्जुन मुंडा और मधु कोड़ा?'
भाजपा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र राय ने रघुवर दास के सदस्यता ग्रहण के मौके पर राहू और केतू के मिलन की बातें की। अब वही बता पाएंगे कि राहु-केतू कौन है? उन्होंने इस मौके पर पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा, चंपई सोरेन और मधु कोड़ा की उपस्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये लोग कहां गए? सिर्फ बाबूलाल मरांडी ही इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
'बोलने की स्थिति में नहीं रहेंगे रघुवर'
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि रघुवर दास ने पांच महीने चुप रहने की बात की है, लेकिन उनका दावा है कि वे आगे भी बोलने की स्थिति में नहीं होंगे। राज्य की जनता ने उन्हें और उनकी पार्टी को नकार दिया है। भविष्य में भी झारखंड की जनता ने भाजपा को यहां से उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है।
लोकसभा में केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री द्वारा राज्य का बकाया 1.36 लाख करोड़ रुपये से इनकार करने और कोयला मंत्री की स्वीकारोक्ति को विरोधाभासी बताते हुए कहा कि यह अजीब स्थिति है। प्रदेश के भाजपा नेता सहयोग के बजाय जनता के हक को छीनने में केंद्र सरकार की मदद करते रहते हैं।
उन्होंने केंद्रीय कोयला मंत्री द्वारा अस्पताल बनाने की घोषणा पर कहा कि वे कोई अहसान नहीं कर रहे हैं। ऐसा सीएसआर फंड के तहत हो रहा है।
भाजपा का आदिवासी विरोधी चेहरा सामने आया: कांग्रेस
रघुवर दास के एक बार फिर भाजपा में शामिल होने पर प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने तंज कसते हुए कहा कि एक बार फिर भाजपा का आदिवासी विरोधी चेहरा सामने आया। उन्होंने कहा कि यही रघुवर दास जब इस राज्य के मुख्यमंत्री थे तो आदिवासियों की अस्मिता से जुड़े सीएनटी, एसपीटी एक्ट में संशोधन का प्रस्ताव लेकर आए थे। आज रघुवर दास को संस्कृति की याद आयी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि अपने शासन काल में जिस प्रकार झारखंड की अस्मिता और संस्कृति को खत्म करने का प्रयास किया यह किसी से छिपा नहीं है। सिन्हा ने कहा कि छूटे हुए कारतूस से अब कुछ नहीं हो सकता। खरमास का बहाना कर विधायक दल का नेता नहीं चुन पाने वाली पार्टी आज खरमास में सदस्यता कैसे दिलवा रही है। मतलब साफ कि झारखंड भाजपा में टूट का खतरा बढ़ गया है।
उन्होंने आगे कहा, पांच वर्षों तक राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार चलाने वाले रघुवर दास ने राज्य को विकास के मामले में एक दशक पीछे धकेल दिया था कहीं ऐसा ना हो कि इस बार 22 सीट लाने वाली भाजपा अगले चुनाव में दो सीटों पर पहुंच जाए। यह साफ है कि भाजपा में तमाम आदिवासी नेताओं को हाशिये पर धकेल कर भाजपा आदिवासी समुदाय को भाजपा की राजनीति से निकलना चाहती है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।