Dhanbad News: स्वर्णरेखा एक्सप्रेस अब और Fast हो जाएगी, खास सुविधाओं के लिए होने जा रहा बड़ा बदलाव
Dhanbad News धनबाद से टाटा जानेवाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। रेलवे ने स्वर्णरेखा एक्सप्रेस को एलएचबी रैक से चलाने की घोषणा की है। 25 मई से यह ट्रेन एलएचबी रैक से चलेगी जिसमें जनरल सेकेंड सीटिंग और एसी चेयर कार का कोच भी होगा। इस बदलाव की मांग यात्रियों के द्वारा लंबे समय से की जा रही थी।

जागरण संवाददाता, धनबाद। Dhanbad News: धनबाद से टाटा जानेवाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर। उन्हें दशकों पुराने खटारा डब्बों में बैठ कर यात्रा से छुटकारा मिलेगा। रेलवे ने स्वर्णरेखा एक्सप्रेस को एलएचबी रैक से चलाने की घोषणा कर दी है। 25 मई से धनबाद व टाटा दोनों ओर से एलएचबी रैक से चलेगी। इस ट्रेन में जनरल, सेकेंड सीटिंग के साथ एक एसी चेयर कार का कोच भी जुड़ेगा।
स्वर्णरेखा एक्सप्रेस को एलएचबी रैक से चलाने की मांग झारखंड रेल यूजर्स एसोसिएशन की ओर से लंबे समय से की जा रही है। एसोसिएशन मौजूदा रैक की जर्जर स्थिति, कोच में बने गड्ढे समेत अन्य समस्याओं को अलग-अलग माध्यमों से उठा कर एलएचबी में परिवर्तित करने का दबाव बनाता रहा है।
यात्री भी लगातार इस ट्रेन की खराब हालत की शिकायत करते रहे हैं। एक जुलाई 1993 को पटरी पर स्वर्णरेखा एक्सप्रेस के यात्रियों को 32 सालों बाद आरामदायक यात्रा का मौका मिल सकेगा। यात्रियों को और भी कई सुविधाएं मिलेंगी।
सुस्त चाल बदलने की भी जगी आस
धनबाद से टाटा पहुंचने में बस यात्रा लगभग साढ़े चार घंटे की है। स्वर्णरेखा एक्सप्रेस से टाटा पहुंचने में छह घंटे 40 मिनट लगता है। सुबह 5:35 पर खुलने वाली ट्रेन दोपहर 12:15 पर टाटा पहुंचती है। एलएचबी रैक से चलने से औसत 28 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली ट्रेन की सुस्त चाल सुधरने की भी उम्मीद है।
एलएचबी रैक की खासियतें इस प्रकार हैं:
1. उच्च गति: एलएचबी रैक उच्च गति पर चलने में सक्षम है, जिससे यात्रियों को तेजी से अपने गंतव्य तक पहुंचने में मदद मिलती है।
2. सुरक्षा: एलएचबी रैक में सुरक्षा के लिए कई विशेषताएं हैं, जैसे कि ऑटोमैटिक ब्रेकिंग सिस्टम और एंटी-क्लाइम्बिंग डिवाइस।
3. आरामदायक यात्रा: एलएचबी रैक में यात्रियों के लिए आरामदायक सीटें और अधिक जगह होती है, जिससे यात्रा अधिक सुखद होती है।
4. उच्च क्षमता: एलएचबी रैक में अधिक यात्रियों को ले जाने की क्षमता होती है, जिससे रेलवे को अधिक यात्रियों को सेवा प्रदान करने में मदद मिलती है।
5. कम रखरखाव: एलएचबी रैक का डिजाइन ऐसा है कि इसका रखरखाव कम होता है, जिससे रेलवे को लागत में बचत होती है।
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