Dhanbad News: धनबाद के 20 अस्पतालों पर मंडरा रहा बंद होने का खतरा, नए नियम आने से मचा हड़कंप
धनबाद के अस्पतालों के लिए बड़ी खबर है। आयुष्मान भारत में नए नियमों को शामिल किए जाने के बाद 20 अस्पतालों पर बंद होने का खतरा मंडरा रहा है। नए नियम के अनुसार ग्रामीण इलाके में 30 बेड जबकि शहरी इलाके में 50 बेड से ऊपर वाले अस्पतालों को ही आयुष्मान भारत की मान्यता मिलेगी। मुख्यालय रांची के आदेश के बाद धनबाद में इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। आयुष्मान भारत को लेकर नया अपडेट आया है। आयुष्मान भारत में नए नियमों को शामिल किए जाने पर धनबाद में सूचीबद्ध लगभग 20 अस्पताल बंद हो जाएंगे।
नये नियमों के तहत ग्रामीण इलाके में 30 बेड और शहरी इलाके में 50 बेड से ऊपर वाले अस्पताल को ही आयुष्मान भारत की मान्यता मिलेगी।
अस्पतालों को दिया जा रहा 6 महीने का समय
अब ऐसे अस्पतालों में खलबली मच गई है, जिन अस्पतालों के पास बेड की संख्या कम है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से ऐसे अस्पतालों को 6 महीने की मोहलत दी जाएगी। इस 6 महीने में इन अस्पतालों के क्लीनिक एस्टेब्लिशमेंट एक्ट की जांच भी की जाएगी।
इन अस्पतालों में यदि बेड की संख्या नहीं बढ़ाई गई, तो इसे बंद कर दिया जाएगा। मुख्यालय रांची के आदेश के बाद धनबाद में इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। आयुष्मान भारत के तहत धनबाद में 40 निजी और सरकारी अस्पताल सूचीबद्ध है।
दो कमरों का अस्पताल, फिर भी क्लीनिक एस्टेब्लिशमेंट एक्ट का लाइसेंस
धनबाद में क्लीनिक एस्टेब्लिशमेंट एक्ट का पालन नहीं हो रहा है। ग्रामीण इलाकों में कई जगहों पर दो कमरों में निजी अस्पताल चल रहे हैं। पिछले दिनों धनबाद में औचक निरीक्षण करने आई राज्य स्तरीय टीम ने ऐसे कई अस्पताल को पकड़ा था।
क्लीनिक एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत अभी 270 से ज्यादा निजी अस्पताल सूचीबद्ध हैं। इसी निजी अस्पताल में से स्वास्थ्य विभाग चयन करके आयुष्मान भारत के तहत अस्पताल को सूचीबद्ध करता है।
डॉक्टर और कर्मचारियों की ली जाएगी जानकारी
आयुष्मान भारत के तहत सूचीबद्ध अस्पतालों में डॉक्टर और कर्मचारियों की जानकारी ली जाएगी। यहां पर होने वाले इलाज से संबंधित सेवा की जानकारी ली जाएगी। डॉक्टरों की योग्यता कर्मचारियों की योग्यता से संबंधित कागजात लिए जाएंगे।
इसकी रिपोर्ट मुख्यालय रांची को भेजी जाएगी। बताया जाता है कि कई अस्पतालों में एक ही डॉक्टर राउंड पर रहते हैं। इसकी जानकारी मरीज को नहीं हो पाती है।
आयुष्मान भारत से सूचीबद्ध अस्पतालों का निरीक्षण किया जाएगा। जहां बेड की संख्या कम है, उसे बढ़ाने के लिए मोहलत दी जाएगी। नियम कानून के विरुद्ध चलने वाले पर कार्रवाई की जाएगी। - डॉ. सर्वजीत सिंह, नोडल पदाधिकारी, आयुष्मान भारत, धनबाद
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