बाबा की नगरी से हेमंत सोरेन का बड़ा एलान, जल्द होगी 40 से 50 हजार भर्तियां; बेटियों को लेकर भी सीएम ने की बड़ी घोषणा
CM Soren In Deoghar मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रदेशवासियों के लिए बाबा की नगरी देवघर से बड़ा एलान कर दिया है। उन्होंने कहा है कि आने वाले में प्रदेश में आने वाले समय में सिपाही शिक्षक और सीडीपीओ की 40-50 हजार पदों पर बहाली आएगी। साथ ही यह भी कहा कि बेटियां अब बोझ नहीं बनेगी और उसके पढ़ाई की जिम्मेदारी सरकार उठाएगी।

जागरण संवाददाता, देवघर। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन देवघर के खिजुरिया में आयोजित 'आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार' कार्यक्रम से यह संदेश दे गए कि जिस ईमानदारी से जनता के लिए जनता की सरकार काम कर रही है, उसका फलाफल वर्तमान में जितना दिख रहा है उससे कहीं अधिक आने वाले कल में दिखेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के माथे पर गरीबी, मजदूरी का कलंक है। देश का सबसे पिछड़ा राज्य है। चार साल में गरीबों, युवाओं, बेरोगारों, छात्र-छात्राओं के लिए जो योजनाएं शुरू की गई है, उसका लाभ मिल रहा है और झारखंज 2025 में युवा राज्य बनेगा।
जल्द होगी 40 से 50 हजार नियुक्तियां
आने वाले समय में 40 से 50 हजार नियुक्तियां होगी। इसमें सीडीपीओ, सिपाही और शिक्षकों की बहाली होगी। बेटियां बोझ नहीं होगी, उसके पढ़ाई की खर्च सरकार उठाएगी। शिक्षा से ही झारखंड की आने वाली पीढ़ी सशक्त होगी और राज्य भी मजबूत और शक्तिशाली होगा।
हेमंत सोरेन ने एलान किया कि सरकार प्रखंड मुख्यालय की तरह पंचायत मुख्यालय को सशक्त बना रही है। यह प्रखंड मुख्यालय का अतिरिक्त कार्यालय होगा। गांव के लोगों को अब भटकना नहीं पड़ेगा। 255 करोड़ की 64 योजनाओं का शिलान्यास-उदघाटन किया। साथ ही 5721 लाभुकों के बीच 7.97 करोड़ की परिसंपत्ति का वितरण किया गया।
ना काम करेंगे, ना करने देंगे को मजबूर कर रहे- सीएम सोरेन
मुख्यमंत्री आज उतने आक्रामक नहीं दिखे। विपक्ष को घेरा, लेकिन अपनी बात ज्यादा कहना चाह रहे थे। डबल इंजन की सरकार का जिक्र करते कहा कि इस कालखंड में दोनों हाथ से लूटा गया। केंद्र को कटघरे में लेते कहा कि ना काम करेंगे और ना करने देंगे को मजबूर किया जा रहा है।
हेमंत सोरेन ने पहाड़िया गांव में फैले कालाजार और मलेरिया के लिए विपक्ष के आरोप को वापस लौटा दिया और कहा कि केंद्र सरकार ने आवास योजना की राशि आवंटित नहीं किया। घर मकान नहीं होने के कारण ही ऐसी बीमारियां होती है। झारखंड सरकार ने ठान लिया कि केंद्र दे या ना दे राज्य के एक एक आवास विहीन लोगों को अबुआ आवास देंगे और वह भी तीन कमरा का देंगे।
मुख्यमंत्री ने जनता को भरोसा दिलाया
मुख्यमंत्री ने जनता को भरोसा दिलाया कि 'आपकी सरकार आपके दरवाजे' पर आकर योजना का लाभ दे रही है। पहले की सरकार में अधिकारी और कर्मचारी गांव नहीं जाते थे। अब वह नदी, नाला, पहाड़ टपकर गांव और टोला जा रहे हैं। पिछली सरकार को यहां भी घेरा और कहा उस समय ये अधिकारी और कर्मचारी उनका काम करते थे।
अभी जनता का काम कर रहे हैं। सरकार जनता के दरवाजे पर जाकर दो साल में जितना कर पाई है, लेकिन यह रूकने वाला नहीं है। गांव को और गांव में रहने वालों को सशक्त बनाना है।\
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कार्यक्रम को ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने संबोधित किया और कहा कि 23 साल के झारखंड में चार साल में जो हेमंत सरकार ने किया है, वह किसी ने नहीं किया है। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन, श्रम नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने भी संबोधित किया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने बाबा बैद्यनाथ की पूजा अर्चना किया।
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