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    Deoghar News: महंगी हो सकती है बिजली, JBVNL ने 30 फीसदी से ज्यादा टैरिफ बढ़ाने का दिया प्रस्ताव; उपभोक्ता कर रहे विरोध

    झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड द्वारा 30 फीसदी से ज्यादा टैरिफ बढ़ाने का प्रस्ताव लाया गया है। इस पर अप्रैल में कभी भी फैसला आ सकता है। इससे पहले जन सुनवाई का आयोजन किया गया है। इसमें सभी उपभोक्ताओं और व्यवसायिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने एक स्वर में टैरिफ बढ़ाने का विरोध किया। साथ ही पहले सर्विस ठीक करने की भी सलाह दी।

    By Amit Soni Edited By: Divya Agnihotri Updated: Sat, 22 Mar 2025 10:47 AM (IST)
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    झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड ने दिया टैरिफ बढ़ाने का प्रस्ताव

    जागरण संवाददाता, देवघर। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL) द्वारा टैरिफ दर बढ़ाने से संबंधित लाए गए प्रस्ताव पर अप्रैल माह में कभी भी फैसला आ जाएगा। इसका संकेत गिधनी में जन-सुनवाई के उपरांत झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग के विधि सदस्य महेंद्र प्रसाद ने दी।

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    उन्होंने कहा कि आयोग सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर ही कोई निर्णय तक पहुंचेगी ताकि उपभोक्ता भी बेहतर तरीके से विद्युत का उपयोग कर सके और कंपनी भी चलना चाहिए। आयोग इस बात का ध्यान रखता है कि कोई अनावश्यक वृद्धि ना करें और किसी को इतना कम नहीं मिले कि कंपनी ही गायब हो जाए।

    तकनीकी सदस्य अतुल कुमार ने कहा कि आयोग पूरी गंभीरता से इसका अध्ययन करेगी। आयोग का काम है उपभोक्ताओं को सस्ती दर पर अच्छी बिजली उपलब्ध हो, इसको ध्यान में रखकर ही टैरिफ का निर्धारण करती है।

    इनका काम है मांग मांगना है, कमिशन समीक्षा करने के बाद देने लायक मांग को ही देती है। काम जिस बेहतर तरीके से होनी चाहिए, उस स्तर की हो नहीं रही है।

    बिजली चोरी रोकने के लिए उठाएं कारगर कदम

    विद्युत चोरी को रोकने की दिशा में कारगर कदम उठाना चाहिए। कंपनी का मूल सिद्धांत खर्च को कम कर राजस्व को बढ़ाने पर काम करने की जरूरत है। कंपनी में मैन पावर की कमी से इनकार नहीं किया जा सकता है।

    शिकायत को सही तरीके से निष्पादन नहीं किया जाएगा। आयोग पेनाल्टी लगा सकती है, इससे बचें। टैरिफ बढ़ाने हर समस्या का समाधान नहीं है। जानकारी हो कि 30 फीसदी से अधिक टैरिफ बढ़ाने का प्रस्ताव निगम ने दिया है।

    जन सुनवाई में उठाए गए ये मुद्दे

    जन-सुनवाई के दौरान गलत बिलिंग, शिकायतों की सुनवाई सही तरीके से नहीं होना, एक ही व्यक्ति को दो-दो बिल आना, बिजली ठीक करने आने वाले बिजली मिस्त्री को पैसा देना, जले हुए ट्रांसफार्मर को बदलने में होने वाली परेशानी, समय पर बिजली बिल का नहीं मिलाने जैसी बातों को प्रमुखता से रखा गया।


    गिधनी में आयोजित जन-सुनवाई।

    टैरिफ बढ़ाने का हुआ विरोध

    विभिन्न व्यवसायिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने एक स्वर में टैरिफ बढ़ाने का विरोध किया। कहा पहले सर्विस ठीक करें, फिर बढ़ाने की सोचें। इस दौरान बारी-बारी से लोगों ने अपनी बातों को रखा और आठ रुपये तक टैरिफ बढ़ाने का विरोध किया।

    प्रो. उदय प्रकाश ने विरोध करते हुए कहा कि विद्युत विभाग बांस-बल्ले के सहारे बिजली का इस्तेमाल कर रहे लोगों की परेशानी दूर करें। वहीं उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने से पहले उपभोक्ताओं को विश्वास दिलाने की जरूरत है।

    मीटर का झूठे जांच कर उपभोक्ताओं को परेशानी नहीं किया जाना चाहिए। वहीं कुछ लोगों को दो-दो बिल का भुगतान करना पड़ रहा है। इसको भी गंभीरता से लेने की जरूरत है।

    संताल परगना चैंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष आलोक मल्लिक ने महज छह महीने बाद ही टैरिफ बढ़ाने के प्रस्ताव को आश्चर्यजनक बताया। गलत बिल, मैन पावर की कमी, बिजली की कम खरीदारी, गलत बिल की शिकायत का समाधान नहीं होना, मानसिक प्रताड़ना जैसी विसंगतियों को दूर करने की जरूरत है।

    देवघर चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष ने विभाग द्वारा प्रस्तुत राजस्व घाटा पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिजली बिल में सात-आठ तरह का चार्ज लेने के बाद घाटा कैसे होता है। कहा कि देवघर में विद्युत आपूर्ति सेवा के प्रति यहां के अधिकारी गंभीरता बरते है।

    वहीं निरंजन सिंह ने कहा कि आमदनी बढ़ाकर इंडस्ट्रीज को खड़ा नहीं किया जा सकता है, लेकिन गुणवत्ता बढ़ाकर, लागत घटाकर उत्पाद की कीमत घटाकर उपभोक्ता को जोड़कर रखा जा सकता है।

    इसके अलावा रितेश टिबड़ेबाल, प्रिंस सिंघल, राजेश सुल्तानिया, रमेश बाजला, राजेश कुमार व गोपाल कृष्ण शर्मा ने टैरिफ बढ़ाने का पुरजोर विरोध करते हुए अपनी बातों को रखा।

    अक्टूबर की जनसुनवाई के बाद नहीं हुई थी वृद्धि

    जन-सुनवाई के दौरान तमाम लोगों द्वारा रखी गई बातों पर जेबीवीएनएल के कार्यकारी निदेशक अरविंद कुमार ने कहा कि अक्टूबर माह में हुई जन-सुनवाई के उपरांत किसी तरह की वृद्धि नहीं की गई थी। कुछ बातें सामने लाई गई है, उस दिशा में सुधार कर बेहतरी करने का प्रयास स्थानीय स्तर पर किया जाएगा।

    जीएम परितोष कुमार ने कहा कि तमाम तरह की परेशानी को दूर करने की दिशा में पूरी गंभीरता से काम किया जाएगा। कहा कि सूचनाओं का आदान प्रदान के फासले को दूर करने के लिए विभाग व विभिन्न व्यवसायिक संगठनों के लोगों को व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा जाएगा। ताकि शिकायत मिले तो तुरंत समाधान निकाला जा सके।

    मौके पर विद्युत अधीक्षण अभियंता केके सिंह, कार्यपालक विद्युत अभियंता नीरज आनंद, सहायक विद्युत अभियंता लव कुमार सहित बड़ी संख्या में अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।

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