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    देवघर के सरकारी क्वार्टर में ANM ने लगा ली फांसी, मौके पर ही मौत; मृतका की मां ने बताई सुसाइड के पीछे की वजह

    By Kanchan Saurabh Mishra Edited By: Shashank Shekhar
    Updated: Mon, 22 Jan 2024 06:07 PM (IST)

    झारखंड के देवघर में सरकारी क्वार्टर में एएनएम ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 31 वर्षीय ममता कुमारी सीएचसी सारवां एमसीएच में कार्यरत थी। इस घटना की जानकारी तब मिली जब वह ड्यूटी पर नहीं पहुंची। इसके बाद उसका फोन लगाने पर रिसीव नहीं हुआ। घटना की सूचना मिलने पर परिजनों को सूचना दी गई। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

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    देवघर के सरकारी क्वार्टर में ANM ने लगा ली फांसी, मौके पर ही मौत;

    संवाद सूत्र, सारवां, देवघर। सीएचसी सारवां एमसीएच में कार्यरत एएनएम 31 वर्षीय ममता कुमारी ने सरकारी क्वार्टर में पंखे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इसकी जानकारी जब वह करीब 10:30 तक ड्यूटी पर नहीं पहुंची तो वहां के कर्मियों ने उनके मोबाइल पर फोन लगाया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद वहां जाकर देखा तो दरवाजा बंद था।

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    दरवाजे में लोगों द्वारा ठोकर मारे जाने के बाद दरवाजा खुल गया। दरवाजा खोलने के बाद अंदर प्रवेश करने पर देखा कि एएनएम पंखे में फंदा लगाकर लटकी हुई है। नीचे पलंग पर उसका पैर रखा हुआ था। बगल में कुर्सी पलंग पर ही पड़ा हुआ था। वहीं, कुछ दूरी पर एक छोटा सा स्टील के गमले में गूंथा हुआ आटा रखा हुआ था। उसे हीटर के पास रोटी बनाने के उद्देश्य से रखा गया था।

    इसकी जानकारी कर्मियों के द्वारा सीएचसी प्रभारी बीके सिन्हा को दी गई। सीएचसी प्रभारी ने थाना प्रभारी प्रदीप लकड़ा को इसकी जानकारी दी। जानकारी मिलने के बाद प्रभारी ने मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन की। वहीं, मृतका के स्वजनों को इस बारे में जानकारी दी गई। दोपहर बाद स्वजन पहुंचे।

    क्या है पूरा मामला

    मृतका की मां दुमका जिला के हंसडीहा थाना क्षेत्र के बनियारा गांव निवासी मंजू देवी ने थाने में आवेदन दिया। उसने बताया कि उसके पति की मौत आठ वर्ष पूर्व हो गई थी। उसका कोई बेटा नहीं है। गांव में छोटी बेटी के साथ रहती है। मृतका की शादी 2013 में विवेकानंद मंडल से हुई थी। उसका एक नौ वर्ष का बेटा और छह वर्ष की बेटी है। मृतका अपने घर के साथ ही अपनी मां व बहन के घर का खर्चा भी चलाती थी।

    उसके पति की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। पारिवारिक खर्च चलाने के लिए उसका बाजार में कुछ कर्ज हो गया था। इस कारण वह तनाव में रहने लगी थ्ज्ञी। इस बारे में उसने कई बार उसे बताया था। मां के मुताबिक उसने कई बार बेटी से बात की, लेकिन वह हर बार बात को टाल देती थी। बताया जाता है कि मृतका रात को दरवाजा बंद करके सो गई थी। सुबह उसके लटके होने की सूचना मिली। बताया जाता है कि उसका पति दोनों बच्चों को लेकर घर गया था।

    मामले की तफ्तीश में जुटी पुलिस 

    पुलिस मामले से जुड़े सभी बिंदुओं की गहन जांच कर रही है। वहीं, घटना की जानकारी मिलने पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख सीएचसी पहुंचे और इस घटना पर दुख व्यक्त किया। लोगों ने मृतका की छोटी बेटी को गोड्डा मेधा डेयरी में काम दिलाने की बात मंत्री से की। इसके लिए मंत्री ने विभाग को निर्देश दिया है।

    वहीं, मृतका के बच्चों के पढ़ाई में भी सहयोग करने की बात कही है। उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए देवघर सदर अस्पताल भेज दिया गया। मौके पर एसआइ उमेश कुमार, गुरुदयाल समर, एएसआइ आनंद कुमार सिंह, समाजसेवी संजय राय, पंचायत समिति सदस्य राजीव रंजन, विक्रम पत्रलेख व अन्य मौजूद थे।

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