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    जम्मू-कश्मीर में मिड-डे मील पर संकट, शिक्षकों की चेतावनी- बकाया राशि नहीं तो कुछ भी नहीं

    Updated: Mon, 04 Aug 2025 02:54 PM (IST)

    जम्मू-कश्मीर में सरकारी शिक्षकों ने मिड-डे-मील की बकाया राशि जारी करने की मांग की है। टीचर्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने चेतावनी दी है कि अगर अगस्त तक भुगतान नहीं हुआ तो सितंबर से स्कूलों में मिड-डे-मील बंद कर दिया जाएगा। शिक्षकों का कहना है कि वे अपनी जेब से खर्च कर रहे हैं और शिक्षा विभाग ने पिछले वित्त वर्ष की राशि भी जारी नहीं की है।

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    ट्रांसफर पालिसी और पुरानी पेंशन योजना को लेकर भी शिक्षकों ने चिंता जताई है।फाइल फोटो।

    जागरण संवाददाता, ऊधमपुर। मिड-डे-मील की बकाया राशि जारी करने, ट्रांसफर पालिसी का लाभ प्रदान करने व अन्य कई लंबित मांगों को पूरा करने की मांग को लेकर जम्मू-कश्मीर टीचर्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी की बैठक ऊधमपुर में हुई।

    इसमें जिले के विभिन्न हिस्सों से सरकारी शिक्षकों ने सरकार व शिक्षा विभाग को चेतावनी दी कि अगर मिड-डे-मील की बकाया राशि अगस्त तक जारी नहीं की गई तो सितंबर से हम स्कूलों में मिड-डे-मील बंद करने को मजबूर हो जाएंगे।

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    बैठक का आयोजन जेकेटीजेएसी के प्रदेश अध्यक्ष विनोद शर्मा और जिला ऊधमपुर अध्यक्ष लेख राज परिहार के नेतृत्व में हुआ। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षा विभाग की तरफ से मिड-डे-मील की बकाया राशि नहीं किए जाने के कारण अब शिक्षकों के लिए स्कूलों में मिड-डे-मील चलाना मुश्किल हो जा रहा है।

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    पिछले कई महीनों से शिक्षक मिड-डे-मील अपने जेब से राशि खर्च करके चला रहे हैं। शिक्षा विभाग ने पिछले वित्त वर्ष की भी राशि जारी नहीं की है। सरकारी शिक्षकों पर हजारों रुपये का कर्ज चढ़ चुका है। दुकानदार भी उधार देने से मना कर रहे है।

    अगर शिक्षा विभाग ने जल्द बकाया राशि जारी नहीं की तो सितंबर से हम स्कूलों में मिड-डे-मील बंद करने को मजबूर हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से आरईटी से जनरल लाइन बनाए गए शिक्षकों के लिए आज तक ट्रांसफर पालिसी नहीं बनाई गई है, जबकि कैट ने भी हमारी मांग को जायज ठहरा कर हमारे हक में निर्णय सुनाया है।

    ट्रांसफर पालिसी का लाभ नहीं मिलने के कारण सबसे अधिक महिला शिक्षक परेशान है। महिला शिक्षकों के लिए शादी के बाद परेशानियां दुगनी हो चुकी है। सरकार को जल्द इस मांग को पूरा कर राहत प्रदान करनी चाहिए।

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    सरकार ने अभी तक पुरानी पेंशन योजना लागू करने के लिए भी कोई योजना नहीं बनाई है। नई पेंशन योजना से सरकारी कर्मचारियों को कोई लाभ नहीं मिल रहे हैं और भविष्य को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। इस मौके पर शाम शर्मा, सुकेश खजूरिया, प्रीतम गोस्वामी, चैन सिंह, रविंदर सिंह राठौड़, शमशेर सिंह सहित अन्य भी उपस्थित रहे।