माता वैष्णो देवी के चरणों में राज बब्बर ने टेका माथा, कहा- मां जब बुलाती है, हाजिरी लगाने पहुंच जाता हूं
अभिनेता राज बब्बर माता वैष्णो देवी के दरबार में मत्था टेंकने पहुंचे। वह हेलीकॉप्टर से पहुंचे थे और दरबार में पहुंचकर उन्होंने अपनी सफलता की कामना माता से की। उन्होंने कहा कि जब भी माता उन्हें बुलाती हैं तो वह दरबार में हाजिरी लगाने के लिए पहुंच जाते हैं। यहां आकर शक्ति का संचार होता है आज जिस मुकाम पर भी हूं मां वैष्णो देवी की कृपा से ही हूं।

संवाद सहयोगी, कटड़ा। अभिनेता तथा राजनेता राज बब्बर ने मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाकर अपनी सफलता की कामना मां वैष्णो देवी से की। बीते वीरवार दोपहर करीब 1:30 बजे कटड़ा से हेलीकॉप्टर द्वारा अभिनेता राज बब्बर मां वैष्णो देवी के भवन पर पहुंचे और मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाकर अपनी सफलता की कामना मां वैष्णो देवी से की।
कुछ देर भवन पर राज बब्बर रुके इसी दौरान पुजारीयो द्वारा मां वैष्णो देवी की चुनरी के साथ ही प्रसाद देकर उन्हें सम्मानित किया गया। इसके बाद दोपहर करीब 3:00 बजे भवन से निकलकर हेलीकॉप्टर में सवार होकर आधार शिविर कटड़ा पहुंचे और वहां से जम्मू के लिए रवाना हो गए।
मां बुलाती है तो वह तुरंत पहुंच जाते हैं
इसी बीच राज बब्बर ने कहा कि जब-जब मां वैष्णो देवी ने बुलाया तो वह तुरंत मां के चरणों में हाजिरी लगाने पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि मां वैष्णो देवी के चरणों में आकर असीम सुख तो मिलता ही है साथ में मां वैष्णो देवी की कृपा से असीम शक्ति का संचार होता है आज जिस मुकाम पर हूं मां वैष्णो देवी की कृपा से हूं।
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड आर्चरी अकादमी परिचय का मोहताज नहीं
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड आर्चरी अकादमी तिरन्दाज़ी खेल को लेकर देशभर मे किसी परिचय की मोहताज नहीं है। वर्ष 2016 मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा श्री माता वैष्णो देवी खेल परिसर स्टेडियम का उद्घाटन किया था। श्राइन बोर्ड का लक्ष्य युवाओं को खेलों की और अग्रसर करना है। जिसमे श्राइन बोर्ड सफल हो रहा है | विभिन्न खेलों में खिलाड़ी जम्मू कश्मीर के साथ देश मे नाम रोशन कर रहे है। पर तिरंदाजी खेल मे श्राइन बोर्ड आर्चरी अकादमी नें मात्र 7 वर्षों में देशभर में नाम रोशन किया है।
श्राइन बोर्ड आर्चरी अकादमी ने अपने सात वर्षों की प्रेरणादायक यात्रा में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। इन 7 बर्षों मे अकादमी नें दो अर्जुन अवार्ड विजेता खिलाड़ी दिए है। जिनमे श्राइन बोर्ड आर्चरी अकादमी की खिलाड़ी जिला किश्तवाड़ की निवासी शीतल देवी तथा कटड़ा के पैरा तिरंदाज राकेश कुमार प्रमुख है।
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कहना गलत नहीं होगा की श्राइन बोर्ड आर्चरी अकादमी के अर्जुन अवार्ड प्राप्त खिलाड़ी शीतल व राकेश से प्रेरित होकर कई युवा खेलों की और आकर्षित हो रहे है। युवाओं का मानना है की अगार शीतल व राकेश देश में पहचान बना सकते है तो वो क्यों नहीं। श्राइन बोर्ड आर्चरी अकादमी केंद्र जम्मू-कश्मीर के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत बन चुका है।
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