नशा तस्करों पर श्रीनगर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, दो डीलर गिरफ्तार; नेटवर्क के जरिए करते थे सप्लाई
Srinagar Police श्रीनगर पुलिस ने नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने उत्तर प्रदेश और दिल्ली से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर श्रीनगर लाया गया है। पुलिस अन्य साथियों की तलाश में जुटी है। पुलिस ने बताया कि इनको पकड़ने के लिए 10 दिनों तक मेहनत करनी पड़ी थी।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। श्रीनगर पुलिस ने अवैध नशीले पदार्थों और प्रतिबंधित नशीली दवाओं की तस्करी में लिप्त एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए उत्तर प्रदेश और दिल्ली से उसके दो सदस्यों को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर श्रीनगर लाया गया है और उनके अन्य साथियों को पकड़ने के लिए पुलिस की कार्रवाई जारी है।
नशीली दवाओं की करते थे सप्लाई
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस ने बरेली उत्तर प्रदेश से राजू गुप्ता को और भजनपुरा दिल्ली से मोहम्मद अबरार को पकड़ा है। यह दोनों कश्मीर घाटी में कूरियर व अन्य माध्यमों से अपने स्थानीय संपर्क सूत्रों को प्रतिबंधित और अवैध नशीली दवाओं की आपूर्ति करते थे। कश्मीर में सक्रिय इनके स्थानीय साथी यह प्रतिबंधित दवाएं और नशीले पदार्थ अपने नेटवर्क के जरिए विभिन्न लोगों में बेचते थे।
10 दिनों की मेहनत के बाद पुलिस ने पकड़ा
नूरबाग पुलिस चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर अमनदीप सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस दल ने लगभग 10 दिनों तक उत्तर प्रदेश और दिल्ली में स्थानीय पुलिस की मदद से दोनों ड्रग डीलरों को पकड़ने के लिए कड़ी मेहनत की।
राजू गुप्ता को 23 जनवरी को बरेली में पकड़ा गया और उसके बाद 24 जनवरी को मोहम्मद अबरार को भजनपुरा दिल्ली में उसके ठिकाने से पकड़ा गया। इसके बाद इन दोनों को संबधित अदालत में पेश कर, इनका ट्रांजिट रिमांड प्राप्त कर श्रीनगर लाया गया ,जहां दोनों से पूछताछ जारी है।
वित्तीय लेन-देन की भी हो रही है जांच
प्रवक्ता ने बताया कि इन दोनों आरोपितों से संबधित एक कूरियर पार्सल को भी चिह्नित किया गया है जो लोनी गाजियाबाद में है। उसे प्राप्त करने के लिए अदालत का सहयोग लिया जा रहा है।
एनडीपीएस अधिनियम के तहत इन दोनों आरोपितों के वित्तीय लेन देन और परिसंपत्तियों की भी जांच की जा रही है। इन परिसंपत्तियों को कुर्क किया जा सकता है।
8 नवंबर 2024 को शुरू हुआ था मामला
प्रवक्ता ने बताया कि इस मामले की शुरुआत आठ नवंबर 2024 को उस समय शुरू हुई, जब श्रीनगर के ताराबल चौक में पुलिस की नाका पार्टी ने एक मोटर साइकिल पर सवार तीन युवकों को पकड़ा।
जब उनकी पहचान की गई तो तीनों नशा तस्कर निकले। उनकी पहचान एजाज अहमद गनई निवासी पंथाचौकी, उवैस अहमद गोजरी निवासी बरारीपोरा और मीर रुमान निवासी आली मस्जिद ईदगाह के रूप में हुई।
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इनके पास से बरामद हुई थी ये चीजें
इन तीनों के पास से मौके पर ही कोडीन फासफेट की 140 शीशियां और 38530 रूपये की नकदी , तीन मोबाइल फोन और एक ड्रोन कैमरा भी बरामद किया गया।
तीनों से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि इनके लिए अवैध और प्रतिबंधि नशीली दवाओं की आपूर्ति दिल्ली और उत्तर प्रदेश से हो रही है।
इसके आधार पर पुलिस ने इनके अन्य साथियों को पकड़ने के लिए एक विशेष दल बनाया और पुलिस ने अपनी जांच के दौरान राजू गुप्ता और मोहम्मद अबरार को चिह्नित कर लिया।
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