कश्मीर के कई जिलों में कम हुई बारिश, ग्लेशियर भी पिघलने लगे; हो सकती है पानी की किल्लत
कश्मीर में बारिश की भारी कमी के कारण ग्लेशियर पिघलने लगे हैं और लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है। जनवरी से छह फरवरी तक कश्मीर के कई जिलों में काफी कम बारिश हुई है। 16 फरवरी तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि अधिकतम तापमान में असामान्य बढ़ोतरी ग्लेशियरों के लिए घातक है।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर। पूरे उत्तर भारत में कम वर्षा की वजह से ठंड के दिन कम हो गए और समय से पहले गर्मी का अहसास होना शुरू हो गया है। जनवरी से छह फरवरी तक घाटी के अधिकांश जिलों में 88 प्रतिशत कम वर्षा बरसी। बाकी दिनों मौसम शुष्क रहा।
दिसंबर 2024 में भी घाटी के अधिकांश जिलों में 58 प्रतिशत बारिश कम पड़ी। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि मौसम इसी तरह रहा तो गर्मियों में लोगों को पानी की किल्लत से जूझना पड़ सकता है।
मौसम विभाग के निदेशक डॉ मुख्तार अहमद ने कहा कि फिलहाल 16 फरवरी तक घाटी के मौसम में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। नौ से 12 फरवरी तक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते घाटी के कुछेक उच्च पर्वतीय इालकों में हल्की बर्फबारी हो सकती है। बाकी अधिकांश स्थानों पर मौमस शुष्क रहेगा।
पर्यावरण विशेषज्ञ ने क्या कहा?
पर्यावरण विशेषज्ञ प्रो. शकील रोमशो ने कहा, मौसम केवल शुष्क ही नहीं है बल्कि अधिकतम तापमन में असामान्य बढ़ोतरी देखने को मिल रही है जो हमारे ग्लेशियरों के लिए घातक है। न्यूनतम तापमान के जमाव बिंदु शून्य से नीचे बने रहने का तब फायदा था जब हमारे दिन का अधिकतम तापमान सामान्य या इससे कम रहता।
जनवरी के अंतिम दिनों से फरवरी में अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर 15-16 डिग्री देख रहे हैं जोकि इन महीनों में नहीं रहता। अधिकतम तापमान के सामान्य से ऊपर बने रहने के चलते स्थानीय ग्लेशियरों पर जमा बर्फ समय से पहले पिघलनी शुरू हो गई है।
यदि तापमान इसी तरह सामान्य से ऊपर रहा तो ग्लेशियरों पर जमा बर्फ पिघल जाएगी जिसका आने वाले दिनों में हमारे सामान्य जनजीवन पर प्रभाव पड़ेगा। सबसे अधिक प्रभाव कृषि पर पड़ेगा। बारिश की भारी कमी के चलते झेलम समेत घाटी के अधिकांश जलस्रोत सूखने लगे हैं। इनका जलस्तर सामान्य से काफी नीचे चला गया है।
यह भी पढ़ें- हिमाचल में कई जगहों पर हुई बर्फबारी, तीन दिनों तक सक्रिय रहेगा पश्चिमी विक्षोभ; जानें मौसम का हाल
श्रीनगर में दिनभर धूप छाई, जम्मू में बादल रहे
शनिवार को भी मौसम शुष्क रहा। श्रीनगर समेत अधिकांश इलाकों में दिनभर धूप छाई रहने से दिन में लोगों को भीषण ठंड से राहत मिली। न्यूनतम तापमान लगातार जमाव बिंदु शून्य से नीचे बने रहने के चलते रात का कड़ाके की ठंड का प्रकोप बना रहा।
गुलमर्ग न्यूनतम तापमान -6.2 डिग्री के साथ घाटी का सबसे ठंडा क्षेत्र बना रहा। पहलगाम में न्यूनतम तापमान -6.0,श्रीनगर में -2.9,काजीगुंड में -2.5,कुपवाड़ा में -3.7 जबकि कुकरनाग में न्यूनतम तापमान -0.5 डिग्री रिकार्ड किया गया। जबकि जम्मू में दिनभर बादल छाए रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।