वैष्णो देवी भवन पर रोपवे प्रोजेक्ट को लेकर फिर बवाल, महिलाओं ने बताया कैसे श्रद्धालुओं की आस्था के साथ हो रहा खिलवाड़
कटड़ा में संघर्ष समिति की महिला विंग ने वैष्णो देवी रोपवे परियोजना का विरोध किया। उनका कहना है कि यह परियोजना न तो यात्रा की आस्था के हिसाब से उचित है और न ही व्यापारियों के लिए। उन्होंने श्राइन बोर्ड से पारंपरिक मार्ग के विकास पर ध्यान देने की मांग की। बैठक में पूजा अरोड़ा रेनू सिंह सुषमा गुप्ता सहित कई महिलाएं मौजूद रहीं।

संवाद सहयोगी, कटड़ा। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मां वैष्णो देवी यात्रा पर लगाए जा रहे रोपवे मामले को लेकर संघर्ष समिति की महिला विंग ने कहा कि रोपवे परियोजना न तो वैष्णो देवी की यात्रा की आस्था के हिसाब उचित है और ना ही व्यापारी वर्ग के लिए उचित है।
उन्होंने कहा इस रोपवे परियोजना से मां वैष्णो देवी की यात्रा के सभी महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल छूट जाएंगे। इनमें बाण गंगा, चरण पादूका, अर्धकुंवारी प्रमुख है तो दूसरी ओर व्यापारी वर्ग को भी अच्छा खासा नुकसान होगा। इसलिए इस परियोजना के हक में वह बिल्कुल भी नहीं है।
इसलिए श्राइन बोर्ड को मां वैष्णो की यात्रा की आस्था के मध्य नजर व व्यापारी वर्ग के हितों को देखते हुए इस परियोजना को रद्द कर देना चाहिए
पारंपरिक मार्ग के विकास पर देना चाहिए ध्यान
खेल में श्राइन बोर्ड का शानदार प्रदर्शन
उधर, केरल के कुन्नामकुलम त्रिशूर में 31 जनवरी से 3 फरवरी तक आयोजित छठी नेशनल मास्टर एथलेटिक चैंपियनशिप में श्राइन बोर्ड के अधिकारियों का शानदार प्रदर्शन रहा। इस चैंपियनशिप में श्राइन बोर्ड के मैनेजर अभिषेक शर्मा ने 4x400 मीटर मिक्सड रिले रेस में रजत पदक हासिल किया।
श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के इस बेहतरीन प्रदर्शन को लेकर माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड सीईओ अंशुल गर्ग ने खुद कहा कि श्राइन बोर्ड के अधिकारी व कर्मचारी खेलों में भी बेहतरीन प्रदर्शन कर श्राइन बोर्ड का नाम रोशन कर रहे हैं, यह खुशी की बात है।
अंशुल गर्ग ने कहा कि श्राइन बोर्ड के अधिकारी व कर्मचारी एक ओर विश्व भर से आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा कर रहे हैं तो दूसरे ओर खेलों में भी आगे बढ़ रहे हैं।
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