Srinagar News: 'इंजीनियर राशिद को रिहा कर देना चाहिए', PDP अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने की भारत सरकार से अपील
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने बारामूला सीट से जीते इंजीनियर राशिद (Engineer Rashid) की रिहाई की बात कही है उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि भारत सरकार (Indian Government) को जनता के फैसले का सम्मान करना चाहिए। बता दें कि शेख अब्दुल राशिद उर्फ इंजीनियर राशिद आतंकवाद के वित्तपोषण के मामले में जेल में बंद है।

पीटीआई, श्रीनगर। बारामूला सीट पर शेख अब्दुल राशिद उर्फ इंजीनियर राशिद की जीत होने का बाद पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने उनकी रिहाई की बात कही है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि भारत सरकार को जनता के फैसले का सम्मान करना चाहिए और इंजीनियर राशिद को रिहा करना चाहिए।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि केंद्र को जनता के फैसले का सम्मान करना चाहिए और जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव में जीत के बाद जेल में बंद राजनेता शेख अब्दुल राशिद उर्फ इंजीनियर राशिद को रिहा करना चाहिए। इंजीनियर राशिद, जो आतंकवाद के वित्तपोषण के मामले में जेल में हैं।
जम्मू-कश्मीर में एक बड़ी जीत के रूप में उभरे हैं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला को बारामूला सीट पर दो लाख से अधिक मतों के अंतर से हराया।
मुफ्ती ने एक्स पर पोस्ट कर दी बधाई
मुफ्ती ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि संसद चुनाव जीतने के लिए मियां अल्ताफ, आगा रुहुल्लाह, इंजीनियर राशिद और हनीफा जान को हार्दिक बधाई। भारत सरकार को जनता के फैसले का सम्मान करना चाहिए और इंजीनियर राशिद को रिहा करना चाहिए। पीडीपी प्रमुख की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने भी राशिद की रिहाई की मांग की, जो वर्तमान में तिहाड़ जेल में बंद हैं।
उन्होंने कहा कि रुहुल्लाह मेहदी, मियां अल्ताफ साहब, हनीफा जान और सबसे महत्वपूर्ण लेकिन इंजीनियर राशिद को उनकी शानदार जीत के लिए बधाई। उम्मीद है कि वे 2019 से बेआवाज रह रहे जम्मू-कश्मीर के लोगों के दर्द और शिकायतों को व्यक्त करने वाली सशक्त आवाज बनेंगे। भारत सरकार को इंजीनियर राशिद को भी तुरंत रिहा करना चाहिए।
युवा कश्मीरी पुरुष झूठे आरोपों में जेल में- महबूबा मुफ्ती
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में, इल्तिजा ने उन कारकों को सूचीबद्ध किया, जिन पर मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करते समय विचार किया होगा। जेल एक शक्तिशाली भावना है जो कश्मीरियों के साथ गहराई से जुड़ती है, क्योंकि हजारों युवा कश्मीरी पुरुष झूठे आरोपों में जेलों में सड़ रहे हैं। धार्मिक प्रभाव सुशासन और विकास के एजेंडे को मात देता है। कश्मीरियों खासकर युवाओं और महिलाओं ने पार्टियों के बजाय व्यक्तियों को वोट दिया और उन्हें प्राथमिकता दी।
उन्होंने कहा कि यह मानना सही है कि यहां के युवाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करके राजनीतिक प्रक्रिया में भाग लिया। निश्चित रूप से बदलाव की चाहत और मंथन है। पीडीपी अध्यक्ष को अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता मियां अल्ताफ अहमद ने हराया, जबकि उनकी पार्टी के सहयोगी आगा रुहुल्लाह ने श्रीनगर लोकसभा सीट पर पीडीपी युवा अध्यक्ष वहीद पारा को हराया।
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