'काश...मैं राणा से अपने मतभेद दूर कर लेता', BJP विधायक को श्रद्धांजलि देते हुए भावुक हो गए CM उमर अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में मंगलवार को दिवंगत विधायक देवेंद्र सिंह राणा को श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने प्रिय मित्र राणा को याद करते हुए कहा कि उनका जाना उनके लिए सिर्फ राजनीतिक नहीं बल्कि बेहद निजी क्षति है। राणा नेशनल कॉन्फ्रेंस से भाजपा में शामिल हुए थे और नगरोटा से विधायक चुने गए थे। उमर ने कहा कि राणा ने हर मोड़ पर उनका साथ दिया।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। सदन में मंगलवार को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जब अपने प्रिय मित्र और विधायक स्व. देवेंद्र सिंह राणा को श्रद्धांजलि अर्पित की तो पूरे सदन के साथ वह खुद भी भावुक हो गए। देवेंद्र राणा का गत सप्ताह ही निधन हुआ है।
उमर ने कहा कि देवेंद्र सिंह राणा यूं ही देवेंद्र सिंह राणा नहीं बने थे। अफसोस है कि मुझे नहीं पता था कि वह एक गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, अगर पता होता तो मैं उनसे अपने सारे मतभेद दूर कर लेता। काश... मैं अपने रिश्ते को बेहतर बनाने की कोशिश करता। उनका नुकसान मेरे लिए सिर्फ राजनीतिक नहीं है, यह बेहद निजी है। उनके जाने का अफसोस मुझे जीवन भर रहेगा।
राणा का जिक्र कर भावुक हो गए उमर अब्दुल्ला
बता दें कि राणा पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस में ही थे। करीब तीन वर्ष पहले उन्होंने भाजपा का दामन थामा था। वह भाजपा की टिकट पर नगरोटा से विधाायक चुने गए थे। मंगलवार को सदन में दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि के दौरान उमर ने कहा कि मैं राजनीति में लगभग 26-27 वर्ष से हूं और करीब 24-25 वर्ष देवेंद्र सिंह राणा ने मेरे साथ बिताए। वह मेरे करीबी दोस्त थे।
राणा का उल्लेख करते हुए उमर की आवाज कुछ कांप गई। उन्होंने खुद को संयत करते हुए कहा कि जब मैं नेशनल कॉन्फ्रेंस का अध्यक्ष बना तो देवेंद्र मेरे मीडिया सलाहकार बने। जब मैं 2009 में मुख्यमंत्री बना तो उन्होंने एक बार फिर सलाहकार की भूमिका निभाई। हर मोड़ पर, उनका समर्पण कभी कम नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि राणा को जो जिम्मेदारी दी गई, वह पूरी लगन के साथ उसे निभाते थे। जब मैंने मंत्रालयों में फेरबदल किया या जब उन्हें संगठनात्मक कार्य सौंपा तो उन्होंने कभी शिकायत नहीं की। उमर ने विपक्षी भाजपा विधायकों की सीटों की तरफ संकेत करते हुए कहा कि आप सभी ने इसे देखा, उन्हें जहां भी भेजा गया-चाहे वह हिमाचल हो या पंजाब उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
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...मैकेनिक की वर्दी में परिश्रम करते थे राणा
मुख्यमंत्री ने देवेंद्र सिंह राणा की साधारण शुरुआत की एक झलक साझा करते हुए बताया कि उन्होंने एक छोटे मारुति सर्विस स्टेशन से शुरुआत की थी, जहां अक्सर मैकेनिक की वर्दी में परिश्रमपूर्वक वाहनों की सफाई करते उन्हें देखा जाता था।
यही देवेंद्र का सार था-मेहनती और विनम्र, जिसके कारण वह मारुति शोरूम के साम्राज्य वाले एक सफल व्यवसायी बने, लेकिन वह हमेशा जमीन से जुड़े रहे।
जैसे ही मुख्यमंत्री ने आगे कहा, उनकी आवाज फिर टूट गई, उन्होंने कहा कि काश मैं अपने रिश्ते को बेहतर बनाने की कोशिश करता। दुर्भाग्य से, वह अवसर कभी नहीं आया, और अब हम यहां उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्र हुए हैं।

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