जम्मू-कश्मीर में आज स्कूल किसी और के कैलेंडर का नहीं, बल्कि अपने कैलेंडर का पालन करते हैं: कश्मीर डिवकाम बिधूड़ी
कश्मीर के डिवीजनल कमिश्नर वीके बिधूड़ी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर अब उस दौर से आगे निकल गया है जब दुकानदार और छात्र किसी और के कैलेंडर के अनुसार चलते थे। नया जम्मू-कश्मीर अब अपनी राह पर मजबूती से चल रहा है। स्वतंत्रता दिवस समारोह में बोलते हुए उन्होंने कहा कि घाटी में शांति और सुरक्षा के कारण कनेक्टिविटी में सुधार हुआ है।

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। कश्मीर के डिवीजनल कमिश्नर वीके बिधूड़ी ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर उस दौर से आगे निकल गया है जब दुकानदार और छात्र "किसी और के कैलेंडर" के अनुसार बंद के आह्वान और कार्यक्रम का पालन करते थे। नया जम्मू-कश्मीर अब अपनी राह पर मजबूती से चल रहा है। यहां स्कूल और बाजार अब या तो आधिकारी आदेश या फिर लोगों की जरूरतों के अनुसार चल रहे हैं।
श्रीनगर में स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए फुल-ड्रेस रिहर्सल में बोलते हुए बिधूड़ी ने कहा कि यह बदलाव सुरक्षा बलों के बलिदान और नागरिकों के साहस से संभव हुआ है। हमने अपनी स्वतंत्रता के अनुसार निर्णय लेने की आजादी हासिल की है। प्रशासन इस प्रगति की रक्षा और उसे आगे बढ़ाने के लिए दृढ़ है।
यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में मैंने ऐसी चीजें देखी हैं जो कभी नामुमकिन लगती थीं, उपराज्यपाल सिन्हा ने क्यों कही यह बात?
डिवीजनल कमिश्नर ने कहा कि घाटी में शांति और सुरक्षा के कारण कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उन्होंने कश्मीर को कन्याकुमारी से जोड़ने वाली आगामी रेल लाइन और पीर की गली के रास्ते बारहमासी सड़क मार्ग और मुगल रोड के विकास को व्यापार, पर्यटन और स्थानीय समुदायों के लिए बेहतर गतिशीलता के उदाहरण बताया।
बिधूड़ी ने विकास परियोजनाओं की तीव्र गति, बेहतर बिजली आपूर्ति, बेहतर बुनियादी ढांचे और शिक्षा एवं रोजगार के नए अवसरों के खुलने का भी उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि यह प्रगति केवल प्रशासन का काम नहीं है बल्कि सामूहिक इच्छाशक्ति का परिणाम है। उन्होंने कश्मीर के लोगों से शांति और स्थिरता का समर्थन इसी तरह जारी रखने का आह्वान किया।
15 अगस्त के महत्व पर बोलते हुए डिवीजनल कमिश्नर बिधूड़ी ने जनता से स्वतंत्रता दिवस को उत्साह के साथ मनाने का आग्रह किया और कहा कि यह केवल एक आधिकारिक समारोह नहीं बल्कि "लोगों की स्वतंत्रता का उत्सव" है।
यह भी पढ़ें- Ladakh में सड़क हादसों में बहुमूल्य जानें बचा रही सेना, सरचू सड़क हादसे के घायलों को बचाने को इस्तेमाल किए हेलीकॉप्टर
उन्होंने कहा कि इस दिन को गर्व और एकता के साथ मनाया जाना चाहिए जो जम्मू-कश्मीर के अपनी शर्तों पर आगे बढ़ने के संकल्प का प्रतीक है।
इससे पूर्व डिवीजनल कमिश्नर कश्मीर ने बख्शी स्टेडियम में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद परेड की सलामी ली और घाटी के विभिन्न स्कूलों के छात्रों द्वारा प्रदेश की संस्कृति को दर्शाते सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद भी उठाया। 15 अगस्त के मुख्य समारोह को लेकर कश्मीर प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। घाटी में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।