जम्मू-कश्मीर में मैंने ऐसी चीजें देखी हैं जो कभी नामुमकिन लगती थीं, उपराज्यपाल सिन्हा ने क्यों कही यह बात?
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू कश्मीर में खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ वर्षों में स्थिति बदली है और खेलों ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज कश्मीर के युवा खेल के मैदानों में पसीना बहा रहे हैं और देश-विदेश में अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं।

राज्य ब्यूरो,जागरण, श्रीनगर। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को जम्मू कश्मीर में खेल और खिलाड़ियों के विकास एवं संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास का यकीन दिलाते हुए कहा कि मैंने जम्मू-कश्मीर में ऐसी चीजें देखी हैं जो कभी नामुमकिन लगती थीं।
खेल, खासकर क्रिकेट और वालीबॉल, लोगों के बीच सकारात्मक संदेश देते हैं और एकता के बंधन को मजबूत करते हैं। उन्होंने कहा कि 36 वर्षों के अंतराल के बाद पिछले वर्ष जम्मू-कश्मीर में लीजेंड्स क्रिकेट लीग मैच आयोजित किए गए, जो इस क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के पुनरुद्धार का संकेत है।
आज दक्षिण कश्मीर के बिजबेहाड़ा, अनंतनाग में बिजबेहाड़ा प्रीमियर लीग के अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू कश्मीर में बीते पांच-छह वर्ष के दौरान स्थिति पूरी तरह बदल गई है। इसमें खेलों ने अहम भूमिका निभाई है। आज कश्मीर का नौजवान खेल के मैदान पर पसीना बहाता नजर आता है, वह देश में ही नहीं विदेश में भी खेल के मैदान पर अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ रहा है।
खेल के बुनियादी ढांचे में भी हुआ बदलाव
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पिछले पांच वर्षों में खेल के बुनियादी ढांचे में उल्लेखनीय बदलाव आया है, जिससे एक जीवंत खेल पारिस्थितिकी तंत्र का मार्ग प्रशस्त हुआ है । इससे लाखों युवाओं को विभिन्न स्तरों पर खेलों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरणा मिल रही है। उन्होंने कहा कि आज जम्मू कश्मीर देश के उन गिने चुने राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों मं एक है,जहां लगभग हर गांव और पंचायत में खेल ढांचा उपलब्ध है। यहां विश्व स्तरीय खेल सुविधाएं विकसित की गई हैं और सरकार इनका और विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
ढाई लाख से 40 लाख पहुंची खिलाड़ियों की संख्या
उपराज्यपाल ने कहा कि पांच वर्ष वहले तक जम्मू-कश्मीर में केवल 2.5 लाख युवा ही खेल गतिविधियों में भाग लेते थे। आज यह संख्या 40 लाख तक पहुंच गई है। यह केवल एक आंकड़ा नहीं है - यह हमारे युवाओं की ऊर्जा, प्रतिभा और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। अब जम्मू-कश्मीर के हर कोने में खेल गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं, जिनमें राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट भी शामिल हैं, जहाँ युवा खिलाड़ी न केवल खेलों को एक जुनून के रूप में, बल्कि एक पेशेवर करियर के रूप में भी अपना रहे हैं।
नशा मुक्त जम्मू-कश्मीर बनाने के प्रयास जारी
उपराज्यपाल ने प्रधानमंत्री विकास पैकेज (पीएमडीपी) के तहत जम्मू-कश्मीर के खेल बुनियादी ढांचे के उन्नयन में सहयोग के लिए प्रधानमंत्री मोदी को श्रेय दिया और नई खेल नीति के कार्यान्वयन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह नीति सुनिश्चित करती है कि खेल विभाग और खेल परिषद के लिए युवाओं का चयन पूरी तरह से योग्यता के आधार पर किया जाए। नशा मुक्त जम्मू-कश्मीर बनाने और आपके सभी सपनों को साकार करने के लिए, सरकार पूरी लगन से काम कर रही है। मुझे विश्वास है कि आपकी भागीदारी और साहस जम्मू-कश्मीर को और अधिक शांतिपूर्ण वातावरण की ओर ले जाएगा।
अमरनाथ यात्रा के सफलतापूर्वक संपन्न के लिए अनंतनाग निवासियों को बधाई
उपराज्यपाल ने इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा के शांतिपूर्ण संचालन के लिए जम्मू-कश्मीर, विशेष रूप से अनंतनाग के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष श्री अमरनाथ जी की यात्रा में देश विदेश के 4.14 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा के दर्शन किए है। उन्होंने कहा कि यह तीर्थयात्री जम्मू कश्मीर विशेषकर कश्मीर घाटी में एक बार फिर पर्यटन को मजबूत बनाने के लिए, देश व दुनिया में कश्मीर के शांतिदूत के रूप में कार्य करेंगे। यह दुनिया को बताएंगे कि कश्मीर में सुरक्षा,शांत, विश्वास और सौहार्द का वातावरण है। यह पर्यटन को बढ़ावा दें।
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