Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली सीधी रेल सेवा अक्टूबर तक शुरू होगी, जानें विशेष बातें और फायदे

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 07:00 PM (IST)

    कश्मीर घाटी जल्द ही रेल मार्ग से जम्मू से जुड़ेगी। अक्टूबर अंत तक जम्मू-श्रीनगर सीधी रेल सेवा शुरू होने की संभावना है। यह रेल सेवा 272 किमी लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना का हिस्सा है। जम्मू रेलवे स्टेशन पर लंबित कार्य पूरा होने के बाद यह रेल सेवा शुरू होगी।

    Hero Image
    अक्तूबर में शुरू होगी श्रीनगर-जम्मू रेल सेवा।

    जागरण संवाददाता, श्रीनगर। कश्मीर घाटी अब सीधे रेल के जरिए जम्मू से जुड़ेगी। बहुप्रतीक्षित जम्मू-श्रीनगर सीधी रेल सेवा अक्टूबर अंत तक शुरू होने की संभावना है।

    सूत्रों ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि यह सेवा प्रतिष्ठित 272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना का हिस्सा है और इसे घाटी को देश के बाकी हिस्सों से निर्बाध रेल यात्रा के माध्यम से जोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह भी पढ़ें- मां वैष्णो देवी भवन में शारदीय नवरात्र को लेकर सजावट का काम शुरू, जानें विशेषताएं और आकर्षण

    जम्मू रेलवे स्टेशन पर लंबित कार्य पूरा होने के बाद शुरू होगी सेवा

    अधिकारियों के अनुसार जम्मू रेलवे स्टेशन पर लंबित कार्य पूरा होने के बाद यह सेवा शुरू होने की उम्मीद है। जम्मू रेलवे स्टेशन का विस्तार सितंबर तक पूरा होना था। हालांकि कई कारणों से काम की गति धीमी हो गई। जिससे समय सीमा लगभग तीन सप्ताह पीछे हो गई।

    एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी ने बताया कि जम्मू रेलवे डिवीजन में अंतिम कार्य अभी पूरा होना बाकी है और परियोजना अपने अंतिम चरण में है। अधिकारी ने कहा, निर्माण गतिविधियां जारी हैं और शेष कार्यों को पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

    यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर पुलिस का नशा तस्करों पर बड़ा एक्शन, हीरानगर में दो ड्रग डीलरों की 86 लाख की संपत्ति जब्त

    जम्मू स्टेशन पर लंबित विस्तार कार्य पूरा होने और मंज़ूरी मिलने के बाद, सीधी सेवा शुरू कर दी जाएगी। पूरा प्रयास किया जा रहा है कि सर्दी शुरू होने से पहले इसे शुरू कर दिया जाए।

    यूएसबीआरएल परियोजना की विशेषताएं

    यूएसबीआरएल परियोजना, जिसे 2002 में 'राष्ट्रीय परियोजना' घोषित किया गया था, को कई इंजीनियरिंग और प्राकृतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। इसमें दुनिया के कुछ सबसे महत्वाकांक्षी रेलवे बुनियादी ढांचे शामिल हैं।

    जिनमें दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल, चिनाब रेल पुल और कई लंबी सुरंगें शामिल हैं। नई कनेक्टिविटी से जम्मू और कश्मीर में पर्यटन, व्यापार और बागवानी क्षेत्र को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

    यह भी पढ़ें- जिला कठुआ के बनी में बारिश और भूस्खलन से मक्की की फसल बर्बाद, किसानों की पूरे साल की मेहनत पर फिरा पानी

    जम्मू-श्रीनगर रेल सेवा की प्रमुख विशेषताएं

    इस परियोजना में 11 सुरंगें, 16 पुल, और दुनिया का सबसे ऊंचा आर्क ब्रिज, चिनाब ब्रिज शामिल हैं। परियोजना पूरी होने पर जम्मू और श्रीनगर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की योजना है, जो कश्मीर घाटी में रेल यात्रा को सुगम बनाएगी। यही नहीं इस परियोजना में खारी और सुंबर के बीच 12.77 किमी लंबी सुरंग और भारत की दूसरी सबसे लंबी परिवहन सुरंग टी-80 (11.22 किमी) शामिल हैं।