कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली सीधी रेल सेवा अक्टूबर तक शुरू होगी, जानें विशेष बातें और फायदे
कश्मीर घाटी जल्द ही रेल मार्ग से जम्मू से जुड़ेगी। अक्टूबर अंत तक जम्मू-श्रीनगर सीधी रेल सेवा शुरू होने की संभावना है। यह रेल सेवा 272 किमी लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना का हिस्सा है। जम्मू रेलवे स्टेशन पर लंबित कार्य पूरा होने के बाद यह रेल सेवा शुरू होगी।

जागरण संवाददाता, श्रीनगर। कश्मीर घाटी अब सीधे रेल के जरिए जम्मू से जुड़ेगी। बहुप्रतीक्षित जम्मू-श्रीनगर सीधी रेल सेवा अक्टूबर अंत तक शुरू होने की संभावना है।
सूत्रों ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि यह सेवा प्रतिष्ठित 272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना का हिस्सा है और इसे घाटी को देश के बाकी हिस्सों से निर्बाध रेल यात्रा के माध्यम से जोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
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जम्मू रेलवे स्टेशन पर लंबित कार्य पूरा होने के बाद शुरू होगी सेवा
अधिकारियों के अनुसार जम्मू रेलवे स्टेशन पर लंबित कार्य पूरा होने के बाद यह सेवा शुरू होने की उम्मीद है। जम्मू रेलवे स्टेशन का विस्तार सितंबर तक पूरा होना था। हालांकि कई कारणों से काम की गति धीमी हो गई। जिससे समय सीमा लगभग तीन सप्ताह पीछे हो गई।
एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी ने बताया कि जम्मू रेलवे डिवीजन में अंतिम कार्य अभी पूरा होना बाकी है और परियोजना अपने अंतिम चरण में है। अधिकारी ने कहा, निर्माण गतिविधियां जारी हैं और शेष कार्यों को पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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जम्मू स्टेशन पर लंबित विस्तार कार्य पूरा होने और मंज़ूरी मिलने के बाद, सीधी सेवा शुरू कर दी जाएगी। पूरा प्रयास किया जा रहा है कि सर्दी शुरू होने से पहले इसे शुरू कर दिया जाए।
यूएसबीआरएल परियोजना की विशेषताएं
यूएसबीआरएल परियोजना, जिसे 2002 में 'राष्ट्रीय परियोजना' घोषित किया गया था, को कई इंजीनियरिंग और प्राकृतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। इसमें दुनिया के कुछ सबसे महत्वाकांक्षी रेलवे बुनियादी ढांचे शामिल हैं।
जिनमें दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल, चिनाब रेल पुल और कई लंबी सुरंगें शामिल हैं। नई कनेक्टिविटी से जम्मू और कश्मीर में पर्यटन, व्यापार और बागवानी क्षेत्र को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
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जम्मू-श्रीनगर रेल सेवा की प्रमुख विशेषताएं
इस परियोजना में 11 सुरंगें, 16 पुल, और दुनिया का सबसे ऊंचा आर्क ब्रिज, चिनाब ब्रिज शामिल हैं। परियोजना पूरी होने पर जम्मू और श्रीनगर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की योजना है, जो कश्मीर घाटी में रेल यात्रा को सुगम बनाएगी। यही नहीं इस परियोजना में खारी और सुंबर के बीच 12.77 किमी लंबी सुरंग और भारत की दूसरी सबसे लंबी परिवहन सुरंग टी-80 (11.22 किमी) शामिल हैं।
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