Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कश्मीर के पारंपरिक नमदा शिल्प को पुनर्जीवित करेगा प्रशासन, उठाए जा रहे महत्वपूर्ण कदम, जानें क्या है नमदा शिल्प

    Updated: Sat, 02 Aug 2025 04:25 PM (IST)

    श्रीनगर में सरकार ने पारंपरिक नमदा शिल्प को पुनर्जीवित करने के लिए यूएनडीपी विंग के तहत कार्डिंग मशीन के नवीनीकरण के लिए धन स्वीकृत किया है। यह पहल सदियों पुराने शिल्प को बढ़ावा देने और ऊन प्रसंस्करण की कमी जैसी बाधाओं को दूर करने के उद्देश्य से है। यूएनडीपी के अनुसार आधुनिक कार्डिंग सुविधा से शारीरिक श्रम और समय कम होगा।

    Hero Image
    कारीगरों के लिए आर्थिक रूप से यह शिल्प आसान हो जाएगा और उत्पादन क्षमता बढ़ेगी।

    जागरण संवाददाता, श्रीनगर। घाटी के पारंपरिक नमदा शिल्प को पुनर्जीवित और बढ़ावा देने के लिए सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यूएनडीपी विंग के तहत उच्च क्षमता वाली कार्डिंग मशीन के नवीनीकरण और स्थापना के लिए धनराशि स्वीकृत की गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूएनडीपी संयुक्त राष्ट्र प्रणाली का हिस्सा है और विकासशील देशों को विशेषज्ञ सलाह, प्रशिक्षण और अनुदान प्रदान करता है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार यह पहल पारंपरिक हस्तशिल्प और हथकरघा क्षेत्रों के बुनियादी ढांचे को मज़बूत करने और टिकाऊ बनाने के उद्देश्य से की गई है।

    कश्मीर का सदियों पुराना शिल्प है नमदा

    सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि नमदा शिल्प ऊनी कपड़े की फेल्टिंग और कढ़ाई से जुड़ा एक सदियों पुराना शिल्प है, जो विभिन्न बाधाओं का सामना कर रहा है। इनमें ऊन प्रसंस्करण सुविधाओं की कमी, उच्च लागत और समय लेने वाली मैनुअल विधियां शामिल हैं। कार्डिंग मशीन के नवीनीकरण से इन समस्याओं का समाधान होने की उम्मीद है।

    यह भी पढ़ें- कश्मीर के इस स्कूल में सुविधाएं तो पर्याप्त पर फिर क्यों बारिश के मौसम में स्कूल का नाम सुनते ही सहम जाते हैं बच्चे?

    आधुनिक कार्डिंग की सुविधा उपलब्ध

    यूएनडीपी के उप निदेशक मिर्जा शाहिद अली ने कहा कि आधुनिक कार्डिंग सुविधाओं की उपलब्धता से शारीरिक श्रम और प्रसंस्करण समय में उल्लेखनीय कमी आएगी। इससे यह शिल्प कारीगरों के लिए आर्थिक रूप से आसान होगा और उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी, जिससे वे बढ़ती घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मांग को पूरा कर सकेंगे। इस कदम से कार्य स्थितियों और उत्पादकता में सुधार के माध्यम से युवा कारीगरों को इस व्यापार की ओर आकर्षित होने की भी उम्मीद है।

    सुस्त पड़े अन्य शिल्पों को भी पुनर्जीवित किया जाएगा

    यह कदम सरकार के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप है। इसके तहत सुस्त पड़े शिल्पों को पुनर्जीवित किया जाएगा। नमदा शिल्प को एक प्रमुख शिल्प के रूप में मान्यता दी गई है। हम मशीन का समय पर नवीनीकरण, स्थापना और संचालन सुनिश्चित करेंगे और कारीगरों को अधिकतम उपयोगिता के लिए आवश्यक प्रशिक्षण भी प्रदान करेंगे। इस विकास से नमदा शिल्प क्षेत्र में नई जान फूंकने, इसकी समृद्ध विरासत को संरक्षित करने और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण इस कला पर निर्भर सैकड़ों कारीगरों की आजीविका में सुधार होने की उम्मीद है। स्थानीय और बाहरी बाजार में इस कला की भारी मांग है, जो इसे और भी महत्वपूर्ण बनाती है।

    यह भी पढ़ें- पहली बार मीरवाइज मौलवी उमर फारूक ने संसद में कश्मीर के सांसदों की एकजुटता का किया स्वागत

    क्या है यूएनीडीपी

    यूएनडीपी, या संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम, एक वैश्विक विकास नेटवर्क है जो 170 से अधिक देशों और क्षेत्रों में काम करता है। इसका मुख्य उद्देश्य गरीबी उन्मूलन, असमानताओं को कम करना और देशों को सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने में मदद करना है. यूएनडीपी, संयुक्त राष्ट्र प्रणाली का एक हिस्सा है और विकासशील देशों को विशेषज्ञ सलाह, प्रशिक्षण और अनुदान प्रदान करता है