''हम कोई बेकार लोग नहीं हैं, लोगों ने हमें चुना है, हमें पूरी ज़िम्मेदारियां सौंपें'', जानें केंद्र पर क्यों भड़के सीएम उमर अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश में निर्वाचित सरकार को सुरक्षा जिम्मेदारियां बहाल करने का आग्रह किया है। गुजरात दौरे पर उन्होंने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों को पूर्ण अधिकार से वंचित रखना अन्यायपूर्ण है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने में हो रही देरी पर निराशा व्यक्त की और कहा कि उनकी सरकार कश्मीर को सुरक्षित बनाने में सक्षम है।

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश में निर्वाचित सरकार को सुरक्षा जिम्मेदारियां बहाल करने का आह्वान किया। अपने गुजरात दौरे के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों को कानून-व्यवस्था सहित पूर्ण अधिकार से वंचित करना अन्यायपूर्ण है।
गांधीनगर में ट्रैवल एक्सपो में भाग लेने के बाद अहमदाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सीएम अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश के दर्जे को जारी रखने और उसे फिर से राज्य का दर्जा न दिए जाने की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि हम कोई बेकार लोग नहीं हैं। अगर लोग हमें शासन करने के लिए चुनते हैं, तो हमें पूरी ज़िम्मेदारियां सौंपी जानी चाहिए।
दरअसल उमर अब्दुल्ला ने यह टिप्पणी दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री की अध्यक्षता में बुलाई गई सुरक्षा समीक्षा बैठक में उन्हें शामिल न किए जाने की वजह पूछने पर की। बैठक से अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर उमर अब्दुल्ला ने जवाब दिया कि सुरक्षा उपराज्यपाल के अधिकार क्षेत्र में आती है।
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यही सच्चाई है। फिर भी मैं जानकारी रखता हूं, मुझे पता है कि सुरक्षा बल कहां तैनात हैं और क्या कदम उठाए जा रहे हैं। हम धीरे-धीरे और सावधानीपूर्वक पर्यटन स्थलों को फिर से खोल रहे हैं।
उमर अब्दुल्ला ने भी जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने में हो रही देरी पर निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि देश में हम ही बदकिस्मत लोग हैं जिनके राज्य का दर्जा घटाकर केंद्र शासित प्रदेश कर दिया गया। बाकी सभी जगहों पर केंद्र शासित प्रदेशों को राज्य का दर्जा दिया जा रहा है लेकिन हम अभी भी इंतजार कर रहे हैं।
2009 से 2015 के बीच मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल पर विचार करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी सरकार ने सुरक्षा स्थिति में सुधार के लिए महत्वपूर्ण प्रगति की है। आतंकवादी घटनाओं और सुरक्षा बलों के हताहत होने की संख्या में कमी आई है। अगर हमें फिर से पूरी जिम्मेदारी सौंपी जाती है तो हम कश्मीर को पहले से ज्यादा सुरक्षित बना देंगे।
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जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों को सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए अब्दुल्ला ने स्वीकार किया कि पहलगाम आतंकी हमले ने क्षेत्र के पर्यटन उद्योग को प्रभावित किया है। परंतु इसी के साथ उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि ऐसा नहीं है कि राज्य का पर्यटन उद्योग पूरी तरह ठप हो गया है।
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