जम्मू-कश्मीर में बिक रहे घटिया मीट का मुख्यमंत्री उमर ने लिया कड़ा संज्ञान, बोले-हर जिले में स्थापित होंगी खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला
जम्मू-कश्मीर में सड़े-गले मांस की बिक्री पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने चिंता जताई है। उन्होंने हर जिले में खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित करने का आदेश दिया है। खाद्य सुरक्षा विभाग को मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उपभोक्ताओं का स्वास्थ्य सर्वोच्च प्राथमिकता है और खाद्य गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जाएगा।

राज्य ब्यूरो,जागरण, श्रीनगर। प्रदेश में विभिन्न जगहों पर बिक रहे सड़े-गले, घटिया और अस्वास्थ्यकम मांस की बरामदगी का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार कों खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच के लिए प्रत्येक ज़िले में खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित करने का आदेश दिया है।
उन्होंने खाद्य सुरक्षा विभाग को घटिया मांस और अन्य खाद्य उत्पादों की बिक्री के खिलाफ सख्त अभियान चलाने का निर्देश देते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए कहा है।
आपको बता दें कि न सिर्फ कश्मीर घाटी में बल्कि जम्मू में भी बड़ी मात्रा में उपभोक्ताओं को बेचा जा रहा घटिया और अस्वास्थ्य मांस, डिब्बाबंद मांसाहारी उत्पाद बरामद किए गए है। लगभग पांच टन के करीब घटिया मांस बरामद किया गया है। कईयों ने इस घटिया और अस्वास्थ्यकर मांस के हलाल न होने का भी कथित तौर पर आरोप लगाया, जिसका प्रशासन ने खंडन किया है।
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इस मामले को लेकर पूरे प्रदेश में तीव्र प्रतिक्रिया हो रही है। जम्मू कश्मीर के मुफ्ती ए आजम मुुफ्ती नासिर उल इस्लाम और मीरवाइज मौलवी उमर फारूक ने भी इसकी निंदा करते हुए प्रशासन को आम लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे मांस विक्रेताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए कहा है।
उपभोक्ताओं का स्वास्थ्य-सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज सुबह सचिवालय में खाद्य सुरक्षा विभाग व अन्य संबधित प्रशासनिक विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक बुलाई, जिसमें प्रदेश में बिक रहे घटिया गोश्त व अन्य खाद्य पदार्थाें से उपजी स्थिति पर विचार विमर्श हुुआ। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि उपभोक्ताओं का स्वास्थ्य और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और खाद्य गुणवत्ता के मामले में किसी भी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने
बाजारों का औचक निरीक्षण के दिए निर्देश
खाद्य सुरक्षा विभाग को बाज़ारों का औचक निरीक्षण करने का निर्देश देते हुए कहा कि मांस विक्रेताओं और उनके द्वारा बेचे जा रहे उत्पादों की नियमित जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सिर्फ मांस विक्रेता ही नहीं सब्जी-फल- किरयाना व अन्य खाद्य पदार्थाें के विक्रेता भी जो उत्पाद बेचें वह निर्धारित स्वच्छता और गुणवत्ता मानकों को पूरा करते हों। उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना और प्रतिष्ठानों को बंद करने सहित कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
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गंभीर बीमारियों का कारण बनता है रयासन युक्त खाद्य पदार्थ
इस बीच, बैठक के बाद पत्रकारों के साथ संक्षिप्त बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री सकीना इट्टू ने कहा कि मिलावटी और रसायन युक्त खाद्य पदार्थों की बिक्री और सेवन कैंसर जैसे गंभीर रोगों और दिल के दौरे में वृद्धि का कारण बन रही है। जो लोग इस तरह की घटिया काम कर रहे हैं, वह समाज और कानून के दुश्मन हैं। उनके खिलाफ मुख्यमंत्री ने आज संबधित अधिकारियों को कठोर कार्रवाई के लिए कहा है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने दुकानदारों और विक्रेताओं द्वारा बेचे जा रहे खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच के लिए प्रत्येक जिले में खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित करने का आदेश दिया है।
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