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    कश्मीर में ऑनलाइन ट्रेडिंग कर रकम दोगुना करने का झांसा देकर 53 करोड़ ठगे, बैंक अधिकारी समेत 4 के खिलाफ मामला दर्ज

    Updated: Fri, 08 Aug 2025 03:28 PM (IST)

    कश्मीर क्राइम ब्रांच की आर्थिक अपराध शाखा ने 53 करोड़ रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में चार लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। आरोप है कि आरोपियों ने निवेशकों को ऑनलाइन ट्रेडिंग में उच्च लाभ का वादा करके ठगा। जांच में पता चला कि आरोपियों ने एक साजिश के तहत लोगों से 53 करोड़ रुपये से अधिक की रकम हड़प ली।

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    चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामला अदालत में पेश कर दिया गया है।

    जागरण संवाददाता,श्रीनगर। कश्मीर क्राइम ब्रांच की आर्थिक अपराध शाखा ने कथित 53 करोड़ रुपये की ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी के सिलसिले में चार लोगों के खिलाफ प्रारंभिक आरोपपत्र दाखिल किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। आरोपपत्र कंगन स्थित प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया।

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    अपराध शाखा द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, यह मामला, जो मूल रूप से भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 318(4), 316(5) सहपठित 61(2) के तहत एफआईआर संख्या 28/2025 के तौर पर कंगन पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था। बाद में आगे की जांच के लिए यह केस आर्थिक अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया।

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    यह मामला एक शिकायत के तौर पर सामने आया जिसमें आरोप लगाया गया था कि जम्मू और कश्मीर बैंक की कंगन शाखा में एक परिवीक्षाधीन अधिकारी शाहनवाज़ अहमद शाह ने शिकायतकर्ता से ऑनलाइन ट्रेडिंग के माध्यम से उच्च रिटर्न का वादा करते हुए एक धोखाधड़ी वाली निवेश योजना के साथ संपर्क किया था। बाद में शिकायतकर्ता को इस घोटाले में निवेश करने के लिए लुभाया गया।

    जांच से पता चला कि शाहनवाज़ अहमद शाह, उनके पिता गुलाम नबी शाह, बहन रुमैसा जान सभी निवासी राथर मोहल्ला, कंगन और उनके एक सहयोगी, बोनिजल हरिपोरा, गांदरबल निवासी आमिर बशीर माग्रे ने कथित तौर पर सैकड़ों लोगों को ठगने की साजिश रची थी। इन सभी पर मिलकर धोखाधड़ी वाली ऑनलाइन वित्तीय ट्रेडिंग योजनाओं के जरिए 53 करोड़ रुपये से ज़्यादा की रकम हड़पने का आरोप है।

    क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि यह साज़िश सोची-समझी रणनीति के तहत रची गई थी और निवेशकों के भरोसे का फायदा उठाने के लिए बेईमानी से काम लिया गया था। एजेंसी ने पुष्टि की है कि चारों आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है।

    आरोपपत्र अब न्यायिक विचार के लिए अदालत में पेश कर दिया गया है और आगे की कानूनी कार्यवाही चल रही है।

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