राजौरी रहस्यमयी बीमारी: बडाल गांव के 330 ग्रामीण विशेष केंद्रों से भेजे गए घर, 51 अभी भी निगरानी में
राजौरी में रहस्यमयी बीमारी की गुत्थी अभी भी सुलझी नहीं है। विशेष केंद्रों से 335 ग्रामीणों को 22 दिनों के बाद घर भेज दिया गया है। हालांकि 51 लोगों को अभी भी निगरानी में रखा गया है। घरों से पुराने खाने पीने के सामान को हटा दिया गय है। प्रशासन की ओर से राशन और पीने का पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। सुरक्षा बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।

जागरण संवाददाता, राजौरी। जिले के बडाल गांव के 62 परिवारों के 330 सदस्यों को 22 दिन के बाद गुरुवार को राजौरी में बने विशेष केंद्रों से घर भेजा गया। जबकि 51 अन्य लोग अभी भी डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगे। डीसी अभिषेक शर्मा के निर्देश पर ग्रामीणों की नियमित जांच के लिए स्वास्थ्य टीम तैनात रहेगी।
इसके अलावा परिवारों को प्रशासन की ओर से राशन भी मुहैया कराया जाएगा। साथ ही खाद्य सामग्री से लेकर पानी, सफाई, बिजली आदि के लिए प्रशासन ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं।
फजल के घर में शादी के बाद होने लगी थी मौंते
इससे पहले सात दिसंबर को बडाल निवास फजल हुसैन की मौत हो गई थी तो उस समय कहा गया था कि फजल के घर में बेटी की शादी थी। उसमें बचा खाना-खाने से फजल की मौत हो गई। लेकिन चंद दिनों में इनके चार बच्चों की भी मौत हो गई।
इसके बाद धीरे-धीरे इनके संगे संबंधी भी इससे प्रभावित होने लगे। 62 परिवारों के 330 को गांव पहुंचाने के लिए प्रशासन ने बसों के प्रबंध किए थे। राजौरी से जो परिवार बडाल गांव लौटे हैं उनके घरों में पहले ये पड़े राशन को हटा दिया गया। ताकि ये लोग किसी भी पुरानी खाद्य वस्तु का उपयोग न करें।
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लाभार्थियों को सौंपे गए श्रमिक कार्ड
इस कार्य की निगरानी के लिए एडीसी कोटरंका दिल मीर को नियुक्त किया है। डीसी राजौरी ने इन परिवारों में पात्र लाभार्थियों को श्रमिक कार्ड सौंपे।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत 10 लोगों का चयन किया है जिन्हें जल्द योजना का लाभ मिलेगा। जल शक्ति विभाग को टैंकर सेवाएं जारी रखने, टैंकों की सफाई सुनिश्चित करने और एक सप्ताह के भीतर जल जीवन मिशन योजना को चालू करने का निर्देश दिया है।
सुरक्षा और निगरानी बनाए रखने के निर्देश
सुरक्षा और निगरानी बनाए रखने के लिए एडीसी कोटरंका और एसपी को गांव में प्रवेश करने और बाहर जाने वाले वाहनों का रिकार्ड रखने को कहा। जिला सूचना अधिकारी को भोजन तैयार करने और वितरण के सीसीटीवी फुटेज को संरक्षित करने का काम सौंपा।
विद्युत विकास विभाग को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा। एडीसी राजौरी डॉ राज कुमार थापा, पीओ आइसीडीएस मुहम्मद फरीद, एसीपी शेराज चौहान, डीएसईओ संदीप शर्मा, डिप्टी डीईओ शकील अहमद, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर पीडीडी मुहम्मद रशीद, डा. मनोहर के साथ अन्य उपस्थित रहे।

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