Rajouri: बैल को बचाने के लिए बच्चा नदी में कूदा, सेना ने बचाई जान, रेसक्यू ऑपरेशन तीन घंटे तक चला
राजौरी में बड़ाला मंग पुल के पास एक दस वर्षीय बच्चा नदी में फंस गया। सेना एसडीआरएफ पुलिस और गोताखोरों ने मिलकर बचाव अभियान चलाया। गोताखोरों के पहुंचने के बाद भी तेज बहाव के कारण वे वापस नहीं आ सके जिसके बाद सेना के हेलीकॉप्टर से बच्चे और गोताखोरों को सुरक्षित निकाला गया।

जागरण संवाददाता, राजौरी। राजौरी जिले के बड़ाला मंग पुल के पास बुधवार को एक बड़े हादसे को सेना और प्रशासन की सूझबूझ ने टाल दिया। बताया जा रहा है कि इसरार खान नामक एक दस वर्षीय बच्चा अपने पालतू बैल को बचाने के लिए नदी को पार कर गया, लेकिन तभी अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया और वह बीच धारा में फंस गया। घटना की सूचना मिलते ही बचाव दल सक्रिय हो गया।
सेना, एसडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय गोताखोरों ने संयुक्त रूप से राहत और बचाव अभियान शुरू किया। तीन घंटों की कड़ी मेहनत के बाद भी जब स्थानीय गोताखोर नदी पार कर बच्चे तक तो पहुंच गए, लेकिन तेज बहाव के कारण वे वापस नहीं लौट सके। हालात की गंभीरता को देखते हुए भारतीय सेना का एक हेलीकॉप्टर मंगवाया गया।
सेना के हेलीकॉप्टर ने बच्चे के साथ-साथ गोताखोरों को भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया। पूरे अभियान के दौरान जिला उपायुक्त राजौरी अभिषेक शर्मा, डीआईजी राजौरी-पुंछ रेंज तेजिंदर सिंह, एसएसपी राजौरी गौरव सिकरवार और सेना अधिकारी मौके पर मौजूद रहे और अभियान की निगरानी करते रहे।
स्थानीय लोगों ने सेना, पुलिस, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने जीवन को प्राथमिकता देते हुए समय रहते कार्रवाई की। वहीं प्रशासन ने लगातार हो रही बारिश और बढ़ते जलस्तर को देखते हुए लोगों से अपील की है कि वे नदियों-नालों के पास न जाएं और सतर्कता बरतें।
प्रशासन ने पहले से ही लोगों को नदी नालों से दूर रहने को कहा गया था, लेकिन इसके बावजूद भी लोग नदी नालाें के बीच जा रहे है। राहत कार्य को देखने के लिए भारी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई और जब तक बचाव कार्य खत्म नहीं होता तब तक हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ नदी के दोनों तरफ मौजूद रहे।
पुलस्त नदी सहित अन्य नालों से दूर रहने की सलाह
पुंछ जिले में पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण पुलस्त नदी के साथ अन्य नदी नालों का जलस्तर बढ़ रहा है। पुंछ प्रशासन लगातार लोगों को नदी नालों से दूर रहने और बिना अवश्यक कार्य के सफर नहीं करने की हिदायत दे रहा है ताकि बारिश और भूस्खलन से जानी नुकसान से बचा जा सके।
आज बुधवार शाम को राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीम ने पुलस्त नदी का दौरा कर नदी के नजदीक मवेशी चरा रहे और झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले छह परिवारों के लगभग पचास लोगों के अलावा मछली पकड़ने बले मछुआरों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। एसडीआरएफ के प्रभारी जाकिर हुसैन ने बताया की हमारी टीम ने खड़ी से लेकर कलाई पुल तक पांच अलग-अलग स्थानों से लगभग 50 लोगों को बचाया।
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बचाव के बाद, एसडीआरएफ अधिकारियों ने एक सार्वजनिक परामर्श जारी किया, जिसमें निवासियों और आगंतुकों से नदी के किनारों के पास सावधानी बरतने का आग्रह किया गया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि खासकर वर्तमान मौसम के दौरान बढ़ते जल स्तर और तेज धाराओं से गंभीर हालत पैदा हो सकते हैं।
नदी नालों से दूर रहे। एसडीआरएफ की टीमें जिला प्रशासन के नेतृत्व में नदी की स्थिति पर नजर रख रहा है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। आम नागरिक के सहयोग की अवश्यकता है अधिकारियों ने दुर्घटनाओं से बचने के लिए प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करने के महत्व पर जोर दिया है। बारिश से पुलस्त नदी का जल सत्र बड़ा प्रशासन द्वारा नदी नालों से दूर रहने की अपील की है।
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