सामूहिक भोज, बड़े आयोजनों और शादी में भीड़ पर रोक; राजौरी के बडाल गांव में रहस्यमयी मौतों को लेकर प्रशासन सख्त
जम्मू-कश्मीर के राजौरी (Rajouri Mysterious deaths) के बडाल गांव में रहस्यमयी मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रशासन ने एहतियातन कदम उठाते हुए गांव में सामूहिक भोज बड़े आयोजनों और शोक सभाएं आयोजित करने पर रोक लगा दी है। विवाह समारोह में भी भीड़ एकत्र न करने के निर्देश दिए गए हैं।
जागरण संवाददाता, राजौरी। जिला राजौरी के बडाल गांव में पिछले करीब डेढ़ माह में 17 लोगों की रहस्यमयी मौत की जारी जांच के बीच प्रशासन ने एहतियातन कदम उठाते हुए गांव में सामूहिक भोज, बड़े आयोजनों और शोक सभाएं आयोजित करने पर रोक लगा दी है। विवाह समारोह में भी भीड़ एकत्र न करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस संबंध में कोटरंका के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ने औपचारिक आदेश भी जारी कर दिया है। इस बीच, मामले की जांच के लिए गठित अंतर मंत्रालयीय टीम ने गांव में पहुंचकर पड़ताल शुरू कर दी है।
7 दिसंबर से शुरू है रहस्यमयी मौतों का सिलसिला
टीम ने प्रभावित घरों का निरीक्षण किया और वहां से कुछ नमूने लेने के बाद मोहम्मद असलम के घर को सील कर दिया। असलम के छह बच्चों सहित परिवार के आठ लोगों की मौत हो चुकी है। टीम ने स्थानीय लोगों व अधिकारियों से पूरे मामले की जानकारी भी ली। टीम आज यानी मंगलवार को फिर गांव में जांच आगे बढ़ाकर मौत के कारणों का पता लगाकर, इन्हें रोकने के लिए भी काम करेगी।
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बडाल गांव में सात दिसंबर से रहस्यमी मौतें शुरू हुईं थी। लोगों को तेज बुखार, सांस लेने में दिक्कत और बेहोशी की शिकायत हुई थी। अब तक की जांच में मृतकों की फोरेंसिक रिपोर्ट में कुछ में न्यूरोटाक्सिन (जहर) और कुछ में मस्तिष्क में सूजन भी आई थी, लेकिन पक्के तौर पर मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया।
बढ़ती मौतों को लेते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने लिया संज्ञान
बढ़ती मौतों का संज्ञान लेते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक अंतर-मंत्रालयीय टीम के गठन का आदेश दिया था। इस टीम में स्वास्थ्य, कृषि, रसायन एवं उर्वरक सहित विभिन्न मंत्रालयों के विशेषज्ञों के साथ विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञ भी शामिल हैं। गृह मंत्रालय के निदेशक रैंक के अधिकारी की अध्यक्षता वाली टीम रविवार शाम को राजौरी पहुंची थी।
सोमवार को टीम ने गांव का पहला दौरा कर जांच शुरू की। इसके लिए टीम दो हिस्सों में बंटी थी, ताकि प्रभावित तीनों घरों का दौरा किया जा सके। केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के विशेषज्ञों ने मोहम्मद असलम के घर से नमूने एकत्र किए, जिसके छह बच्चों और साथ में ही रहने वाले उसके मामा व मामी की इसी माह मौत हो गई थी।
असमल के घर जाने की किसी को अनुमित नहीं
अधिकारियों ने बताया कि नमूने एकत्र करने के बाद विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि किसी भी संभावित जोखिम से बचने के लिए घर को सील कर दिया जाए। इसके साथ असलम के मवेशियों को भी घर से दूर गांव के अन्य घरों में भेज दिया गया। कोटरंका के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि असलम के घर के अंदर किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है।
शाम को टीम वापस डाक बंगला राजौरी आ गई। जहां सभी अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ बैठक भी की गई। वहीं, सोमवार को बडाल में एक निकाह भी हुआ, जो बेहद सादगी से हुआ, जिसमें सिर्फ पांच लोग ही बारात में शामिल हुए।
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