Kathua Encounter: कठुआ में एनकाउंटर के बाद जवानों ने 5 आतंकियों को घेरा, सभी रास्ते बंद; सर्च ऑपरेशन जारी
जम्मू-कश्मीर के कठुआ (Kathua Encounter) के हीरानगर में पांच आतंकियों के देखे जाने के बाद मुठभेड़ शुरू हो गई है। सेना ने आतंकियों को घेर लिया है। गोली लगने से एक 7 साल की बच्ची घायल हो गई है। इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जम्मू-पठानकोट हाईवे और कंडी क्षेत्र में भी आतंकियों के रूट वाले मार्गों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
जागरण संवाददाता, हीरानगर (कठुआ)। जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir Encounter) के कठुआ जिले (Kathua Encounter) के हीरानगर सन्याल में बीती रात देखे गए पांच आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद अभी आतंकी मुठभेड़ स्थल और आसपास के सभी यातायात विशेष कर ओल्ड सांबा कठुआ मार्ग आम लोगों की सुरक्षा को देखते हुए बंद कर दिया गया है।
वहीं, जम्मू-पठानकोट हाईवे और कंडी क्षेत्र व बिलावर पहाड़ी क्षेत्र में आतंकियों के रूट वाले मार्गों पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
रात भर ड्रोन से पुलिस ने की निगरानी
बता दें कि पांच आतंकियों को जिस स्थान पर देखा गया था उसको चारो तरफ से सुरक्षाबलों ने घेर रखा है। दोनों ओर से अभी कोई फायरिंग नहीं हो रही है।
ओल्ड सांबा कठुआ मार्ग से हीरानगर कस्बे में जाने वाले सभी रास्ते बंद।
एसओजी के जवानों द्वारा तलाशी अभियान शुरू कर दी गई है। रात भर यहां पुलिस ने ड्रोन से पूरे क्षेत्र की निगरानी और तलाशी की है।
तलाशी अभियान के लिए जाते एसओजी के जवान।
यह भी पढ़ें- पुंछ-भद्रवाह में 2 आतंकी ठिकाने ध्वस्त, IED समेत भारी मात्रा में हथियार बरामद; जम्मू-कश्मीर को दहलाने की थी साजिश
बता दें कि सन्याल हीरानगर में छिपे पांच आतंकियों को ढूंढने के लिए सुबह से तलाशी अभियान जारी है लेकिन सुरक्षाबलों को अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। फिलहाल दोनों तरफ से कोई फायरिंग की सूचना नहीं मिली है। हालांकि, पांचों आतंकवादियों को ढेर करने के लिए सुरक्षाबलों घेराबंदी कर लगातार उनकी तलाश कर रहे हैं।
ग्रामीणों में दहशत का माहौल
बता दें कि कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब छह किलोमीटर भीतर जंगल में रविवार शाम को पांच आतंकियों को देखे जाने के बाद मुठभेड़ शुरू हो गई है। दरअसल, हीरानगर के गांव सन्याल में शाम पांच बजे स्थानीय निवासी गणेश दास और उसकी पत्नी साथ लगते जंगल में लकड़ियां चुन रहे थे।
तभी वहां छिपे आतंकियों ने गणेश दास को पकड़ लिया और उसकी पत्नी को भी बुलाने के लिए कहा। अपने पति को आतंकियों के चुंगल में देखकर वह जारे-जोर से चिल्लाने लगी। आतंकियों ने पति-पत्नी को चुप कराने के लिए बंदूक दिखाकर धमकाया। इसपर पति-पत्नी ने उन्हें छोड़ देने की गुहार लगाई और इसी बीच दोनों आतंकियों को चकमा देकर जंगल क्षेत्र से पूरी तरह परिचित होने के कारण वहां से सुरक्षित भाग निकले।
इसके बाद दोनों ने गांव में पहुंचकर स्थानीय लोगों, पुलिस व सुरक्षाबल को इसकी जानकारी दी। इसके बाद एसओजी, सेना के सवान, सीआरपीएफ व अन्य सुरक्षाबल मौके पर पहुंचे। उन्होंने पूरे क्षेत्र को घेरकर आसपास के क्षेत्र व गांव में तलाशी अभियान चलाया। आतंकियों ने जब सुरक्षाबलों को अपनी तरफ बढ़ते देखा तो गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी इसका जवाब दिया और मुठभेड़ शुरू हो गई। देर रात तक ऑपरेशन जारी था। वहीं, क्षेत्र में आतंकी देखे जाने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।