जम्मू-कश्मीर के राजौरी में अज्ञात बीमारी से लोगों में दहशत, 5 दिनों में छह बच्चे सहित सात लोगों की मौत
Jammu Kashmir News जम्मू-कश्मीर के राजौरी में एक और हृदय विदारक घटना सामने आई है। एक सात साल की बच्ची की संदिग्ध रूप से फूड पॉइजनिंग से मौत हो गई है। उसके दो बड़े भाई भी इसी कारण से बीमार हैं। इससे पहले रविवार को भी इसी तरह की परिस्थितियों में एक व्यक्ति और उसके तीन बच्चों की मौत हो गई थी।
जागरण संवाददाता, राजौरी। जिला राजौरी के बडाल गांव में एक अज्ञात बीमारी से पिछले पांच दिन में छह बच्चों सहित सात लोगों की मौत हो गई है और तीन लोग अभी भी अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
पीड़ितों को पहले बुखार और फिर बेहोशी की शिकायत हो रही है। इसको लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भी सकते में हैं और बीमारी को लेकर अभी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है। शाम को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ जिला उपायुक्त बडाल गांव पहुंचे।
उन्होंने कहा कि गांव में विशेष चिकित्सा शिविर लगाया जा रहा है, ताकि पता चल सके कि किस कारण से मौतें हो रही हैं। इसके साथ ही प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी करते हुए लोगों को स्वास्थ्य संबंधी किसी भी परामर्श के लिए डॉक्टरों से संपर्क करने के लिए कहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों की टीम की गठित
देर शाम जिला उपायुक्त अभिषेक शर्मा ने मौतों के कारणों का पता लगाने के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश देते हुए सात दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग के निदेशक ने डॉक्टरों की टीम का गठन किया है। यह टीम शुक्रवार को बडाल गांव का दौरा कर लोगों के सैंपल लेगी।
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बडाल गांव में रविवार को एक ही परिवार के पांच लोग बीमार हुए थे। इनमें पति-पत्नी व उनके चार बच्चे शामिल हैं। पिता व तीन बच्चों की उसी दिन मौत हो गई थी, जबकि एक बच्चे ने वीरवार को जम्मू के जीएमसी अस्पताल में दम तोड़ दिया। महिला का इलाज चल रहा है। पहले इन मौत का कारण विषाक्त भोजन बताया जा रहा था, लेकिन वीरवार को ऐसा ही एक और मामला सामने आ गया।
बच्चों ने रास्ते में ही तोड़ दिया दम
तड़के बडाल गांव में तीन भाई-बहन बुखार के बाद बेहोश हो गए। उन्हें उपजिला अस्पताल कोटरंका में भर्ती कराया गया। जहां मोहम्मद रफीक की सात वर्ष की बेटी नाजिया कौसर की मौत हो गई।
नाजिया के दो भाई इश्तियाक (12) और अशफाक (9) को राजौरी रेफर किया गया। जहां से डॉक्टरों ने इश्तियाक की गंभीर हालत को देखते हुए उसे जम्मू रेफर किया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
मेडिकल कॉलेज राजौरी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शमीम अहमद ने बताया कि अशफाक की हालत स्थिर है। इस बीच, जिला उपायुक्त ने राजौरी अस्पताल का दौरा कर भर्ती बच्चे और उसके स्वजन से मुलाकात की। उपायुक्त ने मामले की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश देते हुए कहा कि एडीसी कोटरंका दील मीर को जांच के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। मुख्यमंत्री खुद इस मामले की निगरानी कर रहे हैं।
जम्मू से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम भी क्षेत्र के दौरे पर आ रही है। अभी तक यह साफ नहीं हो रहा है कि मौतों का असली कारण क्या है। हमें पहले मौतों के कारणों का पता लगाना है, जिससे अन्य लोगों की जान बचाई जा सके।
मुख्यमंत्री खुद इस मामले की निगरानी कर रहे हैं। जम्मू से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम भी क्षेत्र के दौरे पर आ रही है। अभी तक यह साफ नहीं हो रहा है कि मौतों का असली कारण क्या है। हमें पहले मौतों के कारणों का पता लगाना है, जिससे अन्य लोगों की जान बचाई जा सके।
-जावेद इकबाल चौधरी, विधायक बुद्धल (राजौरी)
-जावेद इकबाल चौधरी, विधायक बुद्धल (राजौरी)
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