लद्दाख में दर्दनाक हादसा, आर्मी कैंप में पानी की टंकी फटने से दो जवान बलिदान; सेना ने दी श्रद्धांजलि
लद्दाख (Ladakh Water Tank Explosion) के न्योमा में एक सैन्य शिविर में हुए हादसे में सेना के दो जेसीओ शहीद हो गए। शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद उनके पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास भेज दिए गए हैं। पुलिस भी हादसे की जांच कर रही है। शहीदों में से एक उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद और दूसरे पंजाब के रहने वाले थे।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। Ladakh Water Tank Explosion: लद्दाख के न्योमा में रविवार को एक सैन्य शिविर में हुए हादसे में सेना के दो जेसीओ बलिदान हो गए। सेना ने बलिदान हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद शव उनके पैतृक आवास भेज दिया है। पुलिस भी हादसे की जांच कर रही है।
यूपी और पंजाब के रहने वाले थे बलिदानी
लेह से न्योमा लगभग 150 किलोमीटर की दूरी पर है। सेना की फायर एंड फ्यूरी कोर ने मंगलवार को लेह में बलिदानी सूबेदार संतोष कुमार व नायब सूबेदार सुनील कुमार को श्रद्धासुमन अर्पित किए। नायब सूबेदार सुनील कुमार उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के रहने वाले थे। वहीं, सूबेदार संतोष कुमार पंजाब के रहने वाले थे।
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घटना की हो रही है जांच
सेना की उत्तरी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सुचिंद्र कुमार ने भी सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। उत्तरी कमान ने मंगलवार को एक्स पर लिखा कि सैन्य कमांडर व ध्रुव कमान बलिदान हुए सूबेदार संतोष कुमार व नायब सूबेदार सुनील कुमार के सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हैं।
उन्होंने देशसेवा करते हुए प्राणों की आहुति दे दी। इसी बीच घटना की जांच हो रही है और लद्दाख पुलिस भी टंकी फटने के कारणों की पड़ताल करने में जुटी हुई है।
कश्मीर में आतंकियों के सफाए का अभियान होगा तेज
वहीं, एक दूसरे खबर की बात करें तो कश्मीर में आतंकियों के सफाए का अभियान तेज होने वाला है। कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक वीके बिरदी ने मंगलवार को दक्षिण कश्मीर में बचे-खुचे आतंकियों और उनके नेटवर्क को पूरी तरह नष्ट करने के लिए संबधित अधिकारियों को अपने आतंकरोधी अभियान तेज करने का निर्देश दिया।
यह निर्देश उन्होंने दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में पुलिस और सीआरपीएफ की ऑपरेशन गतिविधियों का जायजा लेते हुए दिया। उन्होंने खुफिया तंत्र को मजबूत बनाने पर जोर देते हुए कहा कि इससे आतंकियों के किसी भी षड्यंत्र को समय रहते विफल किया जा सकेगा।
आईजी बिरदी की अध्यक्षता में दो घंटे तक चली सुरक्षा बैठक में पुलिस और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इस बैठक में उभरती सुरक्षा चुनौतियों पर विचार-विमर्श के साथ पुलिस व सीआरपीएफ में बेहतर समन्वय, संयुक्त संसाधन उपयोग को सुनिश्चित बनाए रखने के विभिन्न उपायों पर भी चर्चा हुई।
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