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    किश्वातड़ त्रासदी: कोई तो मेरे बच्चों, पत्नी की सूचना दे दो, सोनू कुमार बार-बार प्रशासन, लोगों से कर रहे फरियाद

    Updated: Sat, 16 Aug 2025 04:06 PM (IST)

    किश्तवाड़ में बादल फटने से बिश्नाह निवासी सोनू कुमार का परिवार लापता हो गया है। सोनू अपनी पत्नी और बच्चों को ढूंढने के लिए प्रशासन से गुहार लगा रहा है। मिचैल माता यात्रा के दौरान लंगर में बादल फटने से यह हादसा हुआ। सोनू ने बताया कि उसने घटना स्थल पर जाने की कोशिश की लेकिन उसे जाने नहीं दिया गया।

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    सोनू लोगों से मदद की गुहार लगा रहा है और सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा कर रहा है।

    संवाद सहयोगी, जागरण, बिश्नाह। सोनू कुमार का रो रोकर बुरा हाल है। अपनी पत्नी (40), बेटा गोकुल (10), बेटी पीहू (16) को तलाशने की प्रशासन से बार-बार गुहार लगा रहा है। वह यही पुकार कर रहा है कि कोई तो आकर उसे कह दो कि वो तीनों जिंदा हैं।

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    बिश्नाह वार्ड नंबर 6 के रहने वाले सोनू कुमार ने जागरण से बात करते हुए कहा कि मेरी पत्नी जीनी, बेटी पीहू और बेटा गोकुल मिचैल माता कि यात्रा पर मंगलवार को गए थे। बुधवार को वे मंदिर में दर्शन कर वापस घर की ओर लौट रहे थे। साथियों सहित चिशौटी पहुंचने पर जब वे सभी लंगर में प्रसाद ग्रहण करने लगे, तभी बड़ी जोरदार धमाके से बादल फटे और जोर से आए पानी पत्थर के सैलाब में पूरा लंगर बह गया।

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    उसी बाढ़ में मेरा परिवार साथियों से बिछड़ कर लापता हों गए। जिस गाड़ी में वे सब गए थे कुछ लोग वापस लौट चुके हैं परंतु करीब 9 लोग अभी भी लापता है जिनमें मेरे परिवार के तीन लोग शामिल हैं। सोनू ने बताया कि मेरी लंगर में पहुंचने से कुछ देर पहले उनसे बात हुई थी। वे सभी सुरक्षित थे लेकिन बादल फटने के बाद अब तक उनकी कोई भी जानकारी नहीं मिली है। ना ही उनका कुछ पता चल रहा है।

    जैसे-जैसे समय बितता जा रहा है वैसे उम्मीद भी टूटती जा रही है। मन कह रहा है वे मिल जाएंगे लेकिन हालात बता रहे हैं कि अब मेरे बच्चे व पत्नी इस दुनिया में नहीं हैं। मैं उनकी तलाश में किश्तवाड़ भी गया लेकिन मुझे घटना स्थल पर नहीं जाने दिया। मेरे कुछ साथी वहां पर बच्चों की व पत्नी की तलाश कर रहे हैं लेकिन अभी तक उनका कुछ पता नहीं चल रहा है।

    मैं लोगों से प्रार्थना करता हूं कि मेरे बच्चों के बारे में कोई मुझे सूचना दे। उन्होंने पहचान के लिए इंटरनेट मीडिया पर अपने परिवार का फोटो भी प्रसारित किया है। अगर किसी को इन फोटो के आधार पर कोई जानकारी मिलती है तो वह बिश्नाह पुलिस स्टेशन या किसी भी क्षेत्र की पुलिस को सूचना कर दे ताकि पीहू, गोकुल व पत्नी जीनी मुझे दोबारा मिल सके।

    प्रशासन, आम जनता के समक्ष बार-बार यह गुजार लगा रहे सोनू के चेहरे पर परिवार को खोने का दर्द साफ छलक रहा है। वह अपने आप को इतना बेबस महसूस रहा है कि वह खुलकर रो भी नहीं पा रहे। उनकों अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उनके बीवी बच्चे जिंदा है या मर गए। सोनू ने कहा कि काफी दिन बीत गए हैं फिर भी हमने आस नहीं छोड़ी है।

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    सोनू के अन्य परिजन व बिश्नाह के लोग भी उसके इस दुख में शामिल हैं और माता रानी बार-बार उनकी रक्षा के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। हर कोई यही प्रार्थना कर रहा है कि वे सभी जीवित हो और वापस परिवार के बीच आ जाएं। सोनू कुमार बिश्नाह के मुख्य बाजार में हलवाई का ठेला लगाता है और उसी से घर का पालन पोषण चलता है। यही वजह है कि अन्य दुकानदारों को भी साेनू के परिवार की चिंता सता रही है।