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    जम्मू-कश्मीर में कैंसर के मरीजों को राहत, 6 जिलों में बनेंगे डे-केयर सेंटर, मिलेंगी यह सुविधाएं

    Updated: Sat, 26 Jul 2025 02:46 PM (IST)

    जम्मू-कश्मीर में कैंसर रोगियों के लिए एक अच्छी खबर है। केंद्र सरकार राज्य के छह जिलों - जम्मू शोपियां रियासी सांबा रामबन और किश्तवाड़ के जिला अस्पतालों में डे केयर सेंटर स्थापित करेगी। इसके अतिरिक्त लद्दाख के लेह और कारगिल में भी ये सेंटर बनेंगे। इन सेंटरों की स्थापना से कैंसर रोगियों को कीमोथेरेपी जैसी सुविधाएं मिलेंगी और उन्हें बेहतर इलाज मिल सकेगा।

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    सरकार का लक्ष्य कैंसर रोगियों को राहत प्रदान करना है।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। कैंसर से जूझ रहे मरीजों को इस वर्ष थोड़ी राहत मिलेगी। केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर सरकार के साथ परामर्श के बाद छह जिलों के जिला अस्पतालों में डे केयर सेंटर स्थापित करने जा रही है। इसकी जानकारी सरकार ने संसद में लिखित में एक प्रश्न के उत्तर में दी।

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    केंद्र सरकार इस वित्त वर्ष 2025-26 में पूरे देश में 200 डे केयर सेंटर स्थापित करने जा रही है। इसकी घोषणा सरकार ने बजट में की थी। अब यह सेंटर स्थापित करने के लिए प्रक्रिया शुरू करने जा रही है। इसके तहत जम्मू-कश्मीर के छह जिला अस्पतालों में डे केयर सेंटर स्थापित होंगे।

    इनमें जम्मू, शोपियां, रियासी, सांबा, रामबन और किश्तवाड़ जिला शामिल हैं। इसके अतिरिक्त लद्दाख में लेह और कारगिल में भी डे केयर सेंटर बनेंगे। हर डे केयर सेंटर पर डेढ़ करोड़ रुपयों के आसपास खर्च आएगा। इनमें कैंसर के मरीजों को कीमोथेरेपी की सुविधा भी होगी। यह सेंटर नेशनल हेल्थ मिशन से मिलने वाले फंड से बनेंगे।

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    केंद्र के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च कैंसर रजिस्ट्री डाटा का इस्तेमाल कर कर सेंटर बनाने की पहल की थी। इसमें उन जिलों में डे केयर सेंटश्र स्थापित किए जा रहे हैं जिनमें कैंसर के मरीज अधिक हैं।

    जम्मू-कश्मीर में सरकार ने प्रदेश सरकार से मिले प्रस्ताव के तहत जम्मू, शोपियां, रियासी, सांबा, रामबन और किश्तवाड़ जिलाें को चुना। इनमें छह जिलों में से पांच जिलों में मेडिकल कालेज नहीं हैं। जम्मू-कश्मीर में कुल बीस जिले हैं।

    इनमें से 11 जिलों में मेडिकल कालेज या फिर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान हैं। इनमें पहले से ही कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए सभी सुविधाएं हैं। अब अगर छह और जिलों में सेंटर स्थापित होते हैं तो प्रदेश के अधिकांश जिलों में कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए सुविधा हो जाएगी।

    आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में हर वर्ष कैंसर के 12 से 13 हजार नए मामले दर्ज होते हैं। सबसे अधिक मामले जम्मू और श्रीनगर जिलों में ही आते हैं। मेडिकल कालेज जम्मू में ही हर वर्ष कैंसर के दो हजार के करीब नए मामले आते हैं।

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    किस वर्ष आए कितने मामले

    सरकारी आंकड़ों के अनुसार जम्मू-कश्मीर में वर्ष 2019 में कैंसर के 12,396 मरीज आए। इसके बाद वर्ष 2020 में 12,726, वर्ष 2021 में 13,060, वर्ष 2022 में 13,395 मरीज आए। वर्ष 2023 और वर्ष 2024 में भी 13-13 हजार से अधिक मरीजों ने इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में अपना पंजीकरण करवाया।