Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Kashmir में गर्मियों की 15 छुट्टियों के बाद खुले स्कूल, समय को लेकर भड़के अभिभावक, शिक्षामंत्री ने यह कहकर किया शांत

    Updated: Tue, 08 Jul 2025 04:34 PM (IST)

    शिक्षा मंत्री सकीना मसूद इटू ने कहा कि वर्तमान स्कूल का समय अंतिम नहीं है और इसे बदला जा सकता है। कुलगाम में उन्होंने कहा कि स्कूलों को फिर से खोलना शैक्षणिक कैलेंडर को बहाल करने की दिशा में एक कदम है। छात्रों और अभिभावकों को समय को लेकर चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आवश्यकतानुसार समायोजन किया जाएगा।

    Hero Image
    कश्मीर में स्कूल खुलने से बच्चे अब पढ़ाई पर ध्यान दे पाएंगे।

    डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। कश्मीर में गर्मियों की 15 दिन की छुट्टियों के बाद आज सभी सरकारी व निजी शैक्षिक संस्थान खुल गए। तपती गर्मी के बीच अपने छोटे बच्चों को स्कूल छोड़ने आए अभिभावकों ने इस दौरान इंटरनेट मीडिया पर शिक्षा विभाग व मंत्री को जमकर कोसा। उनका कहना था कि उन्हें अपने बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता थी, इसलिए वे चाहते थे कि शिक्षा विभाग छुट्टी को बढ़ाते हुए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर देता यदि नहीं तो कम से कम ऐसा समय तय करता, जो उनके बच्चों के लिए बेहतर हो।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कई ऐसे अभिभावक भी थे, जिन्होंने शिक्षा मंत्री व शिक्षा विभाग के निदेशक को फोन कर खड़ी खोटी भी सुना थी। ऐसे में शिक्षा मंत्री सकीना मसूद इटू ने मंगलवार को अभिभावकों के गुस्से को शांत व चिंता को दूर करते हुए यह बयान दिया कि वर्तमान स्कूल समय अंतिम नहीं है और छात्रों और अभिभावकों से मिलने वाली प्रतिक्रिया के आधार पर इसे समायोजित किया जा सकता है।

    कुलगाम में पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री सकीना इटू ने कहा कि आज मंगलवार से स्कूलों को फिर से खोलना शैक्षणिक कैलेंडर को बहाल करने और छात्रों को समय पर पाठ्यक्रम पूरा करने की दिशा में एक कदम है।

    यह भी पढ़ें- Jammu Kashmir: आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को मिलेगी और धार, पुलिस खरीदने जा रही ये अत्याधुनिक हथियार

    स्कूल फिर से खुल गए हैं और हमें स्कूल के समय में बदलाव के बारे में कई कॉल आए हैं। मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि वर्तमान स्कूल समय अंतिम नहीं है। अगर हमें लगता है कि कोई बदलाव या समायोजन की आवश्यकता है, तो हम निश्चित रूप से उसकी समीक्षा करेंगे। यह कोई कठोर निर्णय नहीं है।

    मंत्री सकीना इटू ने छात्रों और अभिभावकों से चिंता न करने का आग्रह किया। अगर छात्रों या अभिभावकों की ओर से समय को लेकर कोई परेशानी या शिकायत है तो हम उसके अनुसार समायोजन करेंगे।

    किसी को भी चिंतित नहीं होना चाहिए। असली चिंता यह है कि हमारे सामने नवंबर का सत्र है। हमारा उद्देश्य छात्रों को ठीक से अध्ययन कराना और समय पर अकादमिक सत्र को पूरा करना है ताकि वे भविष्य में आगे बढ़ सकें।

    यह भी पढ़ें- Amarnath Yatra को सुरक्षित-आसन बना रहा BRO, सेना की इंजीनियरिंग देख दंग रह जाएंगे आप

    चाहे कक्षाएं फिर से शुरू करना हो या छुट्टियों को समायोजित करना हो, हमारा एकमात्र उद्देश्य छात्रों को सीखने और अपना पाठ्यक्रम पूरा करने में मदद करना है। शिक्षा मंत्री ने कहा "हम पहले ही जुलाई के मध्य में हैं।

    अक्टूबर की परीक्षाएं शुरू होने से पहले केवल अगस्त और सितंबर ही बचे हैं।" "इसलिए हम छात्रों को तैयारी करने और सफल होने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

    हम यही चाहते हैं कि हमारे बच्चे भविष्य में हरेक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करके दिखाएं। जम्मू-कश्मीर और देश का गौरव बढ़ाएं।" यह सब पढ़ाई से ही संभव है।

    मंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया जब घाटी में आज स्कूल खुलने के बाद काफी अभिभावकों ने स्कूल शिक्षा विभाग और शिक्षा मंत्री द्वारा हीटवेव के चलते कुछ दिन और स्कूल बंद रख ऑनलाइन कक्षाएं चलाने या फिर स्कूल के समय में बदलाव करने का सुझाव दिए थे।

    जब मंत्री ने सभी बातों को नजरंदाज कर आज 15 दिनों की गर्मी की छुट्टियों के बाद स्कूल खोल दिए तो लोगों ने इसके लिए उनकी आलोचना शुरू कर दी। 

    comedy show banner
    comedy show banner