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    जैश के नेटवर्क पर NIA का शिकंजा, जम्मू-कश्मीर समेत 8 राज्यों के 19 ठिकानों पर छापेमारी, मोबाइल और पेन ड्राइव बरामद

    Updated: Fri, 13 Dec 2024 11:07 AM (IST)

    एनआईए ने जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir News) समेत 8 राज्यों में 19 ठिकानों पर छापेमारी की है। जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकी फंडिंग के मामले में यह कार्रवाई की गई है। एनआईए ने बड़े पैमाने पर दस्तावेज मोबाइल पेन ड्राइव सीडी और हार्ड डिस्क बरामद किए हैं। इस मामले में पहले ही एनआईए ने अक्टूबर में एफआईआर दर्ज कर शेख सुल्तान सलाहउद्दीन अयुबि को गिरफ्तार कर लिया था।

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    आतंकी फंडिंग केस में NIA ने जैश के नेटवर्क पर छापेमारी की है। फाइल फोटो

    जेएनएन, श्रीनगर। युवाओं में कट्टरता बढ़ाकर उन्हें आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जोड़ने की साजिश के मामले में एनआईए ने जम्मू-कश्मीर समेत आठ राज्यों में 19 स्थानों पर छापेमारी की। जांच एजेंसी ने इस दौरान बड़े पैमाने पर दस्तावेज, मोबाइल, पेन ड्राइव, सीडी और हार्ड डिस्क बरामद करने का दावा किया है।

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    एनआईए ने इस मामले में अक्टूबर में एफआईआर दर्ज कर शेख सुल्तान सलाहउद्दीन अयुबि को गिरफ्तार किया था। जम्मू कश्मीर में रियासी, बड़गाम, अनंतनाग और बारामुला जिलों में सात स्थानों पर छापे मारे गए।

    जैश-ए-मोहम्मद के इशारे पर काम करता है अयुबि

    इस मामले में किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है। एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गुरुवार को विभिन्न राज्यों में फैले अयुबि के करीबियों के यहां तलाशी ली गई। कई संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। अयूबि असम के गोलपाड़ा का रहने वाला है और जैश-ए-मोहम्मद के इशारे पर वही से आतंकी फंडिंग और युवाओं को कट्टर बनाने का नेटवर्क चलाता था।

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    उसका नेटवर्क जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, बिहार, असम, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात और बंगाल तक है। अयुबि के फोन और अन्य उपकरणों के साथ-साथ उससे पूछताछ से मिली जानकारी के आधार पर इस नेटवर्क का पता चला।

    नेटवर्क के जरिए युवाओं को बनाते हैं कट्टर

    उन्होंने कहा कि नेटवर्क के लोग युवाओं को कट्टर बनाकर जमात से जोड़ने के लिए प्रेरित कर रहे थे, जो जैश-ए-मोहम्मद का ही मुखौटा संगठन है। जम्मू कश्मीर में रियासी जिले में माहौर के शजरू गांव में अख्तर हुसैन के घर छापा मारा गया है।

    एनआईए ने अख्तर से पूछताछ कर उसके दो मोबाइल फोन और एक लैपटॉप कब्जे में लिया है। यह छापेमारी आठ घंटे तक चली। पुलिस के मुताबिक अख्तर के खिलाफ माहौर पुलिस में मामला दर्ज नहीं है।

    जम्मू-कश्मीर में कई बार आया था शेख सलाहउद्दीन

    देश में आतंक के नेटवर्क को फिर से खड़ा करने में जुटा शेख सुल्तान सलाहउद्दीन अयुबि कई बार जम्मू-कश्मीर का दौरा भी कर चुका है। सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े अधिकारी ने बताया कि वह जम्मू-कश्मीर में कई लोगों के संपर्क में था और सीमा पार भी लगातार बात करता रहा है।

    वह जैश के आतंकी फंडिंग नेटवर्क का मुख्य कड़ी माना जा सकता है। वह किसी विशेष चैनल के माध्यम से कई लोगों तक पैसा पहुंचाया जा रहा था। जांच एजेंसी ने उसके नेटवर्क को खंगाला तो गई ट्रांजेक्शन सीधा से जैश से जुड़ी मिली। इसके अलावा वह इंटरनेट मीडिया पर जेहादी दुष्प्रचार के मामले में भी काफी सक्रिय रहा है। यही वजह है कि अक्टूबर माह में एनआईए के हत्थे चढ़ गया।

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