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    आतंकी हमला या कोई और वजह? जम्मू रेलवे स्टेशन पर अचानक क्यों तन गई बंदूकें, अचानक जवान हो गए अलर्ट

    Jammu Kashmir News जम्मू रेलवे स्टेशन पर शनिवार दोपहर को एक माॅक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस ड्रिल का मकसद किसी भी आतंकी हमले की स्थिति से निपटने की तैयारियों का जायजा लेना और उस हमले का जवाब देने की क्षमताओं को परखना था। इस ड्रिल में एनएसजी कमांडो जीआरपी सेना एसओजी और आरपीएफ के जवानों ने भाग लिया।

    By Dinesh Mahajan Edited By: Prince Sharma Updated: Sat, 22 Feb 2025 11:39 PM (IST)
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    जम्मू रेलवे स्टेशन में शनिवार दोपहर को मॉक ड्रिल की गई (फोटो - जागरण)

    जागरण संवाददाता, जम्मू। किसी आतंकी हमले की स्थिति से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने और उस हमले का जवाब देने की क्षमताओं को देखने के मकसद से सुरक्षा के लिहाज से अतिसंवेदनशील माने जाने वाले जम्मू रेलवे स्टेशन में शनिवार दोपहर को मॉक ड्रिल की गई। इस ड्रिल को जम्मू रेलवे पुलिस, जिला पुलिस, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, सेना और आरपीएफ ने अंजाम दिया।

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    ट्रेनों की आवाजाही भी रोकी गई

    शनिवार दोपहर को जम्मू रेलवे स्टेशन पर जारी निर्माण कार्य के चलते ट्रेनों की आवाजाही पर रोक की वजह से बहुत कम लोग थे। लेकिन स्टेशन पर मौजूद लोग कुछ समझ पाते तब तक एनएसजी कमांडो, रेलवे पुलिस (जीआरपी), सेना, जम्मू कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के जवानों और रेलवे पुलिस फोर्स (आरपीएफ) के हथियार बंद जवानों ने पूरा रेलवे स्टेशन घेर लिया था।

    इन जवानों को जहां जगह मिली वहीं पर हथियारों के साथ पोजिशन ले ली, जैसे ही आतंकी वारदात के दौरान सुरक्षा बल करते है। दरअसल, यह सारी कवायद उस मॉक ड्रिल का हिस्सा था जिसे सुरक्षाबलों ने किसी आतंकी हमले की सूरत में अपनी सतर्कता और रणनीति बनाने के लिए अंजाम दिया था।

    इस मॉक ड्रिल के द्वारा सुरक्षाबलों ने अपने जवानों की मुस्तैदी भी जांची और सुरक्षा कमियों का आंकलन भी किया। जिनको किसी हमले की परिस्थिति में दूर करने या सुधारने की जरूरत है।

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    सुरक्षा एजेंसियों और अधिकारियों ने लिया भाग

    वहीं, सीनियर सुपरिंटेंडेंट आफ पुलिस रेलवे शैलेंद्र कुमार ने बताया कि जम्मू जोन के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस की निर्देश पर इस मॉक ड्रिल का आयोजन किया था। इस दौरान विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने भाग लिया और सुरक्षा बंदोबस्त से संबंधी रणनीति तैयार की।

    गौरतलब है कि बीते मंगलवार और बुधवार को जम्मू हवाई अड्डे पर इसी प्रकार की एक माक ड्रिल कर सुरक्षा बलों ने आपदा, हादसे या वारदात के दौरान किस प्रकार से बचाव अभियान चलाना है का जायजा लिया था।

    36 जगहों पर सर्च अभियान

    उधर, जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की तलाश के लिए सेना पूरी तरह से एक्टिव है। शनिवार को जम्मू संभाग में सेना ने 36 जगहों से भी ज्यादा स्थानों पर आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया। सेना का यह अभियान घने जंगलों से लेकर ऊंचे पहाड़ों में भी जारी है। 

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