'मुस्लिमों के खिलाफ बिल लाकर...', महबूबा को रास नहीं आया उमर का किरेन रिजिजू से मिलना; बोलीं- आगे पीछे घूम रहे थे
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के ट्यूलिप गार्डन में एक साथ घूमने पर सवाल उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस मंत्री के मंत्रालय ने मुस्लिमों के खिलाफ वक्फ संशोधन विधेयक लाकर उनके कब्रिस्तान तक पर प्रश्नचिन्ह लगा दिए उमर उनका विरोध करने के स्थान पर उनके साथ घूम रहे हैं।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू का ट्यूलिप गार्डन (Tulip Garden) में एक साथ घुमना अच्छा नहीं लगा। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस मंत्री के मंत्रालय ने मुस्लिम के खिलाफ वक्फ संशोधन विधेयक लाकर उनके कब्रिस्तान तक पर प्रश्नचिन्ह लगा दिए, उमर उनका विरोध करने के स्थान पर उनके साथ घुम रहे हैं।
पूरे देश में मुसलमान लाचार हैं- महबूबा मुफ्ती
सोमवार को श्रीनगर में एक पत्रकार वार्ता में महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पहले भाजपा एनआरसी लाई। अब वक्फ विधेयक में संशोधन कर दिया। पहले मुसलमानों के मकान ध्वस्त किए, अब उनके कब्रिस्तान भी छीने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से भाजपा काम कर रही है, उससे अगर आने वाले दिनों में मुसलमानों से यह कहा जाए कि आप अपने घर में किसी की मौत होने पर शव को जलाओ तो हैरानी नहीं होनी चाहिए। वे यह कह देंगे कि कब्रिस्तान के लिए जगह ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में जम्मू-कश्मीर में ही मुस्लिम बहुमत में है। पूरे देश के मुसलमान लाचार हैं। यहां के मुस्लिम पूरे देश के मुसलमानों की गारंटी है। यहां के मुख्यमंत्री को चाहिए था कि वे केंद्रीय मंत्री को कहते कि हम आपके कानून को जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं होने देंगे।
'वक्फ बिल हमें कबूल नहीं'
उन्होंने कहा कि पूरे देश में मुसलमानों की स्थिति खराब है। कुछ दिन पहले मुजफ्फरनगर में मुसलमानों को काली पट्टियां बांधने पर दो लाख रुपये जुर्माना किया गया। आज जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में जो हुआ,वे भी सभी ने देखा।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उम्मीद थी कि यहां की सरकार कुछ करेगी लेकिन उसने कुछ नहीं किया। उनकी पार्टी के विधायक वहीद पारा ने एक प्रस्ताव लाया था। लेकिन उस पर भी स्पीकर ने चर्चा नहीं होने दी। यह वक्फ बिल हमें कबूल नहीं है।
फारूक अब्दुल्ला के लिए भी कही ये बात
उन्होंने कहा कि डॉ. फारूक अब्दुल्ला को पूरे देश के नेताओं को बुलाना चाहिए था लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए। उमर अब्दुल्ला उस मंत्री के आगे पीछे घूम रहे थे जिसमें मुसलमानों को कठघरे में खड़ा कर दिया।
उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस को तमिलनाडु की सरकार से सबक लेना चाहिए जिसने वक्फ बिल का सख्ती के साथ विरोध किया। लेकिन यहां पर बहुमत वाली और अकेली मुस्लिम बहुल प्रदेश की सरकार इस पर चर्चा भी नहीं करवा पाई।
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