कारगिल के जाबाजों को सेना प्रमुख ने दी श्रद्धांजलि, कहा-सशस्त्र बलों को चुनौतियों के लिए तैयार रहने की जरुरत
Kargil Vijay Diwas 2023 सेना प्रमुख मनोज पांडे ने भी कारगिल युद्ध के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी और उनकी शहादत को नमन किया। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि सशस्त्र बलों के सामने खतरे और चुनौतियां भविष्य में और अधिक जटिल होने की संभावना है। ऐसे में भारत को उनका सामना करने के लिए तैयार रहने की जरूरत है।
द्रास/लद्दाख, पीटीआई। Kargil Vijay Diwas 2023: देश 24वां 'कारगिल विजय दिवस' मना रहा है। यह खास दिन देश के वीर सपूतों को समर्पित है, जिन्होंने तमाम मुश्किलों को पार करते हुए 26 जुलाई, 1999 को पाकिस्तानी सैनिकों को कारगिल से खदेड़कर दुर्गम चोटियों पर भारत का तिरंगा फहराया था। इसी उपलक्ष्य पर सेना प्रमुख मनोज पांडे ने भी वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी और उनकी शहादत को नमन किया।
'कोई नहीं भूलेगा कारगिल के शहादतों के बलिदान को'
सेना प्रमुख मनोज पांडे ने कहा कि सशस्त्र बलों के सामने खतरे और चुनौतियां भविष्य में और अधिक जटिल होने की संभावना है। ऐसे में भारत को उनका सामना करने के लिए तैयार रहने की जरूरत है। वहीं, उन्होंने सपूतों की शहादत को याद करते हुए कहा कि देश 1999 के कारगिल युद्ध में सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।
'दुश्मनों के कब्जे से कारगिल को छुड़ाया'
ऑपरेशन विजय एक कठिन और ताकतवर सैन्य अभियान था। उन्होंने कहा कि यह एक कठिन इलाका था जो दुश्मन के कब्जे में था। यह एक चुनौती थी जिसे हमारे सैनिकों ने पूरा किया। इस दौरान उन्होंने वायु सेना के जवानों की भी तारिफ की। उन्होंने कहा युद्ध में अंतिम उद्देश्य को प्राप्त करने में उनके योगदान के लिए वायु योद्धाओं की भी सराहना करना चाहता हूं।
'हर परिस्थिति में उभरेगी हमारी सेना'
जनरल पांडे ने 24वें कारगिल विजय दिवस के अवसर पर कारगिल युद्ध स्मारक पर संवाददाताओं से कहा कि भविष्य में हमारे सामने खतरे और चुनौतियां जटिल होने की संभावना है। हमें तैयार रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम अनुकूली, लचीली और प्रतिक्रियाशील प्रक्रियाओं पर काम कर रहे हैं। हमारी सेना सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए प्रौद्योगिकी-सक्षम और भविष्य के लिए तैयार बल के रूप में उभरेगी।