जम्मू के रंगूड़ा में गरजी जेडीए की जेसीबी, अतिक्रमणकारियों से खाली करवाई 110 कनाल भूमि, खूब हुआ हंगामा
जम्मू विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने सिद्धड़ा के रंगूड़ा इलाके में अतिक्रमणकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। इस दौरान लगभग दर्जनभर अवैध ढांचों को ध्वस्त कर दिया गया और 20 कनाल जमीन को खाली कराया गया। अतिक्रमण हटाने के दौरान लोगों ने विरोध जताया और पुलिस ने हस्तक्षेप किया। जेडीए के अधिकारियों ने बताया कि इन लोगों को पहले ही नोटिस जारी किए गए थे।

जागरण संवाददाता, जम्मू। सिद्धड़ा के रंगूड़ा इलाके में वीरवार को जम्मू विकास प्राधिकरण ने अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दो दर्जन के करीब निर्माणाधीन ढांचों को तोड़ डाला तथा 110 कनाल जमीन को खाली करवा। इस दौरान अतिक्रमणकारियों ने खूब हंगामा किया। जिन लोगों के मकान टूटे वे रोते-बिलखते जेडीए और पुलिस के खिलाफ रोष जताते रहे।
वीरवार सुबह जेडीए की टीम ने पुलिस की मदद के साथ इस कार्रवाई को अंजाम दिया। शहर के साथ लगते रंगूड़ा और मझीन इलाके में जेडीए ने इस दौरान विभिन्न स्थानों पर 110 कनाल जमीन को अतिक्रमणकारियों से मुक्त करवाया तथा बाद में इन पर जेडीए के बोर्ड लगा दिए गए। इस कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी मौजूद रहे ताकि कार्रवाई में कोई खलल नहीं पड़े।
जैसे ही जेडीए ने कार्रवाई शुरू की तो वहां मौजूद लोग भड़क उठे। उन्होंने जेडीए और पुलिस को रोकने के प्रयास शुरू कर दिए। फिर पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए जेडीए की मशीनों को रोकने का प्रयास कर रहे लोगों को हिरासत में लेना शुरू किया ताकि अवैध ढांचों को तोड़ा जा सके। यहां लोगों ने बिना जेडीए की अनुमति के कई रिहायशी ढांचे बना रखे हैं।
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वीरवार को जेडीए ने निर्माणाधीन ढांचों को ही निशाना बनाया। इसके बाद जेडीए की जेसीबी मशीनों ने यहां बारी-बारी करीब 22 ढांचों को तोड़ा। इसमें रंगूड़ा में जेडीए ने 8 निर्माणाधीन मकानों तथा 12 प्लंथ तोड़े जबकि मझीन में दो निर्माणाधीन मकानों को धराशायी कर दिया गया। यह कार्रवाई सुबह 9.30 बजे के करीब शुरू हुई और 2.30 बजे तक चलती रही।
जेडीए के वाइस चेयरमैन रुपेश कुमार के निर्देशों पर जारी अतिक्रमण विरोधी अभियान की अध्यक्षता जेडीए के डीएलएम गरबी रशीद कर रहे थे। जेडीए की तहसीलदार राशि दत्ता, मेघा गुप्ता के अलावा खिलाफवर्जी अधिकारी राजेंद्र कुमार, संदीप फुल, एचओओ नगरोटा परवेज अहमद, एसएचओ बाहु, डीएसपी, एसपी आदि कार्रवाई के दौरान मौके पर मौजूद रहे।
रोते-बिखलते रहे लोग
रंगूड़ा और मझीन में जेडीए की कार्रवाई के खिलाफ प्रभावितों ने खासा रोष जताया। उनका कहना था कि पुलिस की टुकड़ी के साथ मौके पर जेडीए अधिकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी। जब निर्माण शुरू किया था तब तो रोका नहीं अब लाखों रुपये लगने के बाद अचानक बुलडोजर लेकर आ गए हैं। उन्होंने जेसीबी मशीनों के आगे आकर रोकने की कोशिश भी की लेकिन पुलिस के आगे उनकी एक न चली। बड़ी संख्या में समुदाय विशेष की महिलाएं व स्थानीय लोग जेडीए की इस कार्रवाई का विरोध करते नजर आए। उनका कहना था कि उनकी जीवन भर की जमापुंजी जेडीए ने बर्बाद कर दी है।
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अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं
जेडीए के डीएलएम गरबी रशीद व तहसीलदार राशि दत्ता ने कहा कि जेडीए की जमीन पर कोई अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं होगा। बिना अनुमति के निर्माणाधीन ढांचों को तोड़ गया। कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। बिना जेडीए से जांच करवाएं कोई प्लाट खरीदें-बेचे नहीं। अन्यथा इस तरह की कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। लोग जागरुक रहें।
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