जम्मू-कश्मीर: मेजबीन हत्या मामले में क्राइम ब्रांच की जांच में नया मोड़, डॉक्टर ने गोली निकालने के लिए की थी मदद
जम्मू के सैनिक कालोनी सेक्टर-ए में मेजबीन अकील हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है। मेजबीन के शरीर से गोली निकालने में एक डॉक्टर ने चोरी-छिपे मदद की थी और मोटी रकम वसूली थी। क्राइम ब्रांच जम्मू अब उस डॉक्टर से पूछताछ करेगी। सूत्रों के अनुसार 21 अगस्त को घर में गोलियां चलाई गई थीं जिसमें मेजबीन की मौत हो गई थी।

जागरण संवाददाता, जम्मू। सैनिक कालोनी सेक्टर-ए में मुम्बई की युवती मेजबीन अकील की हत्या के मामले में जांच के दौरान नया खुलासा हुआ है। जानकारी के अनुसार मेजबीन के शरीर से गोली निकालने के लिए एक डॉक्टर ने चोरी-छिपे मदद की थी।
आरोप है कि इस काम के बदले डॉक्टर ने युवती के साथ आए उसके साथियों से भारी भरकम रकम भी वसूली थी। पुलिस को बिना बताए की गई इस हरकत ने मामले को और पेचीदा बना दिया है।
क्राइम ब्रांच जम्मू की स्पेशल क्राइम विंग अब डाॅक्टर से पूछताछ की तैयारी कर रही है। यदि जांच में उसकी संलिप्तता सामने आती है तो उसे आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया जा सकता है।
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सूत्रों के मुताबिक, 21 अगस्त को आरोपी ने घर के भीतर गोलियां चलाई थीं। उस समय घर में मुम्बई की रहने वाली दोनों बहनें और पंजाब के लुधियाना की एक युवती मौजूद थीं। हमले में तीनों घायल हो गई थीं। गंभीर रूप से घायल मेजबीन जख्मों को बर्दाश्त न कर सकी और 29 अगस्त को दम तोड़ दिया।
यह भी जानकारी मिली है कि गोलीबारी के बाद मामले को छिपाने की कोशिश की गई। घायल युवतियों को पहले एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार तो दिया गया लेकिन पुलिस को वास्तविक जानकारी नहीं दी गई। इसके बाद वे बत्रा अस्पताल पहुंचीं और वहां से भी बिना बताए भागकर जीएमसी जम्मू में भर्ती हो गईं।
अस्पतालों का रिकार्ड जब्त
क्राइम ब्रांच ने मामले की तह तक जाने के लिए उन सभी अस्पतालों के रिकॉर्ड जब्त करने शुरू कर दिए हैं, जहां-जहां पीड़ितों का इलाज हुआ था। जांच में यह भी सामने आया है कि किसी भी अस्पताल में गोली लगने का एमएलसी (मेडिको-लीगल केस) दर्ज नहीं किया गया।
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कुछ जगह सड़क हादसे (रोड ट्रैफिक एक्सीडेंट) और कहीं पर चाकूबाजी (स्टेबिंग) का एमएलसी बनाया गया है। इससे साफ है कि युवतियों की पहचान और असलियत छिपाने की कोशिश हुई।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, नए तथ्य सामने आ रहे हैं। यदि डाक्टर की भूमिका पुख्ता हुई तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी। क्राइम ब्रांच इस मामले को एक बड़े षड्यंत्र के तौर पर देख रही है और हर कड़ी को जोड़ने की कोशिश कर रही है।
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