Jammu: अपनी जिद पर अड़े रेजिडेंट डॉक्टर, हड़ताल खत्म करने से इनकार, सीनियर डॉक्टर संभाले हैं कमान
जम्मू के राजकीय मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर हड़ताल पर हैं जो महिला डॉक्टर के साथ मारपीट के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के नेतृत्व में हड़ताल का असर GMC जम्मू और उससे जुड़े अस्पतालों पर पड़ा है जिससे ओपीडी सेवाएं प्रभावित हुई हैं। हालांकि मरीजों को परेशानी न हो इसलिए इमरजेंसी सेवाएं चालू हैं।

राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू के डाॅक्टर अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। उन्होंने महिला डाॅक्टर के साथ मारपीट करने के आरोपितों को हिरासत में लेने की मांग करते हुए शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन भी अपनी हड़ताल जारी रखी और जीएमसी में प्रदर्शन किया। हालांकि उनकी हड़ताल के बावजूद ओपीडी सेवाएं जारी हैं लेकिन मरीजों की संख्या कम हो गई है।
रेजिडेंट डाॅक्टर्स एसोसिएशन के बैनर तले हड़ताल की गई है। हड़ताल का असर राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू और इसके सहायक अस्पतालों श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल और सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल जम्मू पर ही पड़ रहा है। इन अस्पतालों के विभिन्न विभागों में काम कर रहे रेजिडेंट डाॅक्टर हड़ताल पर है।
बुधवार को जीएमसी की इमरजेंसी में महिला डाॅक्टर के साथ एक तीमारदार द्वारा मारपीट करने के बाद वे हड़ताल पर गए। एसोसिएशन के प्रधान डाॅ. संदीप सिंह का कहना है कि जब तक आरोपितों को हिरासत में नहीं लिया जाता तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री सहित कईयों ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है लेकिन कुछ भी नहीं हुआ है।
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उनका कहना है कि कार्रवाई के बाद ही वे काम पर वापस लौटेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि रेजिडेंट डाॅक्टर कहीं पर भी काम नहीं कर रहे हैं। ओपीडी से लेकर वाडों तक में डयूटी नहीं दे रहे हैं। मरीजों को दिक्कत न हो कुछ डाॅक्टर इमरजेंसी में जरूर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वहीं डाॅक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर लगातार तीसरे दिन भी जीएमसी में प्रदर्शन किया। वे लगातार नारे लगा रहे थे कि गुंडागंर्दी नहीं चलेगी।
वहीं रेजिडेंट डाॅक्टरों की हड़ताल का असर ओपीडी सेवाओं पर पड़ा है। बहुत कम समय के लिए ओपीडी की पर्ची काटी गई। ओपीडी और इमरजेंसी में सीनियर डाॅक्टर ही मरीजों का इलाज कर रहे हैं। मेडिसिन विभाग में ही मरीजों का सबसे अधिक रश है। हड़ताल का असर रूटीन में होने वाली सर्जरी पर भी पड़ रहा है। कुछ सर्जरी को स्थगित कर दिया गया है। हालांकि इमरजेंसी में पहले की तरह ही सर्जरी जारी हैं।
जीएमसी प्रशासन का कहना है कि रेजिडेंट डाॅक्टरों के साथ लगातार बातचीत हो रही है। उम्मीद है कि आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई होगी और जल्द डाॅक्टर वापस आएंगे। वहीं डाॅक्टरों को अन्य कालेजों के डाॅक्टरों का भी समर्थन मिल रहा है।
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