Amarnath Yatra: मौसम में सुधार, जम्मू से रवाना हुआ 7908 अमरनाथ श्रद्धालुओं का 16वां जत्था, सुरक्षा कंड़ी
खराब मौसम के कारण स्थगित हुई अमरनाथ यात्रा बालटाल और पहलगाम मार्गों पर फिर शुरू हो गई। जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से 7908 यात्रियों का जत्था पहलगाम रवाना हुआ। अब तक ढ़ाई लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन किए हैं। बारिश के कारण यात्रा रोक दी गई थी लेकिन रास्तों की मरम्मत के बाद इसे फिर शुरू किया गया।

राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। खराब मौसम और फिसलन भरे रास्तों के कारण एक दिन के लिए स्थगित रही बाबा अमरनाथ यात्रा शुक्रवार सुबह बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों पर फिर से शुरू हो गई। मौसम साफ होते ही श्रद्धालुओं को हिमालय में स्थित पवित्र गुफा मंदिर में दर्शन के लिए आगे बढ़ने की अनुमति दी गई।
वहीं शुक्रवार सुबह जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से 7,908 अमरनाथ यात्रियों का 16 वां जत्था सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहलगाम रवाना हुआ। तीर्थयात्री 261 वाहनों के काफिले में रवाना हुए। अब तक ढ़ाई लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन कर लिए हैं।
बारिश के कारण एहतियाती तौर पर किसी भी तीर्थयात्री को दोनों आधार शिविरों पहलगाम व बालटाल से गुफा मंदिर की ओर जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। लगातार बारिश से भूस्खलन से ट्रेकिंग रास्तों को असुरक्षित बना दिया था, जिससे अधिकारियों ने अस्थायी रूप से तीर्थयात्रा को रोक दिया था।
यह भी पढ़ें- राजौरी बम धमाका मामले में NIA कोर्ट का एक्शन, निसार और मुश्ताक पर केस दर्ज; ब्लास्ट में दो की गई थी जान
प्रभावित हिस्सों की मरम्मत करने और तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तुरंत पुनर्स्थापना कार्य शुरू किया गया। बचाव दल और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने रास्तों को यात्रा योग्य बनाने के लिए अथक प्रयास किया। इस वर्ष की यात्रा के पहले 15 दिनों के दौरान 2.56 लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों ने पवित्र गुफा मंदिर में प्राकृतिक रूप से बने हिम शिवलिंग के दर्शन किए हैं।
वहीं जम्मू से 7908 श्रद्धालुओं का जत्था पहलगाम व बालटाल के लिए रवाना हुआ। इस जत्थे में 5,957 पुरुष, 1,613 महिलाएं, 26 बच्चे, 290 साधु और 22 साध्वियां शामिल हैं। काफिले में 170 बसें, 22 मध्यम मोटर वाहन (एमएमवी) और 69 हल्के मोटर वाहन शामिल थे।
यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह बना हुआ है। यात्रा तीन जुलाई से शुरु हुई थी जो 38 दिन की है और रक्षा बंधन वाले दिन 9 अगस्त को संपन्न होगी। यात्रा के दोनों मार्गों पर 125 लंगर लगाए गए हैं।
यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर: उधमपुर में अमरनाथ यात्रियों की कार और ट्रक के बीच भीषण टक्कर, हादसे में पांच घायल
यात्रा मार्गों पर सुविधाओं व सुरक्षा का नियमित तौर पर उपराज्यपाल, श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड व प्रशासन, पुलिस के अधिकारी जायजा ले रहे हैं। यात्रा पर किए गए प्रबंधों को लेकर श्रद्धालु खुश हैं। जम्मू के यात्री निवास के अलावा बढ़ी संख्या में श्रद्धालुओं का सीधे ही पहलगाम व बालटाल पहुंच कर यात्रा करने का सिलसिला जारी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।