J&K Earthquake: भूकंप से लद्दाख में 800 साल पुराने मठ में आई दरारें, प्रार्थना व सभा करने वाले कक्ष असुरक्षित घोषित
बुधवार को कहा कि लद्दाख के जांस्कर क्षेत्र में आए भूकंप से 800 साल से अधिक पुराने मठ में दरारें आई हैं और इसे असुरक्षित घोषित कर दिया गया है। बता दें कि शनिवार को कारगिल जिले के जास्कर में 5.5 तीव्रता का भूकंप आया और उसके बाद कम तीव्रता के दो झटके आए। मठ में आईं दरारों का निरीक्षण करने गई टीम ने इसे असुरक्षित घोषित कर दिया है।

पीटीआई, जम्मू। Cracks In 800 Years Old Monastery Due To Earthquake: लद्दाख में 800 साल पुराने कारशा मठ में भूकंप के कारण दरारें आने के बाद इस असुरक्षित घोषित कर दिया गया है। शनिवार को लद्दाख के कारगिल जिले के जंस्कार में 5.5 तीव्रता के भूकंप के दो झटकों ने इस मठ की बुनियादी हिला दी थी। इसके बाद कम तीव्रता के दो भूकंप के झटके महसूस किए गए।
इसके चलते तहसीलदार (जंस्कर) सोनम दोरजय के नेतृत्व में एक सरकारी टीम ने इस मठ का निरीक्षण किया। निरिक्षण में पता चला कि कई जगह पर इस मठ की दीवारों में बड़ी दरारे आई हैं।
भूकंप से आईं मठ में दरारें
जंस्कार के तहसीलदार सोनम दोरजे के नेतृत्व में सरकारी अधिकारियों की एक टीम ने मठ के भूकंप प्रभावित हिस्सों का निरीक्षण किया। कारशा मठ के 800 साल पुराना मुख्य लाखांग (रक्षक कक्ष) में भी दरारे आई हैं।
ये भी पढे़ं- कोविड-19 के नए वेरिएंट JN.1 को लेकर किया सर्तक, स्वास्थ्य विभाग ने महामारी से निपटने वाली तैयारियों की समीक्षा की
दौरा करने वाले कारगिल प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि भूकंप के कारण मठ में दरारें पड़ गईं हैं। टीम ने इस स्थल को प्रार्थना करने और सभा करने वाले कक्षों को असुरक्षित घोषित करने का फैसला किया है।
भिक्षुओं से मठ में न जानें का किया आग्रह
ऐसे में टीम ने मठ के भिक्षुओं से आग्रह किया है कि वे सुरक्षा की दृष्टि से भूकंप प्रभावित लाखांग में प्रवेश न करें। इसी बीच टीम की ओर से सरकार को रिपोर्ट सौंपने के बाद मठ के सरंक्षण की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। जंस्कार का कारशा मठ गुरू पदमासंभव को समर्पित है। इसे इसे रिंचन जांगपा के कार्यकाल में बनाया गया था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।