निर्दोष को न छुएं, दोषी को न छोड़ें, डीजीपी प्रभात बोले- न्याय के प्रति प्रतिबद्ध है जम्मू-कश्मीर पुलिस
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात ने कहा कि पुलिस बल न्याय के प्रति प्रतिबद्ध है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के मंत्र निर्दोष को न छूना दोषी को न छोड़ना का पालन किया जा रहा है। पुलिस का लक्ष्य पीड़ितों को न्याय दिलाना दोषियों को पकड़ना और उनकी संपत्ति जब्त करना है। डीजीपी ने नागरिकों से सतर्क रहने और पुलिस का सहयोग करने की अपील की।

जागरण संवाददाता, जम्मू। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नलिन प्रभात ने पुलिस बल की न्याय के प्रति अटूट प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि निर्दोष को न छूना और दोषी को न छोड़े। यह मंत्र उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा दिया गया है और यही जम्मू-कश्मीर पुलिस का मूल सिद्धांत है।
नगरोटा पुलिस थाने में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीजीपी प्रभात ने कहा, उपराज्यपाल का यह मार्गदर्शक सिद्धांत हमारी पुलिसिंग का आधार है। हमारा प्रयास हमेशा यही रहता है कि निर्दोष को परेशान न किया जाए और दोषी को हर हाल में सजा दिलाई जाए।
डीजीपी ने नगरोटा पुलिस थाने में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हाल ही में सरकार द्वारा बनाए गए नए कानून अब जमीनी स्तर पर लागू हो रहे हैं और इनका केंद्र बिंदु पीड़ित व्यक्ति है। उन्होंने कहा, पुलिस का लक्ष्य पीड़ित को न्याय दिलाना है, दोषियों को पकड़ना है और उनकी संपत्तियों को जब्त करना है।
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उन्होंने कहा कि पुलिस का कर्तव्य केवल कानून लागू करना नहीं, बल्कि पीड़ित, जरूरतमंद और वंचितों के साथ खड़ा होना भी है। पुलिस हर उस व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश करते हैं जो पीड़ा में है, जिसके पास कोई सहारा नहीं है।
डीजीपी ने पुलिसिंग की जटिलताओं पर बात करते हुए कहा, पुलिस कर्मियों को नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक या पीएचडी स्कालर जैसी उत्कृष्टता का लक्ष्य रखें। पुलिस कर्मियों को हर भूमिका के लिए तैयार रहना चाहिए, तभी हम असल बदलाव ला सकते हैं।”
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सतर्क और जिम्मेदार नागरिक बनें। हाल ही में सामने आए नौकरी के नाम पर ठगी के मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, पुलिस बार-बार लोगों को जागरूक करते है, यदि लोग समय रहते सचेत हो जाए तो इस प्रकार उन्हें ठगी का शिकार नहीं होना पड़ेगा।
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वहीं, डीजीपी प्रभात ने स्पष्ट किया कि पुलिस हर प्रकार के अपराध के खिलाफ मोर्चे पर है, चाहे वह नशा तस्करी, आतंकवाद, गैंगस्टर गतिविधियां या सामान्य अपराध हो। हर दिन पुलिस के लिए एक परीक्षा है और हर दिन हमें ऐसे परिणाम देने हैं जो सबसे बड़े सम्मान के योग्य हों। आतंकियों के सफाए के लिए जम्मू पुलिस लगातार अभियान चला रही है।
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