जम्मू में डेंगू ने दी दस्तक, अब तक 21 मरीजों में पुष्टि; मलेरिया विभाग ने निपटने के लिए शुरू किया अभियान
जम्मू-कश्मीर में बरसात के मौसम के साथ ही मच्छरों का खतरा बढ़ गया है खासकर डेंगू के मामले। इस साल अब तक विभिन्न अस्पतालों में डेंगू के 21 मामले दर्ज किए गए हैं। मलेरिया विभाग ने स्थिति से निपटने के लिए अभियान शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है लेकिन सितंबर और अक्टूबर में मामले बढ़ सकते हैं।

राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। बरसात का मौसम शुरू होने के बाद मच्छरों का खतरा बढ़ जाता है। डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसे मामले आना शुरू हो जाते हैं। सबसे अधिक डेंगू के मामले आते हैं। इस वर्ष भी कुछ दिनों में विभिन्न अस्पतालों में डेंगू के 21 मामले दर्ज हो गए हैं। वहीं मलेरिया विभाग ने इससे निपटने के लिए अभियान भी शुरू कर दिया है।
राज्य मलेरिया विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक जम्मू-कश्मीर में डेंगू के 21 मामले दर्ज हुए हैं। इनमें जम्मू में चार, कठुआ, उधमपुर, पुंछ, डोडा, रामबन में एक-एक और अन्य प्रदेशों से आए तीन मामले शामिल हैं।
हालांकि इस बार अभी तक बीते वर्ष की तुलना में स्थिति नियंत्रण में है। बीते वर्ष अभी तक 2561 लोगों की जांच हुई थी और उसमें से 45 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई थी। वहीं इस वर्ष अभी तक 3208 लोगों की जांच हो चुकी है और सिर्फ 21 में ही डेंगू की पुष्टि हुई है।
यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर: हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकियों को आजीवन कारावास, 18 साल पुराने मामले में मिली सजा
स्टेट मलेरियालोजिस्ट डा. ध्रूव जी रैना का कहना है कि अभी तक स्थिति नियंत्रण में है। इस बार अभी तक अधिक मामले दर्ज नहीं हुए हैं। हालांकि सितंबर और अक्टूबर महीनों में मामले अधिक आते हैं। लेकिन विभाग ने डेंगू से निपटने के लिए तैयारियां की हुई है।
लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। ब्लाक स्तर पर ही सैंपल लिए जाते हैं। जिला स्तर पर जांच की सुविधा है। ऐसे में किसी को भी घबराने की कोई जरूरत नहीं है। समय-समय पर विभाग जो सलाह जारी कर रहा है, लोगों को उसका अनुसरण करना चाहिए।
यह भी पढ़ें- Illegal Conversion Racket: टॉपर रही है मतांतरण का पाठ पढ़ाने वाली साइमा, कोचिंग में थीं जम्मू की छात्राएं
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में डेंगू के हर वर्ष जम्मू जिले में सबसे अधिक मामले आते हैं। इसके बाद सांबा, कठुआ, उधमपुर प्रभावित रहता है। कश्मीर में डेंगू के मामले कम ही देखने को मिलते हैं।
क्या है डेंगू
डेंगू बुखार एडीज मच्छरों के काटने से फैलता है। यह मच्छर दिन के समय और साफ पानी में ही पनपते हैं। कई बार डेंगू से पीड़ित मरीजों को प्लेटलेट्स की कमी भी हो जाती है। अस्पतालों के ब्लड बैंक में इसके लिए पहले से तैयारी की जाती है और डेंगू के मरीजों के लिए प्लेटलेट्स रखे जाते हैं।
क्या है डेंगू के लक्षण
डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द होना, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, थकान, जी मिचलाना, उल्टी और त्वचा पर लाल निशान पड़ना शामिल हैं। कई बार मरीज की स्थिति गंभीर होने पर मसूड़ों से खून बहने लगता है।
बचाव : अपने घरों के आसपास पानी को एकत्रित न होने दें। घरों की टंकियों को खुले न रखें। वाटर कूलर में रोज पानी बदलेंद्व कबाड़ को इकट्ठा न करें। फुल स्लीव कपड़े पहनना और मच्छरदानी का उपयोग करें।
यह भी पढ़ें- जम्मू में बाढ़ जैसे हालात, सभी स्कूल बंद... अगले 72 घंटे रहेंगे मुश्किल भरे, हेल्पलाइन नंबर जारी
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।