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    Udaipur Suicide Case: कालेज प्रशासन की पैसों की लालसा ने ली श्वेता की जान, परिजनों की मांग आत्महत्या नहीं, दर्ज हो हत्या का मामला

    Updated: Mon, 28 Jul 2025 04:26 PM (IST)

    जम्मू की बेटी श्वेता सिंह जो राजस्थान के उदयपुर में बीडीएस की पढ़ाई कर रही थी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि कॉलेज द्वारा फीस के नाम पर लगातार पैसों की मांग और जूनियर बैच के साथ पढ़ाई जारी रखने के दबाव के कारण श्वेता ने आत्महत्या की। परिवार ने कॉलेज प्रबंधन पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है।

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    एबीवीपी ने निष्पक्ष जांच और दोषियों को सजा देने की मांग की है।

    जागरण संवाददाता, जम्मू। कालेज की ओर से लगातार फीस के नाम पर पैसों की मांग ने बेटी श्वेता की जान ली है। कई बार पैसे भेजने के बाद भी कालेज प्रबंधन का लालच खत्म नहीं हुआ। परिजनों के अनुसार, श्वेता पर दबाव डाला जा रहा था कि वह अपने जूनियर बैच के साथ पढ़ाई जारी रखे, जिसे वह सहन नहीं कर पाई।

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    यह आरोप रविवार को घर पहुंचे बेटी के शव को देखकर परिजनों ने लगाया है। साथ ही पुलिस से मांग की है कि आत्महत्या नहीं हत्या का मामला दर्ज किया जाए। राजस्थान के उदयपुर स्थित पैसिफिक डेंटल कालेज एवं अस्पताल में बीडीएस अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रही जम्मू की बेटी श्वेता सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद रविवार को जब शव पहुंचा, तो माहौल गमगीन हो गया।

    दोपहर करीब दो बजे पिता बलवंत सिंह पार्थिव देह को लेकर जम्मू पहुंचे। कुछ समय के लिए शव को उनके जानीपुर स्थित घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया, जिसके बाद पुरमंडल श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया।

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    इस दौरान हर व्यक्ति की आंखें नम थीं, लेकिन गुस्सा कालेज प्रबंधन और वहां के स्टाफ पर साफ झलक रहा था। श्वेता की मां नीना देवी, छोटी बहन और भाई का रो-रोकर बुरा हाल था। वे बस यही कह रहे थे कि दीदी उठ जाओ, एक बार आंखें खोल लो।

    2020 में लिया था दाखिला, अब तक डिग्री अधूरी

    श्वेता की मां नीना देवी ने बताया कि उनकी बेटी ने वर्ष 2020 में उदयपुर के निजी डेंटल कालेज में बीडीएस कोर्स में दाखिला लिया था। पढ़ाई का पांचवां साल पूरा हो चुका था, लेकिन कालेज प्रबंधन लगातार फीस के नाम पर पैसे की मांग कर रहा था। कई बार पैसे भेजे गए, फिर भी कालेज का लालच खत्म नहीं हुआ।

    परिजनों के अनुसार, श्वेता पर दबाव डाला जा रहा था कि वह अपने जूनियर बैच के साथ पढ़ाई जारी रखे, जिसे वह स्वीकार नहीं कर पा रही थी। उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। इसी दबाव और तनाव के चलते उसने यह कदम उठाया। परिवार का कहना है कि श्वेता के सुसाइड नोट में स्पष्ट रूप से जिन लोगों के नाम दर्ज हैं, उनके खिलाफ सिर्फ आत्महत्या के लिए उकसाने का नहीं, बल्कि हत्या का मामला दर्ज किया जाए। यह आत्महत्या नहीं, हत्या है। कालेज प्रबंधन की लालच और प्रताड़ना ने हमारी बेटी की जान ली है।

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    लोगों की मांग कालेज बंद हो, दोषियों को मिले सजा

    अंतिम संस्कार के समय वहां मौजूद हर व्यक्ति ने एक ही मांग की डेंटल कालेज को तुरंत बंद किया जाए और दोषी प्रबंधन एवं स्टाफ कर्मियों को कठोरतम सजा दी जाए, ताकि किसी और की बेटी को श्वेता की तरह जान न गंवानी पड़े।

    श्वेता आत्महत्या मामले की हो निष्पक्ष जांच

    अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) जम्मू-कश्मीर ने उदयपुर के पैसिफिक डेंटल कालेज में बीडीएस छात्रा श्वेता सिंह के आत्महत्या की निष्पक्ष जांच की मांग की है। एबीवीपी के राज्य सचिव सनक श्रीवत्स ने इस मामले में कालेज स्टाफ के व्यवहार की निंदा की है और श्वेता का कथित तौर पर उत्पीड़न करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी है। सनक का कहना है कि श्वेता की आत्मा को तभी शांति मिलेगी जबकि कानून उसे न्याय देगा। 

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    एबीवीपी ने आरोपों की गहन जांच की मांग की है। एबीवीपी ने कहा कि यह घटना एक चेतावनी है। इससे पता चलता है कि शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों के उत्पीड़न का यह पहला मामला नहीं है और अगर इस पर तत्काल रोक नहीं लगाई गई तो आने वाले दिनों में ऐसे मामलों में और बढ़ोतरी होगी। वहीं सचिव सनक श्रीवत्स ने कहा कि एबीवीपी जम्मू-कश्मीर छात्रों के अधिकारों और कल्याण के लिए आवाज उठाना जारी रखेगा और श्वेता के हत्यारों के खिलाफ आवाज उठाकर उन्हें सजा दिलवाने में भी परिवार की मदद करेगा।