Jammu: खुद को सरकारी कर्मचारी बताकर जम्मू कश्मीर बैंक से ले लिए 5 करोड़ के लोन, आरोपितों के खिलाफ दायर हुआ आरोप पत्र
चार आरोपियों ने जम्मू कश्मीर बैंक (Jammu Kashmir Bank) की विभिन्न शाखाओं से धोखे से लोन लेकर पांच करोड़ रुपये का चूना लगा दिया। इन चारों के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा ने आरोप पत्र कोर्ट में दायर कर दिया है। साथ ही क्राइम ब्रांच ने चारों आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी साजिश रचने की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।

जागरण संवाददाता, जम्मू। जम्मू कश्मीर बैंक की विभिन्न शाखाओं से धोखे से लोन लेकर पांच करोड़ रुपये का चूना लगाने के चार आरोपितों के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा ने आरोप पत्र कोर्ट में पेश कर दिया है। इन आरोपितों में सलीम युसूफ भट्टी निवासी नरोल, मेंढर, मोहम्मद अल्ताफ निवासी अरी मेंढर, उसकी पत्नी रुखसाना तब्बसुम और जाहिदा परबीन निवासी अरी मेंढर शामिल हैं।
इन चारों आरोपितों में सलीम युसूफ मास्टर माइंड था, जिसने सरकारी योजना एकीकृत जल प्रबंधन कमेटी के नाम पर जम्मू कश्मीर की लसाना सुरनकोट शाखा में बंद पड़े खातों को धोखे से सक्रिय करवाया और बाद में उसी खाते की मदद से उसने अन्य तीन आरोपितों के साथ मिलकर पुंछ जिले के विभिन्न जम्मू कश्मीर बैंक शाखा से पांच करोड़ रुपये के ऋण ले लिए।
इस तरह से दिया जालसाजी को अंजाम
जम्मू कश्मीर बैंक के मुख्य प्रबंधक की ओर से शिकायत दर्ज करवाई गई, जिसमें आरोप लगाया गया है कि सलीम यूसुफ भट्टी जो पुंछ में एकीकृत जल शेड प्रबंधन कार्यक्रम विभाग में अनुबंधित कर्मचारी थे, ने कुछ अन्य के साथ मिलकर वाटर शेड मैनेजमेंट के बैंक में बंद किए गए खातों को सक्रिय करवा दिया था। यह खाते जेके बैंक की लसाना, सुरनकोट की शाखा में थे। इसके बाद आरोपितों ने फर्जी वेतन प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज तैयार किए और खुद को सरकारी कर्मचारी बताकर करोड़ों रुपयों के व्यक्तिगत ऋण, कार लोन ऋण आदि भी ले लिए। इस फर्जीवाड़े को आरोपितों ने जेएंडके बैंक की मेंढर शाखा में फर्जी अकाउंट खोलकर अंजाम दिया।
विभिन्न मामलों में केस दर्ज
आरोपियों ने सबसे पहले विभिन्न बैंकों के माध्यम से वाटर शेड समिति के खातों में पैसा जमा किया और बैंकों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर निर्देश दिए कि इन खातों में जमा पैसों से उक्त कर्मचारियों का वेतन जारी किया जाए। बाद में खुद के फर्जी वेतन प्रमाणपत्र बनाकर उन्होंने जम्मू कश्मीर बैंक की विभिन्न शाखाओं से पांच करोड़ रुपये के लोन भी जारी करवा लिए। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की और जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद क्राइम ब्रांच ने इन सभी चारों आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी, साजिश रचने की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।